उत्तराखंड के धराली में जो भीषण आपदा आई है, उसका जिम्मेदार आखिर कौन है? विकास के नाम पर खुला खेल खेल रही BJP सरकार सबक कब सीखेगी? #news #latestnews #newsanalysis #dailynewsanalysis #newspaperanalysis #dailynewspaperanalysis #dharali #uttarakhandnews
00:00नवश्कार दोस्तों मैं आपकी दोस्त भाशा और आप देख रहें बेबाग भाशा पे यूचिल लाइव रोजनामा
00:08देखिए छे अगस्त को हम आप बैठे हैं और इस समय हमारे दिमाग में सबसे बड़ी विभाजनकारी दराने वाली खौफनाग जो तस्वीरे हैं
00:23वह तस्वीरे हैं उत्तराखंड के धराली में जो हुआ उसकी हैं हरसिल में जो हुआ उसकी हैं यह पूरा का पूरा जो इलाका है जिसके बारे में गंगोतरी से 18 किलोमीटर पहले जी हां बस और बस 18 किलोमीटर पहले जिस तरह से यह आप गाई और देखिए 34 सेकंड में सब क
00:53जो टूरिस्ट का हब माना जाता है यहां बड़ी संख्या में जब यह विभीशी का आई जिसको लेकर अलग-अलग व्याख्याएं है फ्लेश फ्लड आना उपर से ग्लेशियर का तूटना लेकिन जिस पर बात नहीं है उस पर हम आपसे बात करने जा रहे हैं और वह है कि यह
01:23ज़ार सकते हैं और BGS कि धामी सरकार खुश हो सकती है कि अरे भाईया बादल भड़ गया तो हम क्या करें क्योंकि हमारा फोकस तो धामी जी का फोकस तो उत्राखंड को
01:37communally divide करने पर है
01:40उन्हें चिंता
01:41लोग क्या खा रहे हैं
01:44लोग क्या बस रहे हैं
01:45लोग किस धर्म के हैं
01:47लोग uniform civil court को
01:50follow कर रहे हैं कि नहीं
01:52इसकी है
01:53यानि धर्म और
01:55नफरत की चिंता में जो
01:57राज बैठा है
01:58उसने एक इंच भी
02:01सबक नहीं सीखा
02:032013 में जो भीशन
02:05आपदा आई थी कैदारनात में
02:07जिसको लेकर
02:09तब से लेकर अभी तक
02:11अंगिनत लोग कह चुके हैं
02:14जोशी मठ
02:15डूब रहा है
02:17धस रहा है दिवारे पट रही है
02:19वहां के लोग
02:21चीख चीख कर कह रहे हैं
02:23धामी जी हमें बक्ष दो
02:25मोदी जी हमें बक्ष दो
02:28या जो तुम विकास कर रहे हो
02:30जो हमारे कच्चे पहाड हैं हिमाले के
02:33यहां पर जो बे पना
02:35बे लगाम
02:37विकास कर रहे हो
02:39इससे हमारी जिंदगी को
02:41खत्रा है और देखिए
02:43धराली में
02:45जो हुआ है
02:4634 सेकेंड में
02:48प्रकृती ने जो अपना
02:50रौदर रूप दिखाया है
02:51इसके पीछे भी
02:53कनेक्षन
02:55इसी तरह के विकास का है
02:58जो पूरी तरह से बे लगाम है
03:00अगर आप
03:03वेग्यानिक
03:04भूगर
03:05एक्सपर्ट को
03:08समझें
03:09ध्यान से अभी मैं आपको सुनाओंगी भी
03:11मिस्टर सती को
03:13तब आपको समझाएगा
03:15कि धराली
03:16और पूरा उत्तराखंड
03:18एक तरह से
03:20एटम बंपर बैठा हुआ है
03:22कभी भी भट सकता है
03:24कहीं पर भी
03:26लैंसलाइड हो सकती है
03:27कहीं पर भी
03:28जो जिस तरह का
03:30बहुत ही जादा
03:31मानव विरोधी विकास हुआ है
03:34कोई भी इलाका
03:36इसी तरह के
03:37डिजास्टर का शिकार हो सकता है
03:40और धराली में
03:42पिछले दस साल में
03:44यह तीसरा वाक्या है
03:47ध्यान से सुनिये
03:48इन लास्ट त्री इयर्स
03:50दिस दे थर्ड इंसिडेंट
03:53ओफ दिस काइंड
03:55यानि
03:56अगर सरकार सची होती
03:59उत्राखंड के लोगों से
04:01प्रेम करने वाली होती
04:03मुनाफ़ा करने वाली ना होती
04:05ओल वेदर रोड वाली ना होती
04:07कि नई भाया हम तो
04:09छे
04:09बाहनों को एक साथ
04:12दोडाने वाली सड़क चाहते है
04:15पहाड गिरते हैं तो गिरते रहें
04:17लोग मरते हैं तो मरते रहें
04:20या फिर
04:21अनियंतरित
04:23कारोबार को आपने
04:25छूट जिस तरह से दी
04:26क्योंकि धराबली में
04:28जिस तरह से फैश फ्लड आया है
04:31आप मुझसे बात करते हुए प्लीज दोबारा देखिए वह वीडियो देखिए वो जो उपर से रौदर रूप में आ रहा है पानी दरसल वह पानी का ही रास्ता है जहां पर बेलगाम कंस्ट्रक्शन कर दिया गया जहां पर अंगिनत यात्री टूरिस्ट परियटक उसमें ठ
05:01होम स्टेज और होटल वहां पर हैं जो इलाका प्रभावित हुआ है और किसी को प्रकृती ने या इस आपदा ने बचने का समय नहीं दिया क्योंकि जो वीडियो है वह यह बार-बार बता रहा है चीख-चीख कर कह रहा है कि प्रकृती जब बदला लेती है तब समय नहीं �
05:31जो पूरा फ्लैश फ्लड आया है उपर से लेकर नीचे तक यह उसका रास्ता रहा है और सोचिए हमारी आपकी जो सरकारे हैं जिनको हम चुन कर भेजते हैं उन्हें कावडिया रूट पर वेज मिले नॉन वेज मिले कौन क्या खा रहा है उसकी चिंता रहती उसके लिए व
06:01सबसे बड़ी बात जो अभी आप सुनिएगा इस इंट्रव्यू में जो वो सबसे बड़ी बात कह रहे हैं कि कोई भी सबक नहीं सीखा और इस समय कैदार नाथ भी जहां 2013 में इतनी बड़ी विश्चिका आई थी वहां पर
06:16तो अधर नाले में उसको खिरोगाड वोते हैं खिरोगाड का मतलब यह वहां खीरगाड घीर मतलब सफेद सब्सक्राइब लगातार इसमें उपर से मर्वा बहें के आता रहता है इसे उसका पानी तवर होता रहता है जब ऐसी गार्ड पे बिल्कुल किनारे पे नहीं उसक
06:46करा हो गया इतने बड़े बड़े होटल बन गे ऐसी दशामें जब साफ ले मैन उसके लिए बहुत बड़े जिवर्जिस्ट की जड़ोत नहीं है बहुत नौकेट साइंस की ज़रोत नहीं है वो साफ साफ जो इसक्षेत्र को जानता है जो इस तरह की प्रबर्टीयों की शि
07:16आप देखिए कि यह जो पूरी की पूरी बातचीत है यह बातचीत सबको देखनी चाहिए सबको सुननी चाहिए क्योंकि यहाँ पर जो वरिष्ट गर्भ विग्यानिक है प्रोफेसर एस पी सती वह सीधे सीधे यह बता रहे हैं कि यह जो घटना हुई है
07:43यह बिलकुल आखों के आगे घटित होने वाली एक अवश्यम भावी घटना थी जिसे जान बूच कर नजरंदास किया गया क्योंकि मकसद यहाँ पर था कि किसी तरह से मुनाफ़ा हो और वो यही नहीं रहते हैं वो यहाँ पर यह भी कहते हैं कि दरसल जिस तरह से यह जो �
08:13अब मैं अगर आपको घटना दिखाऊंगी अगर आपको यह वीडियो दिखाऊंगी जो आपने निश्चित तोर पर अभी तक देख रखा होगा तब आपको अंदाजा आएगा कि किस तरह से यह जो पूरा इंसिडेंट है यह जो पूरी पूरा इंसिडेंट है वह किस तर
08:43का धराली गाओं खीर गंगा में आज प्रचन रूप सब में देख लिया क्या सईयोग है कि 6 अगस्त 1978 में इसी तरह से भयंका रूप आया था और तब भी गंगा का प्रवाह रोग दिया गया था और सामने देखिए कि जिस तरह से यहां पर लोग बोल रहे हैं यह जो रूट
09:13कि दरसल यह नदी का रास्ता था नदी का रास्ता है और पहाड में लोग जानते हैं कि नदी अपना रास्ता कभी छोड़ देती है तो भी वापस आ जाती है यह जो तस्वीरे हैं यह तस्वीरे साफ साफ बता रही है कि जिस तरह का प्रले आया है आप देखिए कि यह सीध
09:43की तारीख में क्या इस्थिति है इसे लेकर भी अंगिनत वीडियो हमारे सामने हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस तरह का
09:52कंस्ट्रक्शन जिस तरह का कंस्ट्रक्शन जिस तरह का निर्मार यहां पर बे लगाम ढंक से किया गया उसमें जब हम आपसे बात करें तब यह सब सीवे चल रही है
10:04यह रहात का कारे अभी चल रहा है वहां पर
10:11सेना के जवान पहुचे हुए है और रहत का कारे चल रहा है बड़े पैमाने पर लोगों की लाशे निक मिल रही है अलग-अलग जगह से तस्वीरे आ रही है वीडियो जा रहे है और आप देखिए
10:31कि उत्राकंड में अभी जो नौ क्योंकि हर्शिल भी प्रभावित हुआ है हर्सिल भी प्रभावित देखिए
10:39और वहाँपर सेना के नौ जवान जो है लापता है इसलिए एक बड़ी ख़बर जो
10:46जिस पर हम सब परिशान हैं हम सब बात करना चाह रहे हैं हम सब उस पर विचार करना चाह रहे हैं लेकिन जिस पर हम बात नहीं करना चाह रहे हैं कि दरसल यह हुआ तो हुआ क्यों क्या यह रोका जा सकता था क्या जिस तरह की तस्वीरे हैं क्या किस तरह की जो वीडियो हैं �
11:16और उस समय से ही हम इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह एक man-made disaster है
11:25उसकी ठोस बज़ा यह है क्योंकि जिस तरह से अंधादुन विकास यहां पर हुआ है
11:32और आप देखिए इसकी हर अख़बार में अंदर से जहां पर समेदन शील जर्नलिस्ट है
11:40उसने इस बात की खबर की है उसने यह बात लिखा है उत्तरकाशी tragedy a grim reminder of 2013
11:49साथ ही साथ उसने यह भी लिखा है construction added to climate crisis woes
11:55तो यहां पर लिखा है there has been और इसे लेकर जो पूरी एक गजब ड्रामा चल रहा है
12:02एक ही department है एक department का एक अधिकारी कहता है कि भारी बारिश थी जिसकी वज़े से cloud burst हुआ होगा
12:11और देखिए दूसरा व्यक्ति कहता है कि यह cloud burst नहीं हुआ होगा क्योंकि भारी बारिश नहीं थी
12:18और दर असल यह glacier यह glacier जो लेक है उसकी बज़े से हुआ होगा यहां पर मैं आपको पढ़के सुना रही हूँ आप देख सकते हैं
12:29यह जो आपकी आखों के आगे सिर्फ और सिर्फ 34 सेकेंड यानि आधा मिनट आधे मिनट के अंदर जो आपदा आई है धराली में
12:43वह आपके स्क्रीन्स पर आपको दिखाई दे रहा है और इसमें एक तरफ यह कहा जा रहा है कि बहुत ज़्यादा बारिश हो रही थी उसकी वज़े से यह हो रहा है
12:53लेकिन वहीं पर दूसरी तरफ यह कहा जा रहा है कि दर असल बारिश इतनी ज़्यादा नहीं थी
12:59यह Times of India ने खबर चापी है उसमें कहा गया है
13:04Glacier Collapse और Lake Burst likely caused धाराली restriction experts
13:10यहां पापल नोंने कहा है
13:12Rohit Thaplial Senior Scientist at IMD Regional Metallurgical Center
13:18said only very light to light rains was observed in the affected area in 24 hours
13:27तो भाईया एक ही department है एक department कहा है कि भारी भारिश हुई
13:31और उसी department का दूसरा अधिकारी कहा रहा है कि हलकी भारिश हुई
13:36लिहाजा बादल फटने जैसा scene नहीं हो सकता है
13:41यह जो Glacier Collapse जिसके बारे में तमाम और experts भी कह रहे है
13:46कि यहाँ पर Glacier का यह पूरा रास्ता रहा है जो आपको ऊपर से पानी आता हुआ भी दिखाई दिया था
13:55वह वही Glacier का रास्ता है जहां से नदी आती रही है
13:58और नीचे आप देखिए इन्होंने बहुत अच्छे धंग से भासकर ने दिखाया भी है
14:05आप देखिए यहाँ से हमें यहाँ से हमें वह आता दिखाई देता है पानी और मलबा
14:12और यहां पर है धराली और यह नीचे जाता रहा है यह इसका रूट रहा है भागरती नदी में यहां पर आपको वह नदी दिखाई दे रही है यह वह रास्ता है इस रास्ते में बीच में बड़े पैमाने पर जो construction जो buildings बनी हैं उनकी तबाई होती है यह खीर गंगा वाला इ
14:42कि बस इसी तरह से काम होना था यह तो प्राकृतिक आपता है इसमें हम क्या कर सकते थे हम जो गैर जिम्मेदाराना रुख है सरकार का जो जाने बचाई जा सकती थी क्योंकि यहां पर यह सुनिए वह कहते हैं कि यह तो अभी शुरुआत है आने वाले दिन और भयानक भी हो
15:12हमें क्या करना चाहिए था किस तरह से हमें आगे बढ़ना और आगे की तस्वीर है उसमें हमें सुधार करने की जरूत है यहां पर आप सुन सकते हैं कि किस तरह से जो सती हैं वह इंटर्व्यू दे रहे हैं थर्ड पोल लाइफ को इस इंसिडेंट के बाद उन्होंने यह �
15:42कर दिया है तो जार्टेरा के आपदा की बाद सबक सीखने के बजाए कि हमने चार में पार्ट में वहां होटल के पर मिशन देदि बना दिये वहां कौन पदा नी कौन उसके तरफ नहीं को कर रहा इतना है भी कंस्तर्चिंशन इतना है विश्रोब
16:02कर दिया है कि रानत प्रॉपर में उसके अलाव नीचे की तरह पाओ डाउन स्ट्रीम में पूरी मंदा की नहीं में फिर उसी तरह के का स्ट्रक्शन मश्रूम हो गया है बड़ी संक्या में उभल आगी है अभी आपको जो तरह साल भी नहीं हुए इस तरह का असा बेजन चिलत
16:32सब्सक्राइब के लिए रहने के लिए जो उजड़ गए उनके पास रहने के लिए अनुप लब्दता है कि वह जाये कहां तो कुछ दिन दो तीन साल भूल भालके और फिर वहीं पर कंस्ट्रक्शन कर देते हैं क्योंकि सरकारें उनको बैटल्पिक सैटलमेंस के लिए जग
17:02परकट कमाई का जरिया वह तीनु यह तीनु का डेटली कॉम्बिनेशन इस तरह के बड़े पैमाने पाइलेशन के लिए मजबूर करता है पूरे तंत्र को कि वह मजबूर करता है या कि उनको मोटिवेट करता है इसको मोजबूर नहीं कहेंगे इसको अब देखें यह एक �
17:32प्रदेश में आई थी बड़े पैमाने पर लोग मरे थे लेकिन आज क्या स्थिति है हमने क्या सबक सीखा और हम क्या धराली में जो हुआ है उससे कोई सबक सीखेंगे क्या जो अर्नियंत्रित कंस्ट्रक्शन चल रहा है इस पूरे हिमाले पट्ती में यहां मैं बार बार �
18:02तब आपको दिखाई देता है कि किस तरह से एक परियोजना के बाद दूसरी परियोजना आ रही है और वहां के लोग जोशी मट जैसे इलाके के लोग चिला चिला के कह रहे हैं कि तुम जो सुरंगे खोद रहे हो जो डाइनामाइट फाड रहे हो उसकी वज़ा से यह पू
18:32करना है सरकार को ओल वेदर रोड चाहिए और वहां पर सुप्रीम कोट भी कोई एप्लिकेशन कोई याचिका कोई वहां के लोगों की सुनवाई नहीं करता है और सबसे बड़ा सवाल यह है कि धराली में अगर पिछले दस सालों में दो घटनाएं इस तरह की हो गएं थी हा
19:02क्या हमने कभी सोचा ठहर कर कि लोगों को बसाने के लिए उनके रोजगार के लिए क्या योजना बनाई जा सकती है क्योंकि देखिए यहां पर सीधे सीधे लोग कह रहे हैं यहां पर भी कहा जा रहा है कि शमता से अधिक आबादी बसी है पहाड़ों में शमता से अधिक य
19:32मुस्लिम आबादी दिखाई देती है और वहां पर उनको निकालने के लिए वे काम करते हैं लेकिन यहां पर जब पहाड और पहाड में रहने वाले लोगों को बचाने का सवाल आता है तब चुप हो जाते हैं यहां पर जो सुरेश भाई हैं जो पर्यावर अडविद हैं और
20:02कलपना कीजिए चार दर्जन से अधिक गाउं हैं जो ग्लेशियर के मलबे के ऊपर बसे हुए हैं धामी जी सुन लीजिए इन गाउं कोई ऊपर किस तरह की आबदा आ सकती है उससे बचाव का क्या इलाका हो सकता है क्या रास्ता हो सकता है यह हमें सोचना जरूरी है विज्
20:32सदियों से यहां के लोगों को प्रक्ति का कहर जेलना पड़ा है लेकिन साथ ही साथ यहां यह समझना जरूरी है कि जिस तरह का विकास चल रहा है वह कैसे होगा क्योंकि इस विकास के लिए ध्यान दीजेगा
20:57सडकों के लिए पार्क के लिए रेस्टोरेंट्स के लिए बड़े बड़े होठलों के लिए पहाड काटे जाते हैं और पहाड के साथ साथ पेड काटे जाते हैं यहां पर
21:13in the race to earn from tourism
21:15tree felling and constructions
21:18are happening
21:19at unprecedented scale
21:21there are no robust
21:24system placed
21:25to manage disaster in vulnerable
21:28stretch
21:29यह सुरेश भाई जो हिमालया बचाओ
21:31आंदोलन के व्यक्ति हैं जिनका अभी
21:33मैंने आपको कोट सुनाया
21:35उन्होंने बिल्कुल साफ
21:37साफ एजंडा सेट किया
21:39बिल्कुल साफ साफ कहा है
21:41कि भाईया ये construction करने के लिए
21:43किस तरह से
21:45पहाड काटे जा रहे हैं
21:47किस तरह से पेड काटे जा रहे हैं
21:49क्योंकि पेड नहीं रहते
21:50तो पहाड को रोकने
21:53पहाड को गिरने से
21:54पहाड को धसकने से
21:56बचाने की शमता खत्म हो जाती है
21:59और यहाँ पर
22:00इतनी बड़ी आबादी क्योंकि वही टूरिस्ट रूट आपने बना रखा है
22:05हाँ बड़े पैमाने पे टूरिस्टों को बुलाते हैं
22:09और उनके लिए जिस तरह का कंस्ट्रक्शन करते हैं
22:12वह एक अपने आप में बड़ा सवाल है
22:14यहाँ पर वो कहते हैं
22:17क्योंकि जो मैं आपको कह रही हूँ कि जिस तरह से अधिकारी
22:20और खासतोर से धामी सरकार के अधिकारी इसमें पल्ला जाडने की कोशिश कर रहे हैं
22:25वो यहाँ लिखाई देगा
22:26अब आप देखिए कि
22:37इसलिए समझिये कि हम क्यों विरोध करते हैं
23:07कि पहाड में चौड़ी चौड़ी सडके नहीं होनी चाहिए
23:10यह यह खबर कह रही है
23:12और इस खबर में बिल्कुल साफ साफ शब्दों में कहा गया है
23:16कि सडकों को चौड़ी करने के लिए
23:19जो पहाड काटे जाते हैं
23:20जो पेड काटे जाते हैं
23:22जो जमीन में विस्फोट होता है उसकी वज़ा से जो slopes हैं वहाँ पर बारिश को रोकने के लिए बारिश से जो पहाड गिरते हैं भूसरकलन होता है लैंड्सलाइड होते हैं उन्हें रोकने के लिए कोई रास्ता नहीं रह जाता है
23:38सबसे इंपोर्टन बात है जो हम बार बार कह रहे हैं कि किस तरह से जो धराली में जिस जोन में वहाँ पर पानी उपर आया
24:01वह दरसल किस तरह से एक वाटर वो रास्ता था नदी का नदी के रास्ते पर जो इस तरह का
24:09construction हुआ है वह कितना खतरनाक है और यह भी it would be unjust to say that our planners and policy makers are not aware of sensitivity of Himalayan region
24:20but it seems that the awareness is masked under the pressure to utilize Himalayan resources for growth
24:27लालच सरकारों को पता है नीती बनाने वालों को पता है कि हिमाले एक fragile ध्यान से सुनिए
24:35fragile पहाड है बहुत नया पहाड है यहां बड़े पैमाने पर construction नहीं जेल सकता वो
24:42यह बात सबको पता है लेकिन लालच इतना बड़ा है और हिमाले रीजन का दोहन करना इतना लोग चाहते हैं
24:50हमारे political leaders इतना चाहते हैं कि वह लगातार यहां पर इस तरह का अंधाधुन विकास कर रहे हैं
24:58हिमालेन resources for the growth and provide easy and fast accessibility by developing road networks
25:05rapid and unplanned development is playing a key role in destabilizing हिमालेन equilibrium
25:13यह अनूप नौटियाल जो environmentalist है जो परियावरन विद है उन्होंने कहा
25:18कि यह जो विकास की अंधी धौड है यह हिमाले को बरबात कर रही है और एक बार मैं दोहराते हुए बात खतम करूंगी
25:26कि 2013 में जो कैदारनात में हुआ था सरकारें उससे कोई सबक नहीं सीख रही है
25:33और डर इस बात का है कि धराली में जो हुआ है उससे भी कोई सबक नहीं सीखा जाएगा
25:39क्योंकि एक भी व्यक्ति यह कहते हुए नहीं सुनाई देता है
25:44इन परियावरण विदों के अलावा सरकार से नीती बनाने वालों से कि हम अपनी नीती में परिवर्तन करेंगे
25:54हम हिमाले के दोहन की नीती को बदल कर हिमाले को बचाने की नीती करेंगे
26:00हम बड़ी सडकें बड़ा कंस्रक्शन नहीं करेंगे हम बड़े प्रोजेक्स हाइडल प्रोजेक्स नहीं बनाएंगे