00:00वो मानने को नहीं तयार होती कि उसके बच्चे को इंसान ने माल डाला है
00:03वो पैदा होता है माल डालते हैं क्योंकि भैसे का क्या करोगी
00:05भारत में जो 90% दूद होता है इस्तिमाल वो भैस का होता है
00:10किसका भैस का जो दूध आता है उसको वो तो आता है उसके बच्चे पड़वे के लिए वो दूध रोक के रख लेती है वो मानने को नहीं तयार होती कि उसके बच्चे को इंसान ने माल डाला है वो पैदा होता है माल डालते है क्योंकि भैसे का क्या करोगी वो नहीं मानती कि
00:40कि उसमें दूद रोका होता है वो उसको नहीं रोक पाती जैसे कि मैंने यहां मुठी में कोई चीज भीची हुई है और आप मुझे यहां इंजेक्शन मारें और भयानक दर्द हो तो क्या होगा मेरी मुठी तो दूद आ जाता है उस दूद की आप चाहे पीते हो भयांस इतन
01:10को किसी और प्रजातिएगा कोई आके दोहरा है वैस नहीं दूद छोड़ना चाहती इंसान के हाथ से उसको प्रक्रतिन ऐसा नहीं बनाया है कि किसी के हाथ आ करके उसका दूद दुहें और वो दूद छोड़ दे और यह तो आगे भी और सोच ली जाएगा कि जो हर्मोन सि
01:40और उसके प्रजनांग में आप इतना जबरदस्त दर्द पैदा करते हो और फिर उससे चाय पी जाते हो भैस रोज सुबह एक और उमीद के साथ फिर अपना दूद रोख किये कि आज मेरा बच्चा आएगा और बच्चे की जगए उसके पास आता है वह भैस का इंजक्शन
02:10होता है उसके दमाग से नहीं उतरता कि इतना दर्द हुआ था भैस को वह दर्द रोज सुबह जिलना पड़ता है ताकि आप चाय पीओ आपकी चाय रोज किसी को भयानक वेदना दे करके आती है