00:00धूप में दादी उम्मा पसीने पसीने हो रही थी, और भीनस भूकी बीचारी, दादी ने खुलाया नहीं, तो मनप फुला लिया, बस बहुत हुआ, भीनस जोर से हिननाई, और दोडती हुई गाउं से निकल गई, सब हैरान, ये कहां जा रही है, कुछ देर बाद, गाउं क
00:30ठंडी लिसी पीने लगे, भीनस ने धूप में भी धुवां निकाल दिया, आखिर में दादी ने कहा, अगली बार भूक लगे, सीधा बता देना, और दोनों हंसने लगे, हाँ हाँ हाँ