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  • 6/5/2025
चौहान वंश की निशानियों को भी अजमेर में नहीं मिल पा रहा संरक्षण. बावड़ियां अब केवल कचरा पात्र बन गई हैं. देखिए ये रिपोर्ट...

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00:28but they didn't get these 12 and 12 months.
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01:55ुशासन और प्रशासन की बेरुखी के कारण यह बावरियां लोगों के लिए कच्रा पात्र बन गई है
02:14इस्थानिय जागरुक लोग चाहते हैं कि हजार वर्श पुरानी इन एतिहासिक बावरियों को पुरातत्व विभाग से सनरक्षन मिले
02:22वहीं इसमें कच्रा डालने पर अंकुष भी लगी ताकि इसके जल को फिल्टर कर आसपास के शेत्रों में पेजल के लिए दिया जा सके
02:31इस पानी के उनदर यह प्रफ्राशावान के टाइम से यह दोनों पावडिये पहले हुव वाली वाली पावरी उसको बडी बावरी जा जाता है
02:38यह चोटी बाउडी है इसमें प्रिफिराज्चवान के गोडे और जो होते थे उस वाली बाउडी के अंदर परियां के सनान केया करते थे उस टेम में और उस बाउडी का पाणी इतना सुपर्शीद है कि वहां एक हमारे एक मजार भी है मजार है
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03:54प्रियांक शर्मा की रिपोर्ट

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