Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी के व्रत में फलाहार के बाद दूध पीने का विधान है. बीच व्रत में आपको लगता है कि अब पानी नहीं पिया तो प्राण निकल जाएंगे. जल के बिना जीवन असंभव लगने लगे तो ऐसी स्थिति में पानी पीने का विधान है. पानी पीने से पूर्व आपको ॐ नमो नारायणाय मंत्र का 12 बार जप करना है.Nirjala Ekadashi 2025: Nirjala Ekadashi Ke Vrat Me Pani Kab Pina Chahiye, 1 Tarike Se Nahi Tutega Upvas
00:00इस साल नर्जला एकादशी का वरच 6 जून दिन शुक्रवार को रखा जा रहा है
00:04जेश्ट शुकल एकादशी के सूर्योदे से द्वादशी के सूर्योदे तक जलन अग्रहन करने की वज़़े से इस वरच को नीरजला एकादशी कहते हैं
00:12लेकिन अगर आप भी वरत रख रहे हैं और आपके मन में भी ये विचार बार-बार आ रहे हैं कि पानी के बिना उपवास करना संभब नहीं हो पाएगा
00:22तो ऐसे में शास्त्रों में निर्जला एकादशी पर पानी पीने की विधी बताई गई है
00:27इस विधी से पानी पीने पर निर्जला एकादशी का वरत भंगड नहीं होगा और आपको वरत का पूरा फल जरूर मिलेगा
00:34ध्यान रहे इस वरत को करने से पूरे साल की एकादशीों का फल एक साथ ही मिल जाता है
00:40साथी इस वरत से मोक्ष की प्राप्ती भी होती है
00:43अब बात करते हैं कि अगर बीच वरत में आपको लगता है कि पानी नहीं पिया जाए तो प्राण निकल जाएंगे तो पानी पीने से पहले आपको ओम नमो नारायनाय मंत्र का बारह बार जाप करना होगा
00:54उसके बाद एक थाली में पानी भर लें अब घुटने और भुजाओं को जमीन पर सटा कर पानी पिये आपको पानी एक पशु के समान पीना है यदि आप इस विधी से पानी पीते हैं तो आपका नरजलाय कादशी वरत भंग नहीं होगा उसके बाद आप आगे वरत विधी �