जलवायु परिवर्तन आज एक गंभीर समस्या है. इसके खतरों के लिहाज से झारखंड देश के सबसे असुरक्षित राज्यों में से एक है. रांची से उपेंद्र कुमार की स्पेशल रिपोर्ट.
00:00climate change has been a lot of danger and you have been a full research in this field.
00:06The climate vulnerability is the worst for 4 days in the country.
00:12There are many different things in the index.
00:16Because we have a lot of poverty,
00:18we believe that when the climate change is a good thing,
00:25तो जो अंतिम पायदान पे इतने सारे घरीब लोग हमारे हाँ हैं वो उन चेंजेश से कोब नहीं कर पाएंगे तो उनको बहुत परिशानी होगी और अगर आप देखें कि इनकी सुरुवात कहां से होती है तो जितने भी महत्तुकूण
00:40पैरामीटर हैं खास करके निचरल रिसोर्सिस से सम्बन देता हैं उन सब में दुर्भाग ग्यवस राज्य का नाम जारखंड होने के बावजोद भी हम सबसे खराब हैं उदाहरं के लिए आपको जानके आश्यल होगा कि डिजर्टिफिकेशन और नैं डिग्रेडेशन यानि
01:10सलिकरण का शिकार है जबकि राजस्थान बासथ परसेंट गुजरात बावन परसेंट और लदाख जो नोन डेजर्ट स्टेट्स हैं वो 42 परसेंट पे हैं यहां तक कि हमारी जो चहुद्दी में यूपी बिहार, चतिजगर, बंगाल, उरिसा, इत्यादी राज्य हैं इसम
01:40मतलब वह हुआ, कि हम कुछ ऐसा कर रहे हैं जो हमें नहीं करना चाहिए, अथो सिध्या सा मतलब छे हैं, कि हम ने अपने राज्य में
02:04जल संद्रक्षन का समचित उपाय नहीं किया है
02:08यही कारण है कि उबर्थाबर जमीन स्लोप जादे होने के वज़े से
02:12हमारे हाँ बड़े पैमाने पे भूछरन होता है
02:15और लगातार भूछरन से वही जगध फिर डिसरेटिफिकेशन की तरफ जाने लगती है
02:20इसको रोकने का बहुत ही बहतर उपाय है
02:25हम लोगों ने इसको करके देखा है
02:27और इन फैक्ट जो लेटेस्ट इसरों की रिपोर्ट है उसमें भी उपर लक्षित होता है
02:34कि लगबग 1.5 लाख हेक्टेयर और हलांकि वो साइकल 17-18 में खतम हो गई
02:39अगर वो 21-22 तक की होती तो लगबग 3.5 लाख हेक्टेयर उसमें कमी जो आई है
02:44वो ग्रामीड विकास और हमने जो मंडरिगा और वाटर्शेट का संजिक्त प्रियास था उस समय
02:50जो किया था इस चीज को अरेश्ट करने के लिए खास करके निलामबर पितांबल जल संब्लती योजना के माधिम से यह उसी का परिणाम हो था है
02:57तो इसको ठीक किया जा सकता और मेरा यह मानना है कि जब तक आप इस काम को ठीक नहीं करेंगे
03:04आपका राज टांड के खास करके नमी नहीं मिलेगी तो आज भी जार्खन में 22 लाख हिक्टेर टांडड जहां मेडबंदी नहीं है
03:13वहाँ माश्चर एक्रस की वज़े से कोई फसल नहीं हो सकती है आप हार्टिकलचर भी नहीं कर सकते है पेड़ भी नहीं अ सकते है
03:21जबकि मेरा यह मानना है लोग कहते हैं जहारखंड के टान का कोई महत तो नहीं है लेकिन मैं कहता हूँ जहारखंड का भविष्ट जहारखंड के टान से हो करके ही जाता है
03:29जह दिन जहारखंड में आप उस 22,00,00 को आप प्रोड़क्टिव साइकल में ले आ देंगे हाटिकल्चर के माध्यम से सबजी उत्पादन के माध्यम से दलहन और तिलहन के माध्यम से जिसमें कम पानी की जरुवत लगती है और जो दोन है इसको तीन फसला कर देंगे उस दिन
03:59हमारे हम फारिष्ट की क्वालिटी बहुत बुरी तरह खराब हो रही है जो बहतर फारिष्ट है वो नीचे जा रहा है जो मध्यम दर्जे का फारिष्ट है वो ओपन फारिष्ट में कम वर्ट हो रहा है और इसकी सीज डाइवरसिटी कम हो रही है अंदर की बात अगर आपक