00:00ज्हारखन के लिए आज का दीन काफी महत्तपूंड दीन है भगवान विर्षा मुंडा का आज पूंडतिती है और इस अबसर पर राज़ाने राची में कई कारिकरम आयोजित किये जाते हैं लेकिन इस बक्त जिस जगह पर हम है ये जगह काफी खास है यही वो जगह है जहां
00:30आदिबासी सबाज के महानायक भगवान विर्षा मुंडा की पुर्ण तिथी पर पूरे देश भर में सद्धानजली अर्पित की जा रही है पचीस बर्स की अर्पायू में आदिबासी अस्मिता अधिकार और अस्तित्व के लडाय को अंजाम तक उचाने वाले भगवान �
01:00के अनिवाई भगवान का दर्जा देते हैं और प्यार से धर्ती आबा कहकर भी पुकारते हैं उन्होंने आदिबासियों की जल जंगल जमिन की रक्षा के लिए बिटिस हुकुमत के खिलाब पुल्गुलान का नित्रुत्य किया यही नहीं उन्होंने समाजी कूरितियों औ
01:30कारों और जानकारों का मानना है कि उन्हें बिटिस सरकार की ओर से दीजारी यातनाओं के कारण जान गवानी पड़ी इस एकर में फ्याले एक एतिहासिक परिसर के कोठरी आज भी सुरक्षित है जहां धर्ती आबा ने अपने जीवन के अंतिम दिन बिताए जेल परिसर को �
02:00समाधी स्थल है उसके भी बारे में बताएंगे और दिखाएंगे कि यही वो समाधी स्थल है जहां भगवान बिर्सा मुंडा के जो अंतिम संसकार होते हैं वो पूरी तरह यहां आयोजन हुआ था और इसी जगह पर और इस स्थान पर आज काफी संख्या में लोग आएंग
02:30अधा सुमन और पित किया जा रहा है सयोगी परवान सिंक साथ में चंदर मटाचारिया इटीवी भारत राची