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  • 6/1/2025
पूरा वीडियो: मज़ा हो भरपूर, सज़ा रहे दूर || आचार्य प्रशांत (2022)

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00:00अक्सर हम अपने आपको एतर्क देते हैं कि मुझसे ये गल्ती हो गई ये मैं नहीं थी
00:30और मैं इसमें संगलिप्त था तो जिम्मदारी मेरी है ना कुछ गल्ती से होता है ना कहीं मजबूर हो तुम
00:36अगर वाकई इमानदारी का जीवन बिताना चाहते हैं तो अपनी भाशा से एक शब्द बिल्कुल हटा दे
00:42मजबूरी मैं क्या करूँ मैं तो हालात कमा रहा हूँ मैं मजबूर थी दे हो तास पारो तुम जूट बोल रही हो कोई मजबूर नहीं हो तो

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