00:0033 में स्कूर याद है न? एक स्कूर है, जगा है बड़ा खुला स्थान, वहाँ पर इकठा हो गए, वहाँ इकठा हो करके सरकार की खिलाफ ये सब कर रहे थे, कई दिनों से कर रहे थे, शातर ही थे ये सब, उस दिन टैंकों से और बंदूकों से ख़जारों लोग मारे गए थ
00:30तस्वीर याद नहीं है उस तस्वीर में टैंकों के कतार उसके आगे एक अकेला खढ़ा हुआ है और जो अकेला कादा गप수 है तुम्हें क्या लगता है
00:38वो आज जिन्दा है उस तस्वीर को अपनी डीपी बनाने के लिए
00:40वो कुचल दिया गया उसी टैंक के नीचे
00:43अतरकार ने कहा कि पुलिस फॉज
00:45अरे इतने भर से क्या होता हैं सीधे टैंक भेजेंगे
00:48और टैंक भेज के शहर के बीचो बीच स्क्वेर में मार डाला