Jamai Shasthi Vrat Katha 2025: समाज के लोगों को जब पत्नी के कुकर्मों के बारे में पता चला तो वे क्रोधित हो गए और उसे अपने माता-पिता के घर जाने से रोक दिया। तब षष्ठी पूजा के दिन पत्नी के माता-पिता उसे और उसके पति को अपने घर आने के लिए आमंत्रित करते हैं और तब से यह दिन जमाई षष्ठी के रूप में जाना जाने लगा।Jamai Sasthi Vrat Katha 2025: Jamai Sasthi Kyu Manate Hai,Itihaas Kya Hai ?
00:00बहुत समय पहले की बात है, एक गाव में एक स्त्री रहती थी, उसके साथ बेटे, साथ बहुएं और एक छोटी बेटी थी, वो स्त्री बहुती चतुर लेकिन चोरी की आदतों वाली थी, वो अक्सर बाजार से फल, फूल, मिठाई आदी चुरा कर लाती और जब कोई फूच
00:30यह सब देख रही थी, लेकिन कुछ नहीं बोली, समय बीता, एक दिन उसकी बड़ी बहु ने जमाई शष्टी की तयारी की, जमाई बाबु को बुलाए गया और स्वादिष्ट भोजन, माच, भात, मिठाई, पाए शादी बनाकर परोसा गया, जैसे ही सब खाने बैठे, �
01:00कि वो जूट बोलकर घर का समान खुद ले जाती है, लज्जित होकर वो स्त्री जंगल की ओर भाग गए, और एक पेड के नीचे बैठ कर रोने लगी, तब ही वहाँ एक सुन्दर स्त्री प्रकट हुए, जसके साथ चोटे-चोटे बालक खेल रही थे, वो स्त्री मुस्कु
01:30फिर भी मैं तुझे श्रमा करती रही, जाओ, अपने घर लोट जाओ, सब कुछ वापस मिलेगा, वो स्त्री जैसे ही घर पहुँची देखा की पूरा खाना वापस आ गया है, जमाई बाबु भी खोश है, और घर का माहौल फिर से हर्शोलास से भर गया, तब से हर साल शश