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  • 5/29/2025
Shashi Tharoor Panama Speech: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर दुनिया के देशों को भारत का रुख बताने के लिए भारत की ओर से 6 प्रतिनिधिमंडल (All-Party Delegation) अलग अलग देश गए हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने पनामा (Panama) की धरती से पाकिस्तान (Shashi Tharoor on Pakistan in Panama) को बेनकाब किया है. क्या कुछ बोले शशि थरूर वीडियो में जानें विस्तार से.

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Transcript
00:00क्या कॉंग्रेस के वरश्णेता और और आल पार्टी डेलिगेशन के एक टीम के मुखवक्ता शर्षित अरूर बोदी सरकार की कैबिनेट में शामिल होने वाले हैं?
00:12क्या वो विदेश्मंत्री एस जैसनकर की जगह लेने वाले हैं?
00:16क्या इस जैसंकर की performance को देखते हुए
00:19मोदी कैबनेट से उन्हें बाहर किया जाएगा
00:22ये कुछ ऐसे सवाल है जो इन दिनों
00:24social media पर तेजी से वायरल हो रहे हैं
00:26क्योंकि एक तरफ जहां शसी थरूर को लेकर के
00:28कॉंग्रेस की बयानवाजी जारी है
00:30और वो सीधे तरफ पर लगभग ये कॉंग्रेस मान चुकी है
00:34कि शसी थरूर अब उसके हाथ से निकल चुके
00:37क्योंकि मोदी सरकार ने जिस तवज्जों के साथ
00:39उन्हें all party delegation के लिए चुना
00:43और उसके बाद party की बिना इच्छा के उन्हें विदेज भेज दिया
00:48और उप्रेसंस इंदूर बकायदा पहलगाम को लेकर के पूरी दुनिया में
00:53उन्होंने सरकार का पक्ष रखा उससे काफी हद तक कॉंग्रेस नाराज
00:57और इसलिए मीडिया में तमाम सवालों के बीच में
01:02कॉंग्रेस नेता उदित राज ने भी तंज कस्ते हुए ही सही
01:05लेकिन थरूर को तो उन्होंने ये कही दिया कि काश आपको पीएम मोधी विदेश मंत्री बना देते
01:11दरसल ओप्रेसंस इंदूर के बाद भारत का पक्ष रखने के लिए
01:15शसी थरूर की अगवई में साथ सांसोदों की ओल पार्टी डेलिगेशन पांच देशों का दोरा करने पहुँची थी
01:21वो अमेरिका में अपना दोरा पूरा कर चुके हैं और इस समय पनामा का दोरा चल रहा है
01:26इसके बाद डेलिगेशन गुवाना ब्राजील और कोलंबिया से होते हुए वापस लोट जाएगा
01:32हाला कि इस दोरे को लेकर के भारत में थरूर के खिलाफ उनकी ही पार्टी के भीतर हमले किये जा रहे हैं
01:39और कॉंग्रेस पार्टी के अंदर एक धड़ा शसी थरूर को फूटी आग भी नहीं देखना चाहता है
01:45लेकिन इसके पीछे की कहानी क्या है क्या ऐसा कुछ संभव हो सकता है क्योंकि जस तरीके से
01:51शसी थरूर ने सरकार का पक्ष विदेश में जाकर रखा है और उनकी वाणी और उनके वक्तव्यों से पूरा देश पहले से ही मनमोहित है
02:01ऐसे में माना जा रहा है कि क्या जशंकर ने जस तरह से पाकिस्तान और ऑपरेशन सिंदूर के बीच में पहले एक बयान दिया था
02:09कि पाकिस्तान को हमले से पहले ही सुचित कर दिया गया था, क्या ये बयान उनकी सेवा को खा जाएगा, यानि विदेश मंत्री के पत को खा जाएगा, ये तमाम सवाल है, लेकिन ये क्या ऐसा संभा हो है, क्या कुछ नियम ऐसे कहते हैं, इसको लेकर के पूरी डीटेल मैं आ�
02:39तब ही से पहली बार विपक्ष के तौर पर किसे नेता को सरकार की ओर से पक्ष रखने के लिए भेजे जाने की परमपरा शुरू हो गई थी, बाशपेही सितंबर 1960 को जॉन एफ केनेडी और रिचार्ड निक्सन के बीच में राष्ट पती चुनाव अभियान के दोरान पर
03:09देखक अवशेक चौधरी ने अपने दो खन्नों वाले संसमरण वाशपेही दा एसेंट आफ दा हिंदू राइट के पहले भाग में लिखा है कि 25 सितंबर 1960 की सुबए वाशपेही पहली विदेश यात्रा के लिए वासिंगटन डीसी गये थे और विवान में वो सवार हो �
03:39पहला आर्थिक सलाकार न्यूक तिया जिनोंने साल 1991 में अपने मित्र और तकालीन वित्तमंत्री डॉक्टर मन मोहन सिंग के साथ देश में उदारी करण की शुरुआत की थी
03:50जुबरमानेम स्वामी को विपक्ष में होते हुए भी तकालीन प्रधान मंत्री पीवी नसिमहा राव ने कैबनेट रैंक का दरजा दिया और उन्हें बस � Camera का दरजा प्राप्ट हो था और वो मंत्री उन्हें नहीं बनाया गया था उन्हें स्रम मानक और अंतराष्टिय व
04:20ने अपनी प्रतिदुन्दी को विदेश मंत्री बनाया था और विदेशों में आम बात ये है कि जैसे अमेरिका के राश्टपती रहे बराक ओबामा ने राश्टपती चुनाओं में अपनी प्रतिदुन्दी रहे हैलरी किलिंटन को अपना विदेश मंत्री बनाया था
04:34हेलरिक किलिंटन ने राष्टपती बाराक उबामा के कारिकाल के दौरान विदेश मंत्री रहने का एक सवभाग पाया। हेलरिक किलिंटन 2009 से 2013 तक राष्टपती बाराक उबामा के अथीन अमेरिका की विदेश मंत्री के रूप में काम करती रही।
04:50भारती लोगतंत्र में ऐसा संभौन नहीं, क्योंकि यहां के नियब कुछ अलग है, क्योंकि इसे फिर पार्टी लाइन से अलग मान लिया जाता है.
04:57उसे अपनी ही पार्टी की कारवाईयों का सामना करना पड़ता है, सदन में उसकी सदस्ता जाने का भी खत्रा रहता है,
05:04सदन में नेता पृत्पक्ष यानी समवैधानिक रूप से सदन के मुख विपक्षी दल जिसे सदन की निर्धारिस सीटों की नियुंतम 10.25 सीटे प्राप्थ होती हैं उसे कैबनेट मंतरी का दर्जा और सुधायें प्रधान की जाती हैं
05:19लेकिन क्या थरूर के मामने में ऐसा कुछ होगा थरूर कियों अपनी ही पार्टी में अलग थलक पड़ गए हैं और अपनी ही पार्टी के नियताओं के निशाने पर हैं
05:27दरसल थरूर ने जिस तरह से मोधी सरकार का वचाओ किया और उसके बाद से ओपरेशन सिंदूर को लेकर के सैंड कारवाई को लेकर कूट नीति की स्तर पर भारत सरकार की पहल की तारिफ की उससे कॉंग्रेस बाठी बहुत ही असहज है
05:41सरकार की ओर से उन्हें सर्वदली प्रतिनी दिमंडल का अगुवा बनाकर अमेरिका भीजने का सरकारी फैसला कॉंग्रेस को खटक गया
05:49कॉंग्रेस नेता ये कह रहे हैं कि कॉंग्रेस में होना और कॉंग्रेस का होना दूनों में अंतर है
05:54यानि कॉंग्रिस में रहकर के भी तमाम लोग बाहर के होते हैं और तमाम लोग बाहर के होकर के भी कॉंग्रिस के होते हैं दोनों बातों में बहुत महीन अंतर है लेकिन क्या कॉंग्रिस पार्टी में इतना ज़स्बा है कि वो थरूर का बाहर का रास्ता टै कर सके क्या उन्ह
06:24एवों अन्य कारुनों से भी अपने सद्दस्यों को पार्टी से बहार निकाल सकती है।
06:28ऐसे में थरूर को भी अनुसासन हींता का आरूप लगा करके कॉंग्रेस से बहार का रास्ता दिखाया जा सकता है।
06:35लेकिन क्या ये संभव हो पाएगा, क्या कॉंग्रेस ऐसा करेगी, इसमें थोड़ा ससन्स है, क्योंकि जन प्रतिनीदित अधिनियम, यानि कानून के अगर बात करें, तो 1991 पास एक कानून है, जिसका नाम है जन प्रतिनीदित अधिनियम, इसमें राजनीतिक पार्टियों में
07:05अलंगन करता है, तो उसे बाहर करास्ता दिखाया जा सकता है, लेकिन क्या दल बदल कानून भी इस पे लागू हो सकता है, क्या यही सबसे बड़ी अडचन थरूर के सामने होगी, अब आप जरा समझ लिए कि दल बदल विरोधी कानून क्या कहता है, दरसल दल बदल विरो�
07:35सभप्रति द्वारा संचालित किया जाता है, वहीं चुनाव आयोग राजनीतिक दलों के पंजीकरन और मानता को नियंतरित करता है, यदि कोई दल अपने नियमों का उलंधन करता है, तो उसे उसकी मानता रद की जा सकती है, पार्टी सदस्त के खिलाफ क्या एक्शन ले सक
08:05होता है और इस तहट उसके उपर कारवाई हो सकती है, इसके अलावा यदि कोई चुनाव हुआ प्रतिनीती बिना पार्टी के निर्देश के मद्दान करता है या पार्टी विरूधी गद्विधियों में शामिल होता है, तो उस पर दल बदल विरूधी कानून के तहट कार
08:35कि शसित रूर को लेकर के आशंका हैं तो बहुत हैं, लेकिन क्या वो विदेश मंत्री बनेंगे ऐसा कहपाना थोड़ा सा मुश्किल है, लेकिन एक बात तो ये है कि अंदर खाने की खबरें ये हैं, तो शसित रूर को माना जा रहा है कि वो बीजेपी की दहलीश पर खड�
09:05इस खबर में इतना ही अब्डेट्स के लिए बने रहे हैं, वन इंडिया हिंदीक साथ, नोश्कार।

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