Advance Brahmos Missile: भारत और रूस ने मिलकर ब्रह्मोस-II, एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल, के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह मिसाइल वर्तमान ब्रह्मोस-I से कहीं अधिक गति और सटीकता प्रदान करेगी। गति: ब्रह्मोस-II(BrahmosII) की अधिकतम गति Mach 8 (लगभग 9,800 km/h) होगी, जो इसे दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइल बना देती है।
00:00आज हम बात करने जा रहे हैं इंडिया की उस सूपर मिसाइल के बारे में जो सिर्फ देश की डिफेंस पावर नहीं बढ़ा रही बलकि इंडिया को इंटरनाशनल डिफेंस मारकेट में एक बड़ा प्लेयर भी बना रही है ब्रमोस मिसाइल और अब खबर ये है कि इंडिया �
00:30देश चलती है यानी मैक्स 2.8 की स्पीड से इसे इंडिया और रूस ने मिलकर बनाया है और नाम भी ब्रमपुत्र और मोस्क्वाग रिवर के नाम पर रखा गया है ब्रमोस इसकी रेंज पहले 290 किलोमेटर थी और आप बढ़कर 800 किलोमेटर तक पहुच गई है और ये मिस
01:00लिणे रूस के साथ बात शुरूर की है कि ब्रमोस का एड़्वांस वर्जिन भी बनाया जाए और वो भी इंडिया में इस डील से इंडिया की डिफेंस मैनुफाक्ट्रिंग को एक नया बूस्ट मिलने वाला है अब बात करते हैं मैनुफाक्ट्रिंग की तो लखनों में �
01:30एक ब्रमोस मिसाइल की अवरिज कॉस्ट 34 करोड उपय होती है और इंडिया ने अभी हाल ही में ब्रमोस के लिए 2360 करोड की डील साइन की है यानि डिफेंस के मामले में इंडिया अब सिर्फ कस्टमर नहीं बल्कि मैनुफाक्चरर और एक्सपोर्टर भी बन चुका है तो अ�
02:00नई opportunity मिलेगी, export और foreign income भी बढ़ेगी इंडिया पहले ही फिलिपिन्स को ब्रमोस बेच चुका है और वियतनाम जैसे देश भी interest दिखा रहे है ब्रमोस की मदद से इंडिया की defense diplomacy strong हो रही है रूस और इंडिया की ये deal सिर्फ defense नहीं बल्कि एक strategic partnership का symbol है ये combination ब्रमोस को और �
02:30support leader बनने की तरफ ले जाएगा दो हजा चौबस तक इंडिया टॉप 25 defense exporting countries में था और अब ये rank और उपर जा सकती है तो अब आप समझ गए होंगी कि ब्रमोस सिर्फ एक missile नहीं इंडिया की technological और diplomatic ताकत का भी प्रतीक है तो इंडिया के इस defensive कदम पर आपकी क्या रहा है हमें