#inteha #javedSheikh #JaniceTessa
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Inteha Episode 6 | Janice Tessa | Furqan Qureshi | Ammara Chaudhary | Zainab Mazhar | 24 May 2025 | ARY Digital
To watch all episodes of Inteha ➡️ • Inteha | Full Episodes
Inteha — Some truths don’t just break homes; they burn them to ashes. When hidden secrets come to light, lives are shattered and nothing remains the same In a world ,
Cast:
Subhan Awan,
Janice Tessa,
Javed Sheikh,
Furqan Qureshi,
Ammara Chaudhary,
Zainab Mazhar,
Atiqa Odho,
Sabreen Hisbani,
Sehar Afzal,
Noushaba Javed,
Naveen Naqi,
Sabahat Bukhari,
Hunain Shahid, Aadi Khan & others.
Writer: Nadia Ahmed
Directed by: Rao Ayaz Shahzad
Timing :"Inteha" Daily at 7:00 PM
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Ammara Chaudhary,
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FunTranscript
00:01कतल करने का प्रोग्राम है?
00:03नहीं सर्प्राइस करने का प्रोग्राम है
00:05और अगर मैं सर्प्राइस ना हुई तो?
00:07फिर प्रोग्राम तो बड़ गया
00:10इतना मुझे को मता दे
00:12कैसे तुझे को बुला दे
00:15सुनना नहीं अरचाए
00:17दिल में इतना शोय है
00:20बात ठीक की है तुम में
00:22बाबा ने वाकिये मेरी जिमदारी उठा के
00:24महुत बड़ा एसान किया था मुझे
00:26लेकिन तुम्हें पता है?
00:27कभी जताया नहीं था
00:29अपने आपको देखो तुम
00:31वाकिये उनके बेटे हूँ?
00:32क्योंकि मुझे नहीं लग रहा
00:35उनके बेटे हो गए इतने ही कंसा...
00:36चल
00:43ये कॉलिटी भी है तुम्हें
00:44होर तब ये हाद नहीं उठा लेते हो तुम
00:47शुक मैं बहुत सहव पर इसकी बात है
00:50पर आप आपको बात रहे है
00:53और आएंदा अगर तुम में इस तरह की पतामीजी की
00:56तो क्या करोगे तुम
00:59तुम्हें जो करना होना तुम कर लेना
01:01क्योंकि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
01:21जावेश साहब की अचानक डेथ
01:23मेरे लिए भी काफ़ी शोकिंग है
01:24मैं तो हरान था जब उन्होंने मुझे से ये विल बनवाई
01:28मैं तो सोच भी नहीं सकता था कि वो इतनी जल्दी चले जाएंगे
01:34बस अल्ला ताले की यही मरजी थे यहाँ
01:38बेशक
01:40ये विल सुनाने से पहले मैं चाहूंगा कि
01:41जैवे साथ की पूरी फैमिली यहाँ मौध्यूद हो
01:48तुम सब यही है
01:51मैं नहीं, उनकी सेकंड वाइफ, उनका बेटा और उनकी मुँबोली बिट्टी
01:57आप प्लीज उन्हें भी यहाँ बुला ले
02:01बुश्रा
02:03बाकी सब को बुला आखे ले ओ
02:05ग्रेट
02:11चले वकील सब, अब तो सारे मौध्यूद हैं, बात करें आगे
02:41जावे साफ ने भी तमाम प्रापर्टी, यह घर, इसके अलागो बाकी सारी प्रापर्टी, अपना सारा बिजनिस और अपने नाम के तमाम शिर्ज, अपने तीनों बेटे और एक बेटी के नाम की
03:08क्या
03:10तीनों बेटों के नाम की
03:12जी, तीनों बेटे
03:15इसके अलागा, उनकी दूनों वाइफ के एक वाली शिर्ज हैं, जोकि उनका शरी हग भी है
03:31इसके अलागा, कुछ प्रापर्टी और शिर्ज, उन्हें ने सज्जर के नाम भी की हैं
03:36क्योंकि इनको वो अपनी मुह बोली बेटी मानते थे
03:53बहुत बात बताई, बाबा ने ये विल कब बनवाई?
03:57उन्होंने ये विल अपनी हर्ट अटेक के बाद बनवाई थी
04:00और काफी रजिन बनवाई थी
04:06मुझे पुछ दोड़ यार है कि इसो काफि तो, बहुत बात बताई
04:09मुझे उसके लिए दोड़ दाईगे
04:11में मैं ये हैं के लिए रहिना है
04:12मैं उसको इसमाल देता हुआ
04:13अब ये ज्याती कैसे कर सकते हैं हमारे साथ?
04:17यह भी expecting कर रहा था उसके.
04:22Equal shares?
04:26हमारे जतमें अपने जतमें जतमें
04:27जब ये जब जतमें जतमें जतमें
04:29अब ये ज्याती कैसे कर सकते हैं हमारे साथ?
04:33यह भी expecting कर रहा था उसके.
04:38Equal shares?
04:42हमारे जितने equal shares कैसे दे सकते हैं वो किसी और को?
04:46हमने मेनट किये हैं इसके लिए.
04:48हमारी contributions इस business के लिए हैं.
04:50Asad, तुमने दिन रात एक किये हैं इस काम के लिए, don't you remember?
04:54जाते हैं भाई, सब जाते हैं.
04:58लेकिन at the end of the day था सब कुछ बाबा कही.
05:01अब अगर उन्होंने अपने इसाफ से इसाफ...
05:03इसाफ नहीं कहते हैं इसको.
05:07यह नाइनसाफी है.
05:08हम कैसे किसी और औरत को लाके
05:10अपनी माँ की जगा पे ख़ड़ा कर दें, हिस्सेदार बना दें?
05:13People shares nonsense.
05:16हमारी... हमारी माँ ने बनाया इस घर.
05:19मामा, आपने नहीं बनाया इस घर.
05:23आपने महवबत से सजाया है इस घर को.
05:24घर तो घरवानों से बनता है बेटा, उनकी कुछी से.
05:28उनकी... उनकी मुझकुरहथ से, जब यह सब नहीं होगा तो.
05:33मस इं्ट और पत्तरकाईं का मलबा ही होता है, यह घर थोड़ी होता है.
05:38यह गर को जब आप नहीं होता है, यह बता है.
05:40घर तो घर्वानों से बनता है बेटा, उनकी कुछी से, उनकी मुस्कुरहाच से.
05:47जब ये सब नहीं होगा तो, बस इंट और पतर का एक मलबा ही होता है, घर थोड़ी होता है.
05:54अब वो इस घर में हट से बैठेंगे.
05:57नवीद बेटा, ऐसी कोई ख़ाकत ना करना, ख़दा के वासद.
06:01मामा, अगर मैं चाहूँ ना, तो मैं बहुत कुछ कर सकता हूँ.
06:06भाई, आप पाबा की विल चेंज करना चाहते हैं.
06:09मैं अपने बाब का किसी को नाम इस्तिमाल करके हमारा माल छीनने नहीं दे सकता.
06:13यह कर सकता हूँ मैं, असद.
06:17नहीं नवीद, ख़दा के वासद, ऐसी बैसे कोई चीज नहीं करना.
06:23मामा, प्लीज.
06:24मेरा बेटा फ्रॉड और दोखे बाज नहीं हो सकता.
06:28तुम्हारे बाब के लिए एक ख्वाहिश थी.
06:30तुम और मैं कुछ नहीं कर सकते इसके बारे में.
06:34ऐसी कोई हरकत मत करना, कि मैं अपनी नजरों में शर्मिनदा हो जाओ.
06:42इतना कुछ तो है हमारे पास, क्या फर्त पड़ता है?
06:45तुम्हारे बाब सब कुछ छोड़ के चले गया.
06:47मैं भी ऐसी छोड़ के चले जाओ.
06:48मामा पीस.
06:50इसे मत कहे.
06:51नहीं बिटा, यह सच है.
06:55सब कुछ के साथ हम क्या करेंगे, बताओ.
06:59मैंने तो अपने दिल पे पत्थर रखके,
07:02तुम्हें लगता है उसके,
07:04कि यह सब कुछ होने के बाद,
07:05यह पैसा, दॉलत, घार,
07:08इन सब चीजों से कोई फर्त पड़ता है तुम्हारी माँ को?
07:15समझो मैं क्या कह रही हूँ,
07:16ख़ुदा के वास्ते,
07:18रहने दो, जाने दो,
07:19क्या फर्त पड़ेगा, बेटा?
07:21क्या फर्त पड़ेगा?
07:49आपकी दबाईये होंगे पड़ी हैं, खालें, ना तो बहिमार हो जाएगे.
07:55मुझे एकछी नफ्रत हो?
07:58महाबब का सिला देख लिया न?
08:01मुझे एकसी अनुपर क्या हो रहे है?
08:03महाबब का सिला हुआ.
08:05महाबब का सिला हुआ.
08:07आपकी दवाईयें वहाँ पड़ी हैं, खालें ना तो बिमार हो जाएंगे
08:13मुझे अच्छे नफरत है
08:17महावबत का सिला देख लिया ना नफरत करना आता नहीं मुझे
08:23शकायत करना तुम्हारा हक है अर्समा
08:26ठाकक
08:27मेरा हक तो आपने किसी और की ज्ञोली में डाल दिया है, मेरे पास तो कुछ नहीं रहा
08:32मैं तुम्हें महावबत करता हूँ
08:58मैं तुम्हें करता हूँ, मुझे दर था कि ऐसा हो सकता है
09:03अब तो वो हक्डार बन चुके है
09:06क्या कर सकते हैं, बाबा के विल्लाइव से चेलेंज तो नहीं कर सकते ना
09:11लेकिन फाद, आंटी को क्या हुआ है?
09:13वो मॉम की कॉल क्यों नहीं रिसीफ परी, ना घहर चक्कर लगाया उनोंने
09:19मेरी तो समझ में नहीं आ रहा है कि आकर अमी चाहती क्या है
09:22दिमाग खराब कर रखा उनोंने मेरा
09:25हमारा रिश्टा खतं करने की बात कर रही है वो
09:27मैंने तो ये सोचा था कि वो लोग चले जाएँगी
09:29तो इस बात पर धूल मिट्टी पड़ जाएँगी
09:31और अम्मी का मूट भी ठीक हो जाएगा, मगर
09:34मुझे नहीं समझ आ रहा है मैं किस्ताना मनाओं अम्मी को
09:37तुम रोख क्यों रहे हूँ, अनम्?
09:40अनम मुझे नहीं आप कसी विया रहा है
09:42चाहित मुझे इस चीज़ का में पेला कि
09:44आप बनाओं जाने से क्यों रहे हैं, तुम लोग चले जाएँगी
09:46नहीं नहीं मैं कि अपरे टिछोंड हो जाएँगी
09:48पर जाएगी और अमनी का मूड भी ठीक हो जाएगा.
09:50मगर मुझे नहीं समझ आ रहा है
09:53मैं किस्ताना मनाओं अम्मी को.
10:05तुम रो क्यों रही हो अनम?
10:10आज मैं तुमसे बहुत महमब्बत करती हूँ.
10:13तुम बाबा भी चले गए हैं.
10:15प्लीज तुम मेरा साथ मत छोड़ना.
10:19चलम मैं तुमारा साथ कभी नहीं छोड़गा.
10:21तुम तू ऐसा सोच रही हो.
10:25मैं तो अम्मी से लड़ाई कर रहा हूँ तुमारे लिए.
10:27मैं उन्हें कन्विंस करने की कोशिश कर रहा हूँ.
10:29अगर तुम भी तो आंटी को कन्विंस करो अनम,
10:31कि कम से कम उन तीनों को तो घर से निकाले.
10:34मैं अम्मी को तो तुमारे घर इसलिए नहीं लेकर आ पा रहा हूँ,
10:37कि कहीं वो उन तीनों को देख लेगी,
10:38तो फिर से कोई इशू ना बन जाया.
10:41मामा, आप समझ क्यों नहीं रहेंगे?
10:44तुम क्यों नहीं समझ रही, बेटा?
10:46नहीं समझना चाहती मैं आपके कोई भी लोजिक.
10:49मेरा और फाहत का रिष्था तूर जाएगा.
10:52फरीदा को क्या प्रॉबलम है?
10:53प्रॉबलम क्यों नहीं होगा?
10:56मामा, आप क्यों मेरी खुशियां छीनना चाहती हैं?
10:58बाबा नहीं तो कभी मेरे किसी बात पर नो नहीं बोला था.
11:02और इसके बाबजूद तुमने उनके साथ इतनी बततमेजी की,
11:05उनका दिल तोड़ दिया है, है ना?
11:06बेटा, जिस रिलाक्स, मैं फरीदा को हेंडल कर लूँगी.
11:11समझ में नहीं आरा उसका इस सब इशू से तालुग क्या है?
11:14जैनबर उसके माँ ने तुम्हें तश्वर नहीं बचाया था.
11:17बादा नहीं, what Farida is doing?
11:19माम, इन दोनों की सोच में बहुत डिफरेंस है.
11:21वो एक अलग बैक्क्राउंड से तालुग रखती है.
11:24सही कह रहे हैं तुम.
11:26They are both from different backgrounds.
11:28ये तो आव्यस है.
11:30मुझसे घल्ती हो गई.
11:32मैंने तुम्हें अच्छा करती हूँ.
11:34तो इसका मतलब है कि आप मेरे लिए कोई सेप नहीं लेंगी.
11:38तो आप कोई सेप नहीं लेंगी.
11:40तो आप कोई सेप नहीं लेंगी.
11:42तो आप कोई सेप नहीं लेंगी.
11:44तो आप कोई सेप नहीं लेंगी.
11:46तो आप कोई सेप नहीं लेंगी.
11:47मुझे से गलती हो गई.
11:49मैंने तुम्हें खुश रखने के लिए ना फरीदा को कुछ कहा नहीं आगे से.
11:53मॉम आप...
11:54अनम बेटा है हमारे घर का मसल है.
11:56उनका इस सिलसर से कोई तालुक नहीं है.
11:59तो इसका मतलब है कि आप मेरे लिए कोई सेप नहीं लेंगी.
12:03ठीक है.
12:05मैं आप से इस बारे में कोई डिसकशन नहीं करूँगी आगू.
12:08क्यूंकि आपने मुझे इसास दिला दिया है कि मैं बाबा की डेट की जिम्मदार हूँ और वो...
12:12वो मेरी वज़ासे.
12:14ठीक है.
12:16कैसी बात है? अनम, लीज़ मेरी बात तो सुनो.
12:20आप इस बारे में कोई सेप नहीं लेंगी है.
12:44हटो यहाँ से.
12:46क्यों?
12:47समझ नहीं आ रहा, क्या कह रही हूँ? हटो यहाँ से.
12:49इस बात सुनो, तुम बततमीजी किसे कर रही हूँ?
12:55तुम नहूं...
12:56वो...
12:57सुनो, तमीज से हाँ.
13:00यह घर हमारा भी है.
13:01नहीं समझाती, तुम विल में जाके पढ़ लो.
13:03कैपिटल लेटर्स में लिखा है मेरा नाम.
13:06जानती है बचारी.
13:07इसलिए तुम frustrated घूम रही है.
13:09लेकिन इस वग मुझे तुमपे तरसा रहे है.
13:11तुम्हारी मंगनी तूट गई है ना?
13:13बताते हूँ कौन शट अप होगा है इस घरवे?
13:44यार इसे नॉनसेंस है.
13:48बाबा ने अपनी सेकंड वाइफ के नाम हमारे जितने शैस कर दिये.
13:52हमें इकल जाओं बचा रहे हैं.
13:57राद दिन मैंने काम किया यार.
13:59इस बिजनस को मैं ले कराँ यहाँ पर अपने हाथों से.
14:03और बाबा ने ये सिला दिया मुझे.
14:06मुझे इसे नहीं दिया.
14:08तो आप ये सब मुझे क्यों बता रहे हैं?
14:10अरे तो तुम्हें ना बताओं तो किसको बताओं फिर.
14:13तुम मैंने अपनी वाइफ है, तुम इसे चाहिए चाहिए.
14:16क्रस तो है नहीं आपको मुझे पर.
14:18ये सारी बार आपने मुझे राज रखी थी अभी तब.
14:22जैनब ये मेरी घर का मामला था.
14:24और मैं चाहता था इसको घर पे ही हैंडड करो, ओके?
14:27ओ, तो आप मुझे अपने घर का हिस्सा भी नहीं समझते?
14:34बाबा को तो मैं अपना आइडियल समझती थी.
14:37मेरे पेरेंट्स में तो शुरू से ही बहुत डिप्रेंट्स थे.
14:40मुझे हमेशा लगता था कि मामा और बाबा में बहुत महबबद है.
14:44येकिन अब लगता है कि महबबद धोके के लावा कुछ भी नहीं है.
14:47ये सारे ये रिष्टे सिर्फ और सिर्फ धोका है.
14:49ऐसी बात नहीं है जैना, ऐसी बिल्कुल बात नहीं है.
14:54कुछ लोगों की मज़बूरी होती है.
14:59I am sure, I am sure बाबा की कोई मज़बूरी होगी.
15:06तो अगर किलको आपके बाबा की तरह आपके सामने कोई मज़बूरी होती है, तो आप भी यही करेंगे?
15:11मैं कैसे ट्रॉस करूँँ आप पे?
15:13What?
15:15तुम्हीं ये लग रहा है मैं तुम्हारे साथ ये करूँगा?
15:17मुझे लगता है कि सब मर्द एक जैसे होते हैं.
15:19मतलब ही दोकेबाद और बेवफाद.
15:22जब मौका मिले हाथ छोड़ देते हैं.
15:24लेकिन अब लगता है कि ये महबत से फिर एक फरेब है.
15:27कोई भी रिशता काबले आतबार नहीं है.
15:30ना दोस्ती और ना महबर.
15:33Zainab, जै, जैनब, बच्चों माली बाते नहां करो यार, इतराओ.
15:42स्वार्था नहीं लेता है.
15:51जै, जैनब,
15:54ममा आप क्यों मेरी खुशियां छीन ना चाथी हैं?
15:56बाबा ने तो कभी मेरी किसी बात पर नो नहीं बोला था।
15:59और इसके बाबुझूद तुमने उनके साथ क्या है हैं?
16:02मतलव किसी परना जाता है.
16:04क्यों मैं पर खुशियां छीन ना चाता हूँ?
16:06बाबा ने तो कभी मेरी किसी बात पर नो नहीं बोला था।
16:10और इसके बाबुजूद तुमने उनके साथ इतनी बद्दमीजी के लिए उनका दिल तोड़ गया है न?
16:37मेरी तो समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर अम्मी चाहती क्या है?
16:41दिमाग ख़राब कर रखा उन्होंने मेरा खेला।
16:44हमारा रिष्टा ख़तं करने की बात कर रही है वो।
16:48हला कि मैं उन्हें साफ साफ कह चुका हूँ कि मैं उनकी ये बात हर किस नहीं मान रहा हूँ।
17:06तुहारी मंगनी तोड़ गई है ना?
17:16हम दुन्यां की सबसे बुरे बाबा हैं।
17:19और इसके बाबुज़ूद तुमने उनकी साथ इतनी बततमिजी की उनका दिल तोड़ गया है ना?
17:23हमारा रिष्टा ख़तं करने की बात कर रही है वो।
17:24तुहारी मंगनी तोड़ गई है ना?
17:55बुश्रा, वो मेरे नेंद की दवाई देखी नहीं पड़ी हुआ पर?
17:59इधर ही रखी नहीं सब दवाई है आपकी?
18:01नहीं है ना?
18:03आप नेंद की दवाई क्यों खाने लगते हैं दिगम साहिबा?
18:05आनम?
18:08आनम बेटा सोगए?
18:35आनम बेटा, छोटी छोटी बातों पर परिशान हो जाती हो.
18:42चलो, अराम करो.
19:04आनम बेटा? आनम बेटा, जागो. उठो बेटा. उठो. उश्रा मुझे.
19:15बेगम साहिबा, क्यों हँआ? असथ् को या नवीर को?
19:18बलां, बलां एमरेलन्स मिलाए. बेगम साहिबा, क्या हुआ?
19:19मुझे बकाये तो सही.
19:20जो भी हुआ, फोनो एम्रिल्स लेके आए.
19:24अनम बेटा, आँखे खोड़ा आपको नहीं.
19:30अनम!
19:31नवीर!
19:33नवीर!
19:34कोई है?
19:36असथ भाई, जड़ी चले आप.
19:38क्या हुआ?
19:38वो, अनम बाजी ने रिंकी बोलियां खा रही हूँ.
19:41क्या कह रही हो ये तुम?
19:42ये...
19:46साहद, रुको!
19:48अरे, इस वच्चा कहा जा रहे हो बिना बताए?
19:52सब तो पर परवाराद नहीं है.
19:54तो...
19:59साहद, रुको!
20:00अरे, इस वच्चा कहा जा रहे हो बिना बताए?
20:05सब कुछ आपकी वज़द से हुआ.
20:07मैंने क्या किया है?
20:10अनम ने नीन की गोलियां खा कर
20:11कुछ कुछ ही करने की कोशिस किया.
20:14क्या?
20:18साहद, रुको!
20:19ये तो बताते जाओ कि वो जिन्दा है या...
20:23या लाँ!
20:26ये क्या हो गया?
20:28अगर...
20:30अगर वो मर गई तो...
20:32वहाँ तो सारा एलजाम मेरी सर पे थर देगा.
20:36हाँ, मेरे अल्लाँ!
20:37जाओ!
20:49आई वो करेंद खटो यार!
20:52पहले बाबा, अब अनम...
20:55अखर कितने लोगों की बरबादी देखोगे तो?
20:57क्या कह रहे हैं आप? अनम को कुछ नहीं होगा.
21:00डॉक्टर ने कहाये कि इतना बड़ा मसला नहीं है.
21:02इसज़त और दॉलत के साथ सारे,
21:04यह तरफ यह है.
21:06इसका рिष्टा तूत रहा है फाहत से.
21:10यह प्लाग यार देखाता हुआ है.
21:12यह तुम्हारी तरह में हरम ज़रा था.
21:14अब अच्छान पर मैं नहीं देखा रहा है.
21:15दोक्टर ने कहा है कि इतना बड़ा मसला नहीं है।
21:17इज़त और दौलत के साथ साथ हमारे जान से प्यारे रिष्टे भी खो रहे हैं।
21:22बाबा की मौत का गम अभी धाज़ा है।
21:25दिल से वो दू कभी कम नहीं हुआ है।
21:28एक तरफ ये, इसका रिष्टा तूट रहा है फाहत से।
21:34दूसरी तरफ मैं, मेरा रिष्टा तूट रहा है जैनम से।
21:39ये क्या कह रहे हैं आप? क्या हुआ है आप दोनों के बीच?
21:43वो पागल हो गयी है, बद्रुमान हो गयी है मुझे ले के।
21:45वो पागल हो गयी है, बद्रुमान हो गयी है मुझे ले के।
21:47उसको लगता है, जो बाबा ने मामा के साथ किया, वो मैं उसके साथ करूँगा।
21:50ये सब क्या फुजून सोचे सोच रही है वो?
21:52असथ, क्या हुआ? अनम कैसी है?
21:55आंटी ने मुझे बता है, उसने सूसाइट करने की कोशिश की।
21:59नहीं है ठीक वो, हाईसीयू में है।
22:01उसने खुदकुशी तुम्हारी वज़ासे करने की कोशिश की है।
22:06अगर उसको कुछ हुआ ना फाहद, मैं तुम्हे छोड़ूँगा नहीं।
22:09अगर उसको कुछ हुआ ना फाहद, मैं तुम्हे छोड़ूँगा नहीं।
22:12खिलो नहीं है, उसने खुदकुशी तुम्हे बाहर है।
22:15बातिया कुछू!
22:16बातिया कुछू!
22:38वैसे अनम् क्या सोच के तुमने यह मकाना हरकत की?
22:43तुम्हें अन्दाजा भी है कि हमारी लाइफ में कितनी प्रॉब्लेम्स हैं
22:45और तुम यह सब कुछ करके न मजीद बढ़ा रहे हूँ अन प्रॉब्लेम्स को।
22:49मैं क्या करती है सद भाई?
22:51मेरे पास भी जिन्दा रहने की कोई उमीद बाकी नहीं थी।
22:56तुम सोच भी कैसे सकते हो कि तुम अनम् को छोड़ दो?
23:00क्या कुछ नहीं किया हमने तुम्हारे लिए?
23:04और क्यूं किया?
23:07सिर्फ इसलिए क्योंकि अनम् तुम में इंटिस्टिक थी।
23:10बाबा ने सब कुछ इग्नौर किया।
23:13तुमारा स्टेटज और तुम्हें सपोर्ट किया।
23:18नवेद भाई, ये अनम् की खोहिश थी, इसलिए मैंने आपकी फाइनेंचल सपोर्ट अक्सेप्ट किया।
23:24फहद, हम तुम्हारी सेल्फ रिस्पेक्ट को चेलेंज नहीं कर रहे हैं।
23:29लेकिन तुम्हारी अम्मी ये रिष्टा ख़त्म करना चाहती हैं।
23:31और अनम् इसी वज़ासे अपसेट है। डिस हार्टिन्ड है।
23:34और मैं उसे यकीं भी दिला चुकों कि मैं अम्मी को समझाओंगा।
23:37तुम्हें समझाओ ना और मुझे किसी किसम का लालश नहीं था।
23:40फहद, हम तुम्हारी सेल्फ रिस्पेक्ट को चेलेंज नहीं कर रहे हैं।
23:44अगर बाबा ने दूसरी शादी कर भी लिया तो क्या हुआ?
23:47दूसरी शादी करना कोई गुना नहीं है।
23:49तुम्हें समझाओ ना और मुझे तो ये नहीं समझ में आ रहा कि उनको प्रॉबलम क्या हो रही है।
23:53और अनम का रिष्टा उस घर से है जहाँ वो लोग कबजा जमा कर बैठ गए।
23:56अगर बाबा ने दूसरी शादी कर भी लिया तो क्या हुआ?
23:59दूसरी शादी करना कोई गुना नहीं है।
24:01और उन लोगों का क्या तालोक है तुम्हारी अम्मी से?
24:05तुम्हारी अम्मी से?
24:07उनका रिष्टा तो अनम से है ना.
24:09और अनम का रिश्टा उस घर से है जहाँ वो लोग कबजा जमा कर बैठ गए।
24:12मैंने तो ये सोचता ते मैं अम्मी को समझा बजाकर आपके घर लेकर आओंगा आंटी,
24:17तुम्हारी अम्मी से. उनका रिष्टा तो अनम से है, ना?
24:20और अनम का रिष्टा उस घर से है
24:21जहाँ वो लोग कभजा जमा कर बैठ गया है.
24:25मैंने तो ये सोचा था
24:26कि मैं अम्मी को समझा बजाकर
24:27आपके घर लेकर आओगा, अंटी.
24:28अब आपने तो उन्हें घर में रहने की इज़ाज़त दे दिए.
24:33देखा हैं?
24:35मैं आपको करना था.
24:38ये सब कुछ आपकी वज़ाएँ से हो रहा है.
24:41आपके उस फैसले की वज़ाएं से हो रहा है, मामा.
24:43हम भुकत रहे हैं.
24:45मैं बहुत हमगा, वहाद, मैं...
24:48मैं बेवज़ए इसको बलेम कर रहा हूँ.
24:55असल में आनम की सारी फ्रैस्टेशन्स आपकी वज़ाएं से हैं, मामा.
24:58ये आपके बारे में हो रहा है.
25:01क्या हो गया नवीद भाई? ये क्या कह रहे हैं हम?
25:03नवीद भाई बिल्कुल ठीक कह रहे हैं.
25:06हम सब आपकी वज़ाएं से सफर कर रहे हैं, मामा.
25:10वो... वो दोनों मेरा मज़ाग उडाते हैं, मुझे तंस करते हैं.
25:15आप नहीं जानती मुझे कितना बुरा फिल होता है.
25:18मैं जब भी उन्हें देखती हूँ, मुझे बाबा की आदाती है.
25:25तुम ना... सुनो... तमीज है, हाँ?
25:32ये घर हमारा भी है. नहीं समझाती, तो विल में जाके पढ़ लो.
25:35कैपिटल लेटर्स में लिखा है मेरा नाम.
25:38ये घर हमारा भी है. नहीं समझाती, तो विल में जाके पढ़ लो.
25:41कैपिटल लेटर्स में लिखा है मेरा नाम.
25:45लेकिन इस वक्त मुझे तरसा रहा है. तुम्हारी महमी तूट गई है ना?
26:07कैपिटल लेटर्स में लिखा है मेरा नाम.
26:37आस्मा जी, बस नॉशेण. तुम दोनों ने मेरी बेटी से कुछ कहा है?
26:39टीज किया है उसको? मज़ाख उराए उसका?
26:43वो अस्मा जी, बस नॉशेण.
26:47मुझे बोलता था, वो भी खुशा है.
26:49मैं ठीक है, मैं ठीक है.
26:51आस्मा जी, बस नॉशेन.
26:53तुम दोनों ने मेरी बेटी से कुछ कहा है?
26:55टीज किया है उसको
26:57मजाख उड़ाया है उसका?
26:59वो...
27:00अस्मा जी, बस नौशिन.
27:02मैंने तुम लोगों को इस घर से नहीं निकाला.
27:05तुम चाहती थी कि तुम अपनी इदर्ध
27:07जावेद के घर में उजारों.
27:09मैंने तुम्हारी बात मानी.
27:11तुम्हारे बच्चों को यहाँ रहने दिया.
27:14लेकिन मेरे घर का सुकून बर्बाद हो,
27:15यह मैं बरदाश नहीं कर सकती.
27:16लेकिन आंटी, मेरी बात सुने,
27:17यह मेरे बाबा का घर है.
27:19बस नोषीं.
27:21मेरे बच्चें बड़े अपसेट हैं.
27:23परिशान हैं, दुखी हैं.
27:25इनके खिलाफ़ जाके ना मैंने
27:27यह सब चीस की एजाज़द दी थी.
27:29तो बाढ़ा पकुछा ना गलते थी.
27:31परिशान हैं, दुखी हैं।
27:33इनके खिलाफ जाके ना मैंने ये सब चीज की एजाज़त दी थी।
27:37अग तूम लोग यहाँ इस घर में नहीं रह सकते।
27:41जी, जी आप सही कह रही हैं, हम इस घर में नहीं रह सकते।
27:45तो मैं तारा ख़िलाफ जाके ना मैंने ये सब चीज की एजाज़त दी थी।
27:50अग तूलोग यहाँ इस घर में नहीं रह सकते।
27:54जी, जी आप सही कह रही हैं, हम इस घर में नहीं रह सकते।
27:58जवेद साहब तो विल्में लिख कर गए है, न?
28:02कि इस घर में हमारा भी हिस्सा है?
28:05याद है मुझे. कैसे भूल सकती हो?
28:09तो मैं एक काउंग करो.
28:10कुछ ब्रोकर्स से रापता करो.
28:12और पूछो, इस घर का वैल्यू क्या है?
28:14जो भी इनका हिस्सा बनता है, न?
28:16पैसे इनको दो और इनको फारे करो.
28:18अब इस घर में नहीं रह सकते.
28:27मेरी ओलाद मेरी जिंदगी है.
28:30मैं इनकी खुशी और इनकी जिंदगी हैं
28:32बरबाद नहीं होने दूँगी.
28:38तुम लोगों में रहम खाके न,
28:40मैंने इनको बड़ा दुख दिया है.
28:42अब बहुत हो गया है.
28:43इस घर से चले जाओ तुम थीनों.
28:50अरे ये औरत हो दी कोने बोलने वाली हमारे मांगलों में.
28:54ऐसे कैसे घर से हम चले जाए?
28:56अच्छा आइस्था बोलो.
28:57ऐसे, एस्था, क्यों आइस्था बोलू मैं?
28:58ओने पोने रेट लगवा के
29:00फ़जूल से हमारे मुफ़े हमारे पैसा मार देंगे, बस?
29:02सुनेगे वो.
29:11फ़जूल.
29:17और आज अगर घर से निकल गया है ना,
29:19तो कल बिजनस से भी इसी तरह निकाल बाहर फैंकेंगे.
29:24आज ही डग जाओ.
29:26ताके कल पश्ताना ना पढ़ा.
29:30ओह बदी थो.
29:51अस्यूमालेए.
29:52वहाराखाण आसमालेए.
29:53आप... अस्मा?
29:55मझ्बूरी थी.
29:57बेटी की खाते घर से निकलना पढ़ा.
30:00आप तो जानती है कि मैं एदत में हूँ.
30:03आप आए बैठिये.
30:14आनम की तबियत कैसी है?
30:18उसकी तबियत तो ठीक है, लेकिन
30:21तकलीफ में है.
30:23आपने ये जो रिष्ता ख़तम करने वाली बात किये ना
30:26उसे बहुत दुख हुआ है, हम सब को.
30:31लेकिन अस्मा, आप बोरा मत मानीएगा.
30:34लेकिन, थोड़ी देड के लिए अगर आप खुद को मेरी जगपर रख कर सोचेंगे,
30:41तो बताईं कि क्या मेरा फैसला गलत है?
30:48पैसों के बल्बूते पर आप मुझे और वाहद को जुकाना चाहते हैं.
30:52कैसी बाते कर रहे हैं आप, फरीदा?
30:55हमने जब वाहद और अनम का रिष्टा तेय किया था, तो अनम की खुशी को एहमियत देती हमने.
31:01हमें आपका बेटा बहुत अच्छा लगा, यह सोचा कि अनम को खुश रखेगा, वो यह पैसों की बात कासे आ गई आपके जहन में?
31:10लेकिन अस्मा, इसके बाद वाहद आप लोगों का मुहताज तो हुई जाएगा न?
31:16अपनों में कुई किसी का मुहताज नहीं होता अंटी, विश्टों में ये सब चीज़ें एहमियत ही नहीं रखती.
31:25आनम हमारी इकलोती बहल है, बेहत प्यारी है हमें, और बाबा ने जो भी मदद किया है फाहाद की, वो एक मामुली सी बात है.
31:36अक्यानम इंडिपेंडेंट है, उसके नाम पे खुद प्रोपर्टीज और शेर्ज है, वो किसी पर कभी बोज नहीं बनेगी.
31:43बेटा इससे मेरा क्या तालुक? ये सब कुछ जो तुम बता रहे हो, ये तो तुम्हारी बेहन का है न?
31:48मैं तो सिर्फ और सिर्फ इस वज़ाँ से शौक थो, कि जो बात जावेड भाई की मौत पर मन्जरे आम पर आई, वो शर्मिंदगी का बायस थी.
31:59और जाहिर है उसकी वज़ाँ से हमें भी शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी न?
32:04अब कल को अगर अनम इस घर की बहु बन जाती है, तो उसके बाप के बारे में लोग जो बाते करेंगे, उनका जवाब तो हमें ही देना होगा न?
32:13आप फ्लीज आंटी...
32:14परिदा, मैं हाथ जोड़के आप से इलते जा करती हूँ, ये फैसला मत ले. नहीं बेटा, रुख जाओ, मेरी, मैं बात कर रही हूँ न. परिदा, मैं अपनी बेटी की खुशी के खातर आप से भेग पांगती हूँ. ठीक है, जाविन ने जो किया सो किया, वो तो आप इस
32:44वाकिया, वो लोग, चार दिन में सब भूल जाएंगे.
32:49हमें सिर्फ अपने बच्चों का सोचना चाहिए, उनके मुस्तक्मिल का सोचना चाहिए, परिदा.
32:53जी, हाँ. वो तो बहुत आहम है.
32:56वो लोग बहुत जल्द उस घर से चले जाएंगे.
33:00बाकि रही ये बात तो ये हमारे आपस की है ना.
33:05अम्मी.
33:06अम्मी, प्लीज.
33:08छोड़ दे अब इस टॉपिक को.
33:11बसमा अंडि खुद चल कर आपके पास आए है,
33:14ओकेस्ट कर रही है, हाँट चोड़ रही है, और क्या जाती है?
33:16मैं भी आपके आँगे हाँट जोड़ता हूँ.
33:18मैं उनके बग़ाए नहीं रह सकता हूँ, प्लीज.
33:22अच्छा, बस ठीक है.
33:25अब मैं इतनी भी संदिल नहीं हूँ.
33:28और फिर तुम मेरी इकलोती उलाद हो.
33:32तुम्हारी खुशी की खातर,
33:34मैं ये कॉंट्रोमाइस कर लूँगी.
33:38ठीक है, मैं इस बात को नजर अंदास कर देते हूँ.
33:44बहुत-बहुत शुक्रिया.
33:46ये सुनके मुझे बहुत खुशी रही है.
33:50हम वादा करते हैं कि,
33:52वहाद बहुत खुश रहेगा, कोई तकलीफ नहीं आएगी इसे.
34:04अब आया ना हूँ पहाड की नीचे.
34:07वर्ना तो फाहड की वज़ा से हर बार मुझे तुम सब से नजर नीचे करके मिलना परता था.
34:13और मेरी बेटे की मंगनी की हर मामले से, जिस तरह तुम लोगों ने मुझे निकाला था,
34:18अब हमेशा तुम लोगों के सर जुकेंगे. और तुम्हारी बेटी की तो दुखती रग है अब मेरे हाल में.
34:28अब तो खुश हो जो अनम, अब तो सारा ही हुआ साउर्ट हो गया है. हम कहीं बाहर चलते हैं, कुछ अच्छा सा खाते हैं.
34:34मेरा मून नहीं है जैनम.
34:35क्या हो गया अनम? तुम कब से इतनी emotional हो गई हो. मुझे ममा ने फार्ण करके बताया था and I was shocked. अगर उस दिन घर पर कोई नहीं होता और खुदाना खासे तुमें कुछ हो जाता तो?
34:46मुझे ममा ने फार्ण करके बताया था and I was shocked. अगर उस दिन घर पर कोई नहीं होता और खुदाना खासे तुमें कुछ हो जाता तो?
34:55बिल्कुल ठीक कह रही हैं आप. थोड़ी और देर हो जाती तो मर जाती है. वो भी हराम मौन. ऐसे लोगों का तो जनाजा भी...
35:02आप अगर देर हो जाता था तो तोड़ी जाती हैं आप. मना किया ना कि मेरे मौमलात में दखल अंदाजी मत किया करो.
35:10अगर तुमें इस घर में रहने की परमिशन मिल गई है ना उसका मतलब ये नहीं ही कि तुम बखवास करो.
35:16और तुम होती कोन हो मेरे और अनंम की बातों में इंटरफेर करने वाली.
35:20इसके मुझ मत लगो जैनफ. यह है ही चीप. पता नहीं इसका बैकग्राउंड भी क्या है.
35:24बाबा की बदालत इसके दिन बदल गये इसलिए मुझ को आ रही है.
35:28लेकिन पैसे आने से किसी के आउकात तो नहीं बदलती ना?
35:58अरे आपी क्यों रोनी हैं? आप तो फाइटर हैं ना? हर चीज का मुकाबला करती हैं.
36:14तो फिर इन फाल्तू लोग की बेतू की बातें चुप चाप क्यों सुनकर आ गईं? इनको जलील करके क्यों नहीं आ गईं आप?
36:20इन सब के हाथ में एक वीक पॉइंग जो है कि मैं बाबा की सगी बेटी नहीं हूँ. इसलिए ये लोग मुझे...
36:27अरे तो मैं तो सगा हूँ ना इनका, देखा नहीं मुझे कैसे सलूग करते हैं? और अम्मी, अम्मी से वो नवीद कितनी बत्तमीजी करता है, आप पस इग्नोर करें इनको.
36:36मैं तो कहती हूँ, हमें इस घर से चले जाना चाहिए.
36:44हमें हमारा इस्सा मिल जाएगा, बेटर है हम चले जाते हमने नहीं रहना इस घर में.
36:49हरगिस नहीं अम्मी, अब तो हम इस घर से कहीं नहीं जाएगे.
36:54चाहिए आपको कोई कारून का ख़जाना भी दे दे ना अम्मी, आपने इनकी कोई शर्ट नहीं माननी.
36:59अरे, जब हमें हमारा इस्सा मिल रहा है, तो वो लेकर बेटर है ना चले जाए.
37:06क्या ज़रूरत है यहाँ बैटकर इन लोगों से दुश्मनी मोल लेने की है?
37:10दुश्मनी तो अभी शुरू हुई है, और मैं निभाओंगी इस दुश्मनी को.
37:17आप भी बिल्कुल ठीक कह रही है.
37:19हम इसी घर में रहेंगे, अपनी सारी जियातियों का बदला लेंगे हम.
37:34इस अनम को बहुत गुरूर है खुद पे.
37:38मुझे हर कीमट पे इसका गुरूर तोड़ना है.
37:46इतना मुझे को बता दे, कैसे तुझे को बुला दे?
37:57दीवाने दिल की तेरे हाथों में ही डोर है.
38:02सुंता नहीं हर जाई, दिल में कितना शोर है.
38:07इतना मुझे को बता दे, कैसे तुझे को बुला दे?
38:12दिल तो मेरा है, इस पे चलता इसका जोर है.
38:33दिल तोड़ के किदरे जावेंगा, दिल तोड़न वालेया?
38:38दिल तोड़ के किदरे जावेंगा, दिल तोड़न वालेया?