- 5/24/2025
#inteha #javedSheikh #JaniceTessa
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Inteha Episode 5 | Janice Tessa | Furqan Qureshi | Ammara Chaudhary | Zainab Mazhar | 23 May 2025 | ARY Digital
To watch all episodes of Inteha ➡️ • Inteha | Full Episodes
Inteha — Some truths don’t just break homes; they burn them to ashes. When hidden secrets come to light, lives are shattered and nothing remains the same In a world ,
Cast:
Subhan Awan,
Janice Tessa,
Javed Sheikh,
Furqan Qureshi,
Ammara Chaudhary,
Zainab Mazhar,
Atiqa Odho,
Sabreen Hisbani,
Sehar Afzal,
Noushaba Javed,
Naveen Naqi,
Sabahat Bukhari,
Hunain Shahid, Aadi Khan & others.
Writer: Nadia Ahmed
Directed by: Rao Ayaz Shahzad
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Writer: Nadia Ahmed
Directed by: Rao Ayaz Shahzad
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FunTranscript
00:01तुमारा दिमाग बदल गे?
00:02दिमाग नहीं खान साफ, दिल बदल गे।
00:04जड़क दे इस दिल की आभी सदा...
00:09इतना मुझे को मता दे, कैसे तुझ को बुला दे?
00:15जो सुनना नहीं हर जाए, दिल में इतना शोर है...
00:23सुने, आप?
00:24मैं नवीद की वाइफ हूँ...
00:28वाइफ?
00:30हमारी निका हो चुका है...
00:33ओ...
00:36आप?
00:38मैं...
00:39वैनब?
00:43तुम यहां क्या कर रही हो?
00:46मैं नवीद से बात कर रही थी, नवीद बाहर गए...
00:49तुम फाहत से मिल लो, बहुत परिशान है वो...
00:52हाँ, मैं देखती हूँ उसे...
00:57अनम, यह कौन से रिश्टदार है तुम्हारे?
01:02पहले तो कभी नहीं देखा...
01:10हमारी कोई रिश्टदारी नहीं है इनसे और ना ही कोई तालोक है...
01:18यह चला यहां से है...
01:22अनम...
01:23अनम प्लीज समालो गुतको
01:26जियो रो रह रही हो।
01:31देखो मैं तुम से यह तो नहीं पूछबाँ कि तुम कुछ भी खोड़ा हैं
01:36प्लीज नहीं पोचा घेट सकता है
01:40तो बोला करके तुम को नहीं आउश्चा करती है
01:43अनम् प्लीज़ समालो गुदको
01:46क्यों रो रही हो
01:51देखो मैं तुमसे ये तो नहीं पूछूँगा
01:52कि तुम कैसी है
01:53विकोस मैं जानता हूँ
01:55कि तुम इस सब किस बड़स से गुजर रही हूँ
01:59तुम उंकल से कितना डैश्ट थी
02:00मैं ये भी जानता हूँ
02:02अंकल की भी तो तुम में जान थी
02:05वो तुमसे बे इंटिहां महुबब करते थे
02:09तुमारी खुशियों की खाते तो
02:10वो कुछ भी कर जाते थे
02:13बात बाबा इसे नहीं जा सकते थे
02:16एट लीज तुम मुझे माफ़ि
02:18अनम् टीज तुम रोना तो बंग करो
02:19तुम सिर्फ मुझे नहीं बढ़कि अंकल को भी तबलीफ पोचा रही है
02:23प्लीज रोना बंग करो
02:25मेरी खाते
02:28प्लीज
02:50नसद
02:56कल तो मैं तुमारी वज़ए से रुक गया था
02:59लेकिन अब मुझे सीरियसी लगता है कि उनको इस घर से चले जाना जाएगा
03:03वणना हमार ली बहुत मुझकल होगी
03:05अच्छा ठीक है
03:07मैं भी बस सोईं का अंतिजार करना था
03:10शाम में बात कर लेते आये
03:11मैं अब किसी की बात नहीं सिलूगा
03:14इससे ठीक है, रिलाक्स, गुसा नहीं करे
03:16तेकिन एजी, करते हैं बात
03:19इसके सामने को बात नहीं करना
03:21मैं बात पड़ा
03:25बाकि वो इशू तो नहीं हुआ
03:28सारी थी, बुलकुन सौर्टड है
03:31चले अंदर
03:41बात बधुत है
04:05आपों की बात, गरीबी रश्ठतारी लिखती है जावेड भाई से
04:08मैं कल से देख रही हूँ, आपों
04:11अम्म बहुत गयरा तालुक है हमारा उनसिले
04:26ये बीवी है उनकी
04:39क्या अस्मा ये क्या किय रिय है ये
04:51सर रिये बक्वाర ड रही है ज्योन को रहा है मैं
04:56बोल र cleaner of 9 टींज
04:59जो bitter के कवदा
05:05कर
05:06तुम्हारा गुरूर कम नहीं हुआ।
05:13इसका मतलब है कि जावेद भाई रो चुपके दूसरी शादी की वे थी?
05:17और ये लोग?
05:19चलो फाहाद.
05:23पुरीदा, मैंने कहा ना चलो.
05:26पुरीदा, पुरीदा.
05:36अम्मी, अम्मी मेरी बाद सुने.
05:38अंटी, अंटी पहल.
05:40अम्मी बाद थी सुने, कहाँ जा रही है?
05:42पहल, आप, आप लोग कहाँ जा रहे हैं?
05:45कहीं है न, मैं अम्मी को.
05:47घट चलो फाहाद.
05:49अंटी.
05:50मैं तो समझ थी कि तुम्हारा बाब बहुत शरीफ आदमी है.
05:56येकिन सच ये है,
05:59दॉलतमंद होना शराफत की दलील नहीं है.
06:02अम्मी, ये क्या कह रही है?
06:04वो ही ज़ा सच है.
06:07जिन मर्दों के इस उमर में इस तरह के रास खुलते हैं न,
06:10वो इसतदार नहीं बहुत है.
06:12सेख अम्मी,
06:15आप एक मरेवे इनसान के लिए इस तरह नहीं बात कर सकती,
06:18वो भी अलम के साँने.
06:22ये भी नहीं सोच रही है कि उससे दुख होगा.
06:26इसलिए तो यहाँ से जा रही हूँ.
06:28क्योंकि जो कुछ इस वक्त मैं महसूस कर रही हूँ न,
06:32अगर वो मेरी जुबान पर आ गया,
06:34तो बहुत सारे दिल दुख जाएंगे.
06:37तेरा मारया से जाना ही बेटर है.
06:39चल यहाँ.
06:46पाहर.
06:52मैं अब तुम परिशान नहीं थूँ.
06:53मैं तुम से बात करता हूँ अम्मी को घट रॉप करके.
06:59तुम प्लीज यह रोना थो बंद कर.
07:02ओके?
07:24तुमसे कहा था ना मैंने इनको निकालो गर से बाहर.
07:27वर नहीं, सब के सामने बखवास कर देंगे.
07:29अब कर दिया ना बखवास.
07:30वैलो, तुम होते कौन हो? हमें हमारे बाबे फिर से निकाल.
07:33तुम अपनी बखवास बंद करो बेटा.
07:34तुम अपनी बखवास बंद करो बेटा.
07:36क्या बखवास कर रहे हो तुम?
07:38अरे फ्रॉट और ते ही है.
07:41मेरे बाब को बेवगू बना के इस घर में गुसी हो तुम रोग है न?
07:44बास, मेरी मा बेहन के वारे में एक लब्स और बोला न,
07:49बस करे, हाँ जाना फ़ाल रहा है, बस करे.
07:52बस करे, ना हम आपको जानते हैं, और ना ही आप लोगों से कोई परस्टनल लड़ाई या जगडा है हमारा.
07:59हमारे बाबा का आप के साथ जो भी रिश्टा था, उनके जाने के बाद वो ख़टम हो गया है.
08:05देखे, ना हम आपको जानते हैं
08:08और ना ही आप लोगों से कोई personal लड़ाई या जखडा है हमारा.
08:13हमारे बाबा का आपके साथ जो भी रिष्टा था,
08:16उनके जाने के बाद वो खतम हो गया है.
08:18इसलिए ख़ुदा का वास्ते अब आप लोग जायें यहां से.
08:20क्यों जायें भाई, इस खुशी में?
08:23जितना तुम्हारे बाब का यह घर है न, उतना मेरे बाब का भी यही घर है.
08:28मैं नहीं जाओंगा यहां से.
08:29देखो तुम.
08:34तुम इसवब बाद को मज़ियत मत पढ़ाओ.
08:39हम लोग वैसे ही भाबा के चले जाने से
08:41बहुत साथा दुखी और परिशान है इसवग.
08:43हाँ, तो क्या हमारा दुख खातम हो गया है?
08:46हम भी उतना ही परिशान है जितना तुम लोग हो.
08:48अरे तुमें किस बाद का दुख बीबी?
08:51तुमारा क्या तालुक है सब से?
08:52तालुक सिर्फ पैदा केने वाले का नहीं होता.
08:55पालने वाले से भी एक तालुक होता है.
08:58वो मेरे भी बाबा थे.
09:00वो तुम्हारी नहीं सिर्फ, मेरे बाबा थे.
09:04अनम, प्लीज बेटा रहने दो.
09:05मामा, इसकी इस बक्वास की वज़य से ना
09:07फहाद और उसकी अम्मी को भी सब पता चल गए.
09:10वो इतनी गलत बाते कर रही थे कि मैं दोहरा भी नहीं सकती.
09:16अस्मा, क्या सच है और क्या जूट, ये तो हमें मालुं नहीं.
09:19पर तुम्हें इस एशू को जल्द जल्द रिजॉल्फ करना होगा.
09:23बता तो खुल ही चुकी है.
09:26फहाद और उसकी अम्मी को भी पता चल गए.
09:29इसे बहुत गलत बाते है, माई.
09:31नफीट बेटा, आज तुम्हारे बाबा का सोय है.
09:34ये लड़ाई जगड़ा छोड़ो, उनकी रूप को कितनी तकलीफ हो रही होगी अब बेटा.
09:52इनकी वज़ा से हमारी सारी फैमिली का तमाशा बन रहा है आज.
09:56और ये, इसे ही तो कह रही है ये.
09:59क्या गलत कह रही है ये?
10:01आज फहाद की माई ने हमें सब के सामने जलील किया है.
10:04गलत सारा शहर यही बात करेगा, फिर क्या करेंगी आप?
10:06इस वज़ा से मामा मैं इन लोगों को इस घर में एक मिनिट भी और बरदाश नहीं कर सकता.
10:11अस्मा जी, आपको और मेरा दुख है एक जैसा है.
10:16लेकिन शायद मेरा थोड़ा ज्यादा है.
10:21उस वक्त उस इंसान ने मेरी इसत के खाते,
10:24मेरे बड़े वक्त में मुझे रिष्टा जोडा था.
10:29मेरे में सब कुछ था.
10:32मेरा घर था, मेरा साइमान था, मेरी चट था.
10:41अब तो वो इस दुनिया में भी नहीं रहा है.
10:44मुझसे मेरी चट तो ना जीने,
10:46मैं तो खुले आस्मान की नीचे आकर खड़ी हो गई हूँ.
10:50अरे बीबी, ख़ुदा को मानो, ये मेरा हाथ देखो यार.
10:54ये emotional blackmail मत करो हमें,
10:56मेरे बाप को तो बेवकू बना लिया न तुमने.
11:00अब ये गंदी acting करके मेरी माँ को जाल में मत फसाओ.
11:02बस.
11:03ममा, हमा यहाँ को emotional blackmail कर रही हैं,
11:06आप please इनकी बातों में मत आएं.
11:09चुक कर जा आनम.
11:12इस घर से अब कोई नहीं जाएगा.
11:15ये हमारे साथ इसी घर में रहेंगे.
11:23What?
11:24No.
11:25That's impossible ममा, ये नहीं हो सकता.
11:27No, it is not possible.
11:28ये नहीं हो सकता.
11:29ये नहीं हो सकता.
11:33ये नहीं हो सकता.
11:35तुम्हारे बाबा की यह आखरी खाईश थी
11:38और वो अब इस दुनिया में नहीं है.
11:40यह होते न तुम्हारे लड़ जगर के
11:42इनको धक्के मारके निकल बादेती इस घर से.
11:44लेकिन मैं अपने जाविद की आखरी खाईश कूरी करके रहूंगे.
11:51यह इसी घर में रहेंगे.
11:54और कही जाएगे.
11:56हमारे साथ रहेंगे.
11:58और इनको कोई नहीं निकालेगा इस घर से.
12:03मामा.
12:05मामा, बात सुने.
12:06आप, आप क्या बात कर रही है?
12:14आप ठीक हूँ?
12:44कलाね!
13:10मुझे माफ कर दे जाविद
13:13मैं आपकी खाईश पूरी नहीं कर सके।
13:16पहली बार तो आपने कुछ मांगा था मुझे।
13:34आपको बिल्कुल भी असास नहीं है
13:36कि आपने एक बार भी नहीं सोचा
13:37कि आपकी इस फैस्टले से
13:38कॉंसुकॉंसेस क्या हो सकते हैं।
13:41क्यों नहीं सोचा आप हैं?
13:44सोचने का मौल नहीं है।
13:47तुम्हारे मामा की बुदारिश नभी में
13:49मेरे कानों में कॉंज रही है
13:51और वो मन्जर मेरी आँकों के साथ है।
13:53मामा, मामा, मामा आप बहुत इस भाती होकर
13:56सोच रहे हैं।
13:57बाद में ऐसा नहीं हो कि आपको पश्टाना पड़े।
14:00पश्टान तो मैं रही हूँ बेटा।
14:02काश मैं उनसे नहीं लड़ती।
14:04वो भी हमारे साथ होते हैं।
14:06हमारे लड़ाई जगड़े की वज़े से
14:07वो छोड़के चले गये हमें।
14:28एक बात कूँँ?
14:30वैसे मेरी समझ में नहीं आ रहा।
14:33ये अचानक से इन्हों ने इतना बड़ा दिल कैसे कर लिया?
14:39शर्मन्देकी और नदामत का बोज उठाना
14:43खासा मुश्किल होता है।
14:51आपको करता है कि आपको करता है
14:54अस्मा का मलाल तो चुपाए नहीं चुप रहा।
14:58आपने भी तीर सही निशाने में मारा है।
15:04मज़्बूरी थी बिटा
15:06वरना अपने और तुम्हारे हक से मेरूं होना पड़ता।
15:11असद और नवीद के इरादे के आएं इसका अन्दाजा लगाना मुश्किल नहीं है।
15:17इस घर से जावेद सहाब की पूरी जायदाद, दॉलत से बेदखल कर देते।
15:25करके तो देखे एक दबाद।
15:26तुम्हारे बाध की स्गी दॉलत, जायदाद चल गरें के बात है.
15:31शुरू, उड़िए याखा।
15:34शुरू, उड़ेंगे कर उसने था कि काम दे कर देखे ले।
15:39हमालो फूले बला वीरिया।
15:41उसे तुम्हें क्या फैदा होता?
15:42इनकी इज़ित इतार तार।
15:45और तुम्हारे हाथ क्या आता?
15:53तुम्हारे बाब की सारी दौलत, जाईदाद, प्रोपर्टी
15:58सब पर तुम्हारे का कबसा है।
16:02हमारे पास क्या है?
16:04इस चोटा सा घर।
16:05असमा की दुखती रखे जवेद साहब का अचानक इस दुनिया से चले जाना।
16:13बहुत महवबत करती है वो उनसे।
16:19और उनको भी बहुत प्यार था असमा से।
16:25सारी सिंदगी में तरस्ती रही।
16:29जो मक्कार पर प्रोपर्टी साहब का ज़िना चाहिए।
16:35काम असमा के लिए उनके दिल में है।
16:40थोड़ा मुझे भी मिल जाये।
16:46मैं तो तरस्ती रही सारी सिंदगी।
16:52अगर तुम्हें तुम्हारा हग ज़रूर दिलाओंगी।
17:05अगर तुम्हें तुम्हारा हग ज़रूर दिलाओंगी।
17:08इतनी अगर तुम्हें तुम्हारा हग ज़रूर दिलाओंगी।
17:33मज़ी, आपने बन नहीं कही थी।
17:36अरे मेने क्या किया है?
17:37क्या ज़रूरत थी आपको अनम से
17:39उसके बाबा के बारे में वो सब बाते करने की?
17:42सची कहा है, गलत तो कुछ नहीं कहा.
17:45बड़े इज़ददार और शरीव बने पिठते थे सबके सब.
17:50याद है न तुम्हे?
17:51जब अनम का रिष्टा ले के आए थे तुम्हारे लिए इस घर में,
17:54तो जाते वई कैसे मूँ और नाग सुखेड के गए थे?
17:57अम्मी, ये सब बाते दुराने का क्या मकसद है?
18:00मकसद है.
18:03आप, आपको अनम को हट नहीं करना चाहिए था.
18:06वो अलडि अपनी जिन्दगी के इतने बड़े दुख से गुज़र रही है.
18:09अरे कैसा दुख भाई?
18:12सबने मरना है एक न एक दिन.
18:14और फिर, ऐसे बाप की मुझट पर क्या फसोस करना?
18:17जो...
18:17अम्मी, खुदा के लिए कैसी बातें कर रही हैं आप?
18:20सोच समझ के बात करें.
18:23जावेद अंकल एक इंधिहाई नफीस और इज़ददार इंसान थे.
18:26हाँ?
18:27हाँ, बड़े इज़ददार और नफीस.
18:29के मौत के वक्त पर ऐसा किसा निकल आया.
18:33तूसरी बीवी और जवान बेटा.
18:35पता नहीं, बीवी है भी के नहीं.
18:39मुझे अगर पता होता ना कि इस किसम के खांदान में रिष्टा हो रहा है,
18:42तो मैं अनम से कभी तुम्हारा रिष्टा ना करती.
18:46What?
18:47हाँ, तो और क्या?
18:49दॉलत का अचार नहीं डालना होता.
18:51इजद सबसे जाधा एहम होती है.
18:55और ऐसे घर से तो कोई मर क्यों रिष्टा ना जोड़े,
18:58जानकि बजूर्ग इतने बच्चलन हो.
19:22इससे क्यों बैट़ी हो?
19:25और मैं बाता हूँ,
19:28मैं तुम्हारा रिष्टा ना जाधा हूँ, बेटा.
19:32मैं प्रभाद कि नबीर मुझे इतनी बड़ी बात छुपाएँगे.
19:37अनम ने भी मुझे नहीं बताया, वो तो मेरी बेस्ट फ्रिण्ड है.
19:40बेटा, मैं प्रभाद कि नबीर मुझे इतनी बड़ी बात छुपाएँगे.
19:47अनम ने भी मुझे नहीं बताया, वो तो मेरी बेस्ट फ्रिंड है.
19:51मैं तो खुज शौक में हूँ, और ज्यादा शौक तो मुझे असमा के डिसिजन पे हो रहा है.
19:56नवीद बिरकुल ठीक कर रहा था, असमा को नहीं रोकना चाहिए था उसे.
20:01मुझे तो फिकर हो रही है.
20:04किस बात की फिकर?
20:06तुमारा नाम जोड़ा है उस फैमिली के साथ.
20:09इतना बड़ा स्कैंडर, हमारे लिए शर्मन्दगी का मकाम है.
20:15गाश कि मैंने तुमारा निका ना किया होता.
20:17फिर तो मैं कोई डिसिजन दे भी सकती थी.
20:20बेकिन अब तो...
20:45क्यों किया आपने ऐसा मामा?
20:47आपको तो उन्हें धक्के मार के घर से भार निकाल देना चाहिए था.
20:51उनकी वज़दा से बाबा चले गए है.
20:58ये तो बिठो.
21:00बिठो.
21:02आज नहीं तो कल ये बात निकल जाती ना बेटा.
21:05वो चुक चाप चले जाते हैं अगर आप ना रोकती थो.
21:09खेर अब तो ये रास खुल गया, अब क्या करें?
21:11उस सझल की वज़ा से, फ़ाध की मॉम ने...
21:16मैं उनसे बात करूँ थी, तुम परिशान नहीं थो बेटा, इसे भी ओके है.
21:19वो बाबा के वारे में इतने इंसल्टिंग वर्ड्स यूज़ करें थी मॉम.
21:22क्या फर्क पड़ता है? भौन क्या कहता है तुम्हारे बाबा के बारे में?
21:27हमारे दिल में तो तुम्हारे बाबा के लिए प्यार, मुहबद, एतराम सब कुछ है न?
21:32तुम्हारे बाबा के लिए प्यार, मुहबद, एतराम सब कुछ है न?
21:37लेकिन बाबा को ऐसा नहीं करना चाहिए था.
21:41अब उनसे क्या दिला, शिक्वा करें, वो तो चले गए.
21:44लेकिन मैं ये टॉलरेट नहीं कर सकती.
21:47उन्हें देखती हूँ तो मुझे बाबा यादाते है.
21:50आप उठे मेरे साथ चले, आप प्लीज उन्हें घर से निकाले.
21:53बैठो मेरी बात सुनो.
21:56समझने की कोईश करो बेटा, वो इद्धत में है.
21:58उसका भी हग बनता है कि वो अपनी शोहर के घर में इद्धत गुजार के जाए.
22:02उनका अपना घर है, वो वहाँ जाए, पहले भी तो वहाँ रहते थे.
22:05जाएंगे, बाद चले जाएंगे, तो सबर तो करो.
22:07मामा जो अब नहीं जा रहे हो, वो बाद में भी नहीं जाएंगे.
22:10हमारे इतना फोर्स करने पे भी, वो हमसे लड़ रहे हैं.
22:14कब तक लड़ते रहेंगे?
22:16कभी ना कभी तो उन्हें जाना पड़ेगा न, तुम बस इग्नौर करो उन्हें.
22:20आप इग्नौर कर सकते हैं?
22:23बरदाश कर रहे हूँ, सबर कर रहे हूँ, और क्या करो, मजबूर हूँ मैं बेटा.
22:29मुझमें नहीं है यह सबर, और ना ही मैं यह सबर बरदाश कर सकती हूँ, कि वो हमारे घर में दन दन आते फिरे.
22:34बस, तुम अब उनके मुझ नहीं लगोगी, कुछ मत कहना उनसे, चले जाएंगे, और असथ, नवीद, फ्रीज, तुम दोनों भीना कुछ मत कहना या करना.
22:45मामा, मैं सिर्फ...
22:46बस, मैं बहुत परिशान हूँ, और बरदाश नहीं कर सकूँगी.
22:51बाबा चले गए, तो इसका मतलब नहीं कि तुम लोग अपनी मरजी से सब कुछ करो.
22:56ये मेरा घार है, कौन आएगा, कौन जाएगा, कौन रहेगा, मैं फैसला करूँगी, तुम थीनों नहीं.
23:21बाबा चले गए, तो इसका मतलब नहीं करूँगी, तुम लोग अपनी मरजी से सब कूँछ करो.
23:52बाहसात, मामा अपने जसबात और बंचतावी के एंडियो से हमारे बार में कuber RTX के लिए ने वाले नहीं तीरанти है यह,
24:06समझेघा रहो गे, समझे� Hye photographers के लिए ने समझेगा यह,
24:11बामा अपने ज़बात और बश्टावे की वज़ाज़ से
24:14हमारे बार में क्यों नहीं सोच रही है यार?
24:18आप उनकी फिलिंग सा क्यों नहीं सोच रहे हैं?
24:22उनकी तुक को क्यों नहीं समझ रहे हैं भाई?
24:24तुम उनकी गलत वेजले की तरहवदारी मत करो.
24:26उन्हें अच्छी है, उससे मुझे सखत एकराज है.
24:30बस कर दें भाई, बस कर दें.
24:33इस लड़ाई ने हम से हमारे बाबा ठीम लिये है.
24:36कहिया मामा भी ना गवाद.
24:41मैं मामा को सपोर्ट करता हूँ.
24:44और उनके हर फैसले मैं उनके साथ हूँ.
24:49हाँ बतर,
24:51अम्मी ने जो कुछ भी कहा है, उसके अच्छी जब गवाद करके।
24:55जब गवाद गवाद करता है,
25:00मैं ये क्योंकि...
25:02मैंसे,
25:17यासे पर,
25:18अम्मी ने जो कुछ भी कहा है उसके लिए मैं तुमसे सोरी कह रहा हूँ।
25:23मैं जानता हूँ कि उनके अलफाज बहुत नामुनासित थे। उन्हें वो सब बातें।
25:30मगर एट लीज़ तुम तो मुझे पहले बता देती।
25:32मैं तुम्हें क्या बता थी पहर?
25:34अगर तुम मुझे से शेर कर लेती तो मैं मेंटिली प्रिपेर रहता ना अम्मी को हेंडल करने के लिए।
25:39अभी तुम मुझे खुद सुन का शॉक लगा।
25:41बहुत दिन से घर पर ये इश्यू चल रहा था।
25:44बाबा ने अचानक की उन्हें बुला लिया।
25:47जो भी हुआ बहुत बलत हुआ।
25:52जावेद अंगल की उन्हें अचानक डेथ न हो रही हो थी।
25:55तो वे सारा मामना सौर्ट आउट कर ले थे।
25:58ये मसला कभी सौर्ट आउट नहीं हो सकता।
26:01मामा ने उन्हें हमारे घर पर रहने की परमिशन दे दी है।
26:05क्या?
26:07इसके लिए वो लोग तुम्हारे साथ रहेंगे।
26:12मामा कहती है बाबा की लास्ट विश थी।
26:15तुम इसका मतलब समझती हो अनम?
26:18वो इस शहर में रहेंगे, तुम्हारे घर में रहेंगे, तुम्हारे सारे सोशल सरकल को पता चल जाएगा।
26:23इससे क्या होगा?
26:25तुम्हारी फैमिली की रैपिटेशन डामेज होगी अनम, तुम्हारा बिजनिस मतासिर होगा।
26:35इसका मतलब तुम्हों लोग अपनी बिजनिस और प्रापर्टी में से उनको एकल शेर्ज भी दोगे न?
26:40मैं इन सब बातों को तो नहीं जानती भाघट,
26:43मगर मैं बस यह सोचती हूँ कि मेरे लिए उन लोगों को टॉलेरेट करना बहुत मुश्किल है। इसा टॉर्चर।
26:50उन्हें देखती हूँ तो अपना आप मुझ्रिम सा लगता है। उनकी वज़व से मैंने बाबा से बत्तमीजी की थी। और मेरी वज़व से बाबा...
27:02तुम्हें स्ट्रेंड लेना चाहिए अनम। तुम्हें अस्मा अंटी को सुमझाना चाहिए।
27:07वो नहीं समझ रही। ना वो मेरी बात मान रही है ना नवीद भाई की।
27:12देखो वो लोग यहां से चले जाएंगे तो यह एशू यहीं एंड हो जाएगा। और अम्मी भी इस मैटर को इग्नोर कर देखेंगे वरना तो...
27:19क्या मतलब?
27:21देखो अनम अम्मी बहुत गुसे में। वो मैं उनको समझा रहा हूँ लेकिन वो समझ नहीं रही है।
27:29फाहद कहीं वो गुसे में हमारे रिश्टा तो ख़तम नहीं कर देंगी।
27:33तुम्हें ऐसा लगता है कि मैं ऐसा होने दूँगा।
27:35अम्मी को तो मैं अपने तौर पर हेंडिल कर लूँगा मगर...
27:38अनम मैं खुद भी यह चाहता हूँ कि वो लोग यहां से चले जाएं और यह इशू यहीं एंड हो जाएं।
27:43देखो हमारे आपस की बात है। और अब तो अंकल भी नहीं रहा है।
27:47तुम आंटी को यह ऐसास दिलाओ, उन्हें फोर्स करो कि यह सिर्फ उनका मसला नहीं है।
27:52हमारा रिलेशन्शिप एफेक्ट होगा।
27:57तुम समझ जीए है न।
28:17तुम समझ जीए है न।
28:47नवीत, यह सब..
29:13जेनब, अभी मुझे तुमसे बात नहीं करनी है, तुम्हें नहीं समझारी वेरी बात?
29:17मुझे बात नहीं करो अभी.
29:48समझार..
30:10अनम की माँ की कॉल आ रही है.
30:12अच्छा फिर?
30:15क्यों कह रही है वो मुझे कॉल?
30:18कोई ज़रूरी बात करनी होगी, अम्मी.
30:21मुझे तुम्हें तुम्हें कॉल करनी होगी.
30:23मुझे नहीं करने कोई बात-बात उससे.
30:28आप चाहती क्या है, अम्मी?
30:29मेरे तो कुछ भी समझ नहीं आ रही है.
30:31तुम्हारे सर पर अनम के इश्का बूत सवार है.
30:34अपने इज़द, बेज़दी सब भूल गए हो तुम.
30:38इज़द और बेज़दी क्या मतलब?
30:41देखो, फाहत.
30:43मुझे नहीं लगता है कि वो खांदान हमारे लाइक है.
30:49उस आद्वीं की बेटी को मैं अपनी बहु बनाने के हक्में बिल्कुल नहीं.
30:52अम्मी, ये क्या बोले जा रही है?
30:53अराम से बात करो, मा हूँ तुम्हारी.
30:56बूल गए मा का इतराम?
31:00आप ऐसा कोई डिसीजन नहीं ले सकती, अम्मी.
31:03अनम् मेरी मोहबत है, मैं उसे नहीं छोड़ूँगा.
31:06तीक है फिर.
31:07अनमी तुम्हारा हाथ पगड़ के जन्नत में भी ले जाएगी
31:09और वो ही तुम्हारी बक्षिश भी करवा देगी.
31:11मैं तो तुम्हें माफ नहीं करूँगी.
31:24बद दा हेल यार.
31:27पता नहीं क्या मसला है इनका.
31:31क्यों?
31:36आई शायजी करती हैँ.
31:42सारा मूद ख़ाराब कर गये रब दी है मैंने.
31:49किसे कौण कर गये मामा?
31:52फ़ाध की अम्मी को.
31:57दबाड़?
31:58नहीं।
31:59दबाड़ के लिए नहीं प्लूड प्लूड की लिए, आप को दुस्टो चेंगे करती हैं.
32:02वहाद की अम्मे को
32:05कल वो अजानक चली गई
32:06मुझे कुछ कहने का मौका ही नहीं दिया
32:09और इतनी नामुनासिब बाते करके गई हैं बेटा
32:12लेकिन क्या करें अन्नम की खाते ना हमें परताश करना पड़ेगा
32:17ची
32:24फोन नहीं उठा रहे है
32:26इतना इंटिट्यूट क्यों दिखा रहे हैं वो
32:29यह हमारे घर की बात है न
32:32बेटा
32:36रिश्चिदारी तो है बेटा
32:40ऐसी चीजों में न
32:42रिश्चिदार बहुत
32:44बहुत आटिट्यूट दिखा सकते हैं
32:46ये तो फिर भी कुछ नहीं है
32:53ममा क्या
32:55आपका दिल मुतमाईन है इस डिसीशन से
33:00मैं हर हाल मैं आपके साथ हूँ
33:01मुझे आपके फैसले पर
33:04एतराज नहीं है
33:06लेकिन
33:08क्या आपको लगता है कि ये ठीक होगा
33:12आइस्था आइस्था सब ठीक हो जागा बेटा
33:15हमें अच्छाय की उमीद रखनी चाहिए हमेशा
33:18हम नहीं एक अपवाब नहीं दोगा
33:24इतना सब कुछ बुरा हो गया है
33:29आपको पता है आज मैं आफिस क्यों नहीं गया
33:33आफिस पापा के बग़ाएर
33:36मैं अब पापा को बचा सकता हूँ ममा
33:40मैं नहीं बचा पाया उन्हें
33:41मैं नहीं बेटा
33:43इसलिए मैं चाहती हूँ कि जो भी दुख मैंने उन्हें दिया ना
33:47उसका अजाला कर सको
33:50उनकी जिन्दरी में तो नहीं कर सकी मैं लेकिन फिर एक कोशिश करूँ
34:10आजाला कर सकी मैं लेकिन फिर एक कोशिश करूँ
34:40आजाला कर सकी मैं लेकिन फिर एक कोशिश करूँ
35:10पड़ने बाले।
35:22हलो
35:25जी
35:29आप आजें? ओफिस आजें मैं ओफिस में
35:34घर पे
35:36चलें आप ऐसा करें आप कल आजें घर
35:40पक पक
36:11मामा वो लॉयर का फोना आ था
36:14कह रहा था कल शाम को वो घर आके आपके सामने विल पढ़ना चाता है बापा की
36:19ओके
36:23उन सब को भी खाने पर बुला लेते हैं क्या खैर है?
36:26कैसी बाते कर रहे हैं आप?
36:28सवाल ही पैदा नहीं होता
36:29अगर वो लोग हमारे साथ इस टेबल पर बैठ के खाना खाएंगे तो आप मेरा खाना मुझे रूम में सर्फ करना प्लीज
36:36नवीत प्लीज ये मत करो
36:38मैं भी खाना नहीं थाओंगे अगर वो लोग यहाँ आके खाना खाएंगे तो
36:41अनम बेहव यो सर्फट
36:42अनम बेहव यो सर्फट
36:43ओ खेरेट चलो
36:46गुड़ जिसको भी तकलीफ है हमारे आने से वो अपने रूम में जा सकता है क्योंके हम तो यहीं पर बैठ के खाना खाएंगे
36:52क्यों मी बैठे ना अब क्यों खड़ी है
36:54नहीं नहीं सब को एतराज है तो हम कमे में खा लेंगे किसी को एतराज नहीं है आप बैठे हैं
37:03अब आओ
37:04खड़ी क्यों हमी बैठे ना बैठे
37:07तुम भी बैठो
37:14परस तुम था फूर
37:15क्या खाएंगी यह दो
37:18ले ना
37:25मुझे पानी डाल तो प्लीज
37:34क्या फूर
37:35अरे पागेलो
37:36तुम्हें नज़ाई नहीं हो रहा
37:38मेरे वल्ती नहीं है नम बाजी वो
37:42ताने आप खाना था अब
37:47थाए ना मैं
37:48कोई बात नहीं
37:49बताएं और क्या दो
37:50हिलेंगी
37:51नहीं चाहिए तुछ
37:53चले आप खाना खाये
37:54मैं आती हूँ
38:14हेलो
38:17बहुत गिरी हुई
38:18और नीच हरकत किये तुम ने
38:19क्या तकलीफ है तुम्हें अदम से
38:21मैं चाहता तो उसी वग तुमग दिमाग
38:23दुरुस कर सकता था लेकिन
38:24मैं चूप रहा
38:26क्यूँकि मैं इस घर में
38:27अब मजीद बनबस गी नहीं चाहता
38:30तुम मेरा दिमाग दुरुस करोगे
38:31लिसन
38:33किसी गलत फैमी में
38:34नहीं रहें थो तुम
38:36तुम्हारा लिहास जिरव ममा की वज़ासे कर रहा हूँ मैं.
38:39फर्ना तुम्हारा हमसे कोई रिष्टा नहीं है.
38:42मेरे बाबा तुम्हे इस घर में लेकर आये.
38:44बहुत बड़ा एसान किया तुमपे.
38:46और उस एसान के बतले
38:47तुम्हे इस घर में नज़रें नीची रखे रहना चाहिए.
38:50बाद तीक किये तुम्हे.
38:52बाबा ने वाकिये मेरी जिमदारी उठाके
38:54बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
38:56लिएंक तुम्हे पता है?
38:57कभी जताया नहीं था.
38:59अपने आपको देखो तुम.
39:01वाकिये उनके बेटे हो?
39:02क्योंकि मुझे नहीं लग रहा.
39:04उनके बेटे होके इतने कज़ा?
39:06चल.
39:30बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:31बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:32बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:33बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:35बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:36बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:37बदलते मौस्मों की सेर में दिल को लगाना हूँ।
39:40किसी को याद हो जाने के लिए तुम्हे.
39:42बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:43बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:45बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:47बहुत बड़ा एसान किया तुम्हे.
39:49बदलते मौस्मों की सेर में दिल को लगाना हूँ।
39:53किसी को याद रखना हूँ।
39:55किसी को भूल जाना हूँ।
39:57हमेशा देर कर देता हूँ मैं।
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