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  • 5/24/2025
Sher Episode 02 | Danish Taimoor | Sarah Khan | 2025 [ENG SUB] | Pakistani Dramas
Some love stories aren’t simply etched in memory—they're forged in agony, sacrifice, and flame.
Welcome to the world of Sher, where two hearts—Sher Zaman and Fajar—challenge the chains of generational hatred to embrace a love deemed impossible.
Danish Taimoor commands the screen as Sher Zaman, a man born to rule, shaped by power and pride, with authority running in his blood.
Sarah Khan brings grace to Fajar, a tender soul caught in a whirlwind of ancestral rivalries, determined to protect her love in a world full of darkness and division.
They were never meant to meet, let alone fall in love. But destiny doesn’t ask for permission—it writes its own script.
Sher is a pulse-racing Pakistani drama drenched in fierce emotions, burning rivalries, and deep-seated cultural divides.
From shocking betrayals and hidden agendas to impossible choices and forbidden romance, each episode pulls you deeper into a story you won’t want to leave.
Brought to life by a powerhouse cast and unforgettable storytelling—Sher isn’t just a drama, it’s a legacy in the making.
Cast: Danish Taimoor as Sher Zaman Sarah Khan as Fajar Arjumand Rahim, Sunita Marshall, Nadia Afgan, Yousuf Bashir Qureshi, Faizan Shaikh, Atiqa Odho, and more.
Written by: Zanjabeel Asim
Directed by: Aehsun Talish
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Transcript
00:01दिदन कवले नशम खोब में जङ्ग विना
00:04आपकी लब मेरेज हो रही है?
00:05नहीं, कुम्प्लीटली अरेंज्ज़.
00:18काखा एलबी शाज़ है.
00:20भाईज़न.
00:20नहीं भाईसाब, नहीं.
00:21भाईसाब.
00:22ऐसा मत करें भाईसाब.
00:23ऐसा मत करें.
00:25मेरे भाई का एक लोथा बेट है.
00:27बड़ी मदद और मुरातों के बाद बैदा हुआ था.
00:31बच दे, इसकी जान बच दे भाईसाब.
00:34ऐसा मत करें.
00:37मत करें ऐसा मत करें.
00:44पिता जी.
00:48सम्रा, सम्रा, कुछ कुछ नहीं रखना चुना मुझे.
00:52आपको ख़ता हैं, कुछ नहीं रखना चुना मुझे.
00:54बदाज कर लिए, बदाज कर लिए.
00:57आप नहीं रखना चुना.
01:22बदाज कर लिए, बदाज कर लिए.
01:52वाद, वाद, तुम जहनी तोर भी अभी तर क्या लंडन में हो गया?
01:59पता नहीं है, हालात क्या है?
02:04मैं तुम से बात कर रहा हूँ.
02:07आपके बात बचा, मैं जबात कर रहा हूँ.
02:09यह क्या बसतमिजी है?
02:10शेर, रुखो, रुखो.
02:14शेर, क्या कर रहे हो?
02:16शेर, मैं तुम्हारे क्या रहा हूँ? रुखो, रुखो उसको.
02:23समझा इसे, अपना चास नहीं चाहेगा यह.
02:25कोई पूछे इसे, समझ करें इसे.
02:29उस लड़की की सिज़ागी बहुत बात करके रख दी इसे.
02:32आपकी बेन ने मेरे लिए गोली काली.
02:35कोई पूछे नहीं यहाँ पर.
02:36हमारी तरह शरीफ लोग हैं वो भी.
02:39लेकिन मुझे नहीं बढ़ा कि उस लड़की के साथ
02:40हम उसके घरवाले क्या करेंगे.
02:43जिनको तुम इतना शरीफ और सफयत पोईश समझ रहे हैं ना.
02:47तुमारे दादा के खुन कैसे मिता आ रही है?
02:50मेरी बहन.
02:51शादी की राख.
02:53उठा थेने के लेती हैं लोग.
02:54फिर भी हमसे ज़्यादा शरीफ हैं.
02:56किजी को बगा कर, उसे इसदती, उसे निका किया,
02:59उलाद पेदकी हैं.
03:02एक उरद के बादे उसकी इसदत का मौन रखा,
03:04इसने क्या किया?
03:07मौपत के लाइफ में दोगा देके उस सदकी की सिदने की
03:10अमेशे के लिए परबान कर दी.
03:11पूछे ना इसे कोई.
03:15मैं तुम से नहीं पूछना,
03:16कि अपनी दुश्मनी का बतला कैसे लेना है?
03:18अब आप यह मत कहिए कहा,
03:20कि इस गंदे खेल में आप भी शरीक हैं.
03:21मुझे इस चीज के बारे में कोई हिल्म नहीं था,
03:24लेकिन ना,
03:26मैं इसके साथ कड़ा हूँ.
03:28मैंने दुश्मनी जी लिये, मैंने.
03:31यह कैसी अंधेर नगरी है?
03:34कहाँ घर के बड़े ऐसी बातें करते हैं?
03:36यह मैं कहा रहता हूँ?
03:38जहाँ घर के बड़े,
03:39कंपटी पर बिस्तॉल रखे, खुद को मार लेते हैं.
03:42तो तमारे ज़ाना बेवकुफ नहीं था,
03:44जहाँ घर के बड़े,
03:45कंपटी पर बिस्तॉल रखे, खुद को मार लेते हैं.
03:49तो तमारे ज़ाना बेवकुफ नहीं था,
03:50यह दुश्मनों के पास चला जाता?
03:52बेवकुफ.
03:56एक लडिकी को,
03:58रात की तारिकी में,
03:59महमबत का जासाती के घर से बगाना.
04:03बेबकुवी नहीं, बदकिर्धारी होती है.
04:05बदकिर्धार है वो, बदकिर्धार है.
04:09और आप उसकी साइट ले रहे हैं.
04:13बदकिर्धारी बेबकुवी से बड़ा चूर में है.
04:15उसने जो भी किया, हमारी इंसत के लिए किया.
04:19और मैंने जो भी किया, वो एक लड़की की इंसत दचाने के लिए किया.
04:23आप लोग कैसे लोग हैं?
04:26वो एक लड़की ने मेरे लिए कोली बाली मेरे सापने आके,
04:29आपकी बैदे पूछे सिद्धार या पर गई.
04:33यह कोई इंसान है भी या नहीं?
04:35शेर!
04:37जबान पे कंट्रॉल करो.
04:41सुन ना तुम्हारे दिया बात.
04:43यह क्या दिया तुमने?
04:44तरबियत करने का दिया आपने.
04:47बारा साल के उपर मुझे उठा के मुझे लंडन बहिश दिया था.
04:49जो कुछ बढ़ा है, जो कुछ बढ़ा हूँ, वही बढ़ा हूँ.
04:51यह रहा क्या हूँ?
04:53यह जब बुस्दिली की इमारत को,
04:55इंसानियत का रौघर किया ना तुमने,
04:57यस औरत के खों की प्यासी हूँ.
05:09बबू तो मुझे देने शिराब.
05:19बबू तो मुझे देने शिराब.
05:37मेरा बस चले, सारे आने गोलियां मार देवा.
05:43बीबी जी, खाना मज़ारों में बिज़वा दे?
05:45जो मरजी आए कर.
05:49चाटी, चाटी ठीक है वह?
05:53बहुत अच्छे, ख्याल आगे अब तुझे?
05:59आज जो कुछ भी हुआ है ना,
06:01या तेरी वज़ासे हुआ है, या उसकी वज़ासे.
06:04जो इस वक हस्पिताल में पड़ी मर रही है.
06:08आज आपकी वज़ासे?
06:09आज आपकी वज़ासे?
06:11बकवास बंद कर.
06:14ये तो पुठीयां हरकत हैं, उपर से नकरे देखो मैड़म के.
06:20जो तेरी और तेरी चाची जैसी अउर्टें होती हैं ना,
06:23इनकी वज़ासे गिरती हैं लाशें.
06:26और आप जैसी अउर्टें जो होती हैं, वो?
06:28इदिते सभालती हैं मुझ जैसी.
06:32बचाते बचाते घर में बैठे बूरी हो जाती हैं.
06:36तुम जैसों की तरह भाग के खुशियां बढ़ोरने नहीं पहुंच जाती हैं.
06:42जरूर जाती हैं आप.
06:43जरूर जाती हैं आप.
06:45अगर रहिशा जमान आपको लेके जाते हैं, आप जरूर जाती हैं उनके साथ.
06:53बात को घुमाते हैं.
06:55तुम लोग की तरह ये रंजे घंजे नहीं आते मुझे, जो भगाने वाले को उकसाती.
06:58लूली लंगडी महबबद का भूत थवार नहीं था मेरे उपर.
07:04गुर्सार, आप सोच नहीं है, आपने अपनी बाफ़ी को गोली बात थी.
07:07ओ, गोली दुश्मन पर चलाई थी.
07:10तेरी चाची लैंड में लग गई, तो लग गई उसे गोली.
07:13मिला क्या कुसूर?
07:14मिला कुसूर?
07:16और तुम जा, जाके ना अपना मूँ शिपा काई.
07:22तुम सोचने मिजद वर्ड मुगला के,
07:25मूँ दिखाने लाइक नहीं छोडा था.
07:27मिला...
07:31चलानी दो!
07:33जोचाट ऒकार के वासे दुख चार.
07:36चलानी दुख चार.
07:37चलानी दुफ चार.
07:39उथा कि कहरें.
07:40धुख चार, धुख चार, अधिका वासे.
07:42आ, उसलराखा?
07:45इतने अगर सोच.
07:48मिला कैंद?
07:49कुछ की कारे?
07:50उठाए, उठाए, खुदा का वास्ता है.
07:52ओ, हसना राखा.
07:55इतना अलल सोच.
07:57खुदा का वास्ता है, शुजात.
08:00क्या करने जा रहे हैं आप?
08:03फूल जैसी बेटी है आपकी.
08:06सारी जिदगी आपने कभी कांटो का सायध नहीं पढ़ने दिया,
08:08उसकी जान नहीं गिया, आप कहा कर साँ,
08:10सुझाए, खुदा का वास्ता है.
08:13तुम्हारी फूल जैसी बेटी ने
08:18मेरी गहरत का गला गोट दिया है.
08:22उस फूल को रोन देना ही अच्छा है.
08:24तेरे हमले एक तुफान पढ़ रहे है,
08:27जब कभी तेरी गहरत और इससे तो याद दिला रहे हैं,
08:30और कभी बेटों से सथा एसीज,
08:33तेरी फूल जैसी बेटी तुझे याद दिला रहा हैं.
08:37तेरे अंदर एक भवर है क्या?
08:39जिस भी फैसलें दी किसी, कभी इदर डोड रही है, कभी उठर.
08:45इन लहरों के सोम को तंब लेने दें.
08:48उसके बाद.
09:10फजल, इतना बढ़ा खटम उठाने के क्या सुरुथ ती?
09:27मुझे आनदाज़ों नहीं था.
09:31आदो देखाँ.
09:32मुझे इन्दाज़न नहीं था
09:35कि मुझे किसी अपने की तसली की तुम्ही सुर्वद होगी
09:40मुझे तसली मिली तुम्ही जाना के
09:50भजल इतना बड़ा लास
09:53इतनी बड़ी ना समझी
09:56ना समझी नहीं थी
09:58प्यार था, महाऊपत थी
10:03सहरा मैंने तो प्यार किया था न
10:06वहाँ मेरे लिए रफ़ने चल रही थी, मुझे क्या बढ़ा था
10:10सहर तो ऐसी ही होता है
10:12पीने वाले को कब पता चलता है कि जान निकल जाएगी
10:16सहर पिला देवाले की सफाकी तो देखो
10:19कब से चल रहा है ये संसला?
10:25चार साथ से
10:29हम लोग अमेरिका में बिले थे
10:32और इसके बाद बिछड गए थे फिर
10:36फिर तुबारा मिले
10:39तफाक था लेकिन तुम फिर जान के मिले बार-बार
10:44तुम तुबारा मिले
10:46तुम फिर जान के मिले बार-बार
10:55दिल जाता है कि अपनी सारी डिग्रियों को उठाके आग लगा दू
10:58एक दोने उठाके सबको आग लगा दू
11:01मैं तो नफसियाद की डौक्र थी
11:03मैं उसकी नफसियाद क्यों नहीं समझ सकी
11:05मैंने उसको क्यों नहीं पढ़ा
11:06क्यों नहीं पढ़ा, मुझे क्यों नहीं समझाया
11:08कि वो क्या कर रहा चाता है
11:10कि इसे बहुत प्यार नहीं, सिर्फ बदला ले रहा है मुझसे
11:15देखो वज़ाय
11:16कभी-कभी सबकुछ रॉशन होता है
11:19फिर भी, इन्सान-जान पूछ के अन्धा हो जाता है
11:23मुझे, मुझे कैसे शक हो था
11:26मेरे सामने तो वज़ाय चाचा की पिसाल थी ना
11:32मुझे लगा कि बस मुझे धौर आए जाएगे एक बार फिर
11:37एक बार भी मुझे ख़याल लिया है कि उसका मकसद मुझे सिर्फ सली करना था
11:43चाता क्या ता वो दुम से
11:44पता नहीं
11:52वो तो सिर्फ मेरी बद्दामी चाता था, चाता था कि बरात लौट जाए
11:55और फिर वो मुझे अपने घर से लिकाल फेकेगा
12:00वो तो शेर जमान के महरवानी थी, वो मुझे जल दस जल घर पहुचाना चाता था
12:04मुझे चाता था, मुझे चाता था कि बरात के लोटने से बेड़े मैं घर आ जाओं
12:07ता कि कुछ भी खराब ना हूँ
12:10लेकिन
12:11मेरी किस्मत
12:14इतनी जल्दी कालक थोड़ी उत्रेंगे
12:20सारा
12:22मुझे
12:24मुझे अन्दाज़ा था कि सब मुझे से नफरत करेंगे
12:28लेकिन इस नफरत का मुझे सामना करेंगे
12:30करना परेगा, मुझे इस बात का अन्दाज़ा नहीं था विल्कुल भी
12:34तो ढीट बन जा
12:36वो हमसे बहुत ब्यार करते हैं
12:37देखना सब भूल जाएंगे
12:40तभी लगता है वो भूल जाएंगे
12:43कहते है, अनार की महापत में बहुत स्टंट होती है
12:49कहाँ है माबा?
12:51मैं देखते हूँ
13:10कहाँ है माबा?
13:12मैं देखते हूँ
13:14कहाँ है माबा?
13:16मैं देखते हूँ
13:18कहाँ है माबा?
13:20मैं देखते हूँ
13:22कहाँ है माबा?
13:24मैं देखते हूँ
13:26कहाँ है माबा?
13:28मैं देखते हूँ
13:30कहाँ है माबा?
13:32मैं देखते हूँ
13:34कहाँ है माबा?
13:35कहाँ है माबा?
13:37मैं देखते हूँ
13:39कहाँ है माबा?
13:41मैं देखते हूँ
13:43कहाँ है माबा?
13:45मैं देखते हूँ
13:47कहाँ है माबा?
13:49मैं देखते हूँ
13:51कहाँ है माबा?
13:53मैं देखते हूँ
13:55कहाँ है माबा?
13:57मैं देखते हूँ
13:59कहाँ है माबा?
14:00मैं देखते हूँ
14:02कहाँ है माबा?
14:04मैं देखते हूँ
14:06कहाँ है माबा?
14:08मैं देखते हूँ
14:10कहाँ है माबा?
14:12मैं देखते हूँ
14:14कहाँ है माबा?
14:16मैं देखते हूँ
14:18कहाँ है माबा?
14:20मैं देखते हूँ
14:22कहाँ है माबा?
14:24मैं देखते हूँ
14:26समीर से बातु हुय थी कहरा था
14:30सम्रा बड़ी क्रेटिकल है
14:32सैखक हैसी
14:35उसका ब्लेड प्रशा शोट कर गया था
14:38मैडिसन दे के लेटा दिया
14:41फीक किता
14:46एन जीनई या माँवाउओम्दीय ने ना
14:48यह जड़ियों मांगों दियेने न, इनको रस्वाई की अकीकत नहीं समझाती।
14:57यूहीं तो नहीं न, रईस बख्त सिजमाल ने अपनी जान देती।
15:04काके साहब, वो नीचे चौकीदार बाते कर रहे थे।
15:13मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे मुझे पर हस रहे हैं, बाते मेरे लिए कर रहे हैं।
15:20बातें तो करेंगे न।
15:24कल का सूरज रस्वाई ले कर ही तो लू होगा।
15:28मर जाना चाहिए ऐसी लड़कियों को।
15:33माबाप, खुद अपने हातों से तो नहीं मार सकते।
15:37ये जो लाड़ा था ना फरुख, जिसकी खाला मेरी दोस्त है वो बता रही थी।
15:44तुलावा था अपनी जान लेने पर।
15:47फिर घरवालों ने समझाया कि तू क्यों अपनी जान ले रहा है, मरना तो उसको चाहिए।
15:51पता है आगे से क्या कहता है।
15:54रसुआई सिर्फ घर से बागने वाली लड़की के नहीं होती।
15:58उस दुले के भी होती है, जिसकी बरात खाली वापिस जाए।
16:02मुझे ना मिनो अपना मुँ ना भखाए।
16:07काका साँ, मैं क्या करूँ, कहा जाओं, मर जाओं क्या।
16:18और नहीं भाई जाओं, की कह रहे हो, आप क्यों मरेंगे, आपको कुछ हो गया तो हम कहा जाएंगे।
16:27मरना आपका नहीं बनता, मरना उसका बनता है।
16:32जिल्लत पे दाग जड़ें बिनना, ये खुन से दुलते हैं, तू क्यों मारेंगे, मजबूर करके खुद में।
16:49सभी कह रहे हो काका साँ।
17:01सभी कह रहे हो काका साँ।
17:31सभी कह रहे हो काका साँ।
17:33सभी कह रहे हो काका साँ।
17:35सभी कह रहे हो काका साँ।
17:55मामा, मुझे माफ़ कर दे, मुझे ऐसे नहीं भागना चाहिए था, मैंने बोड़ बरा किया आपके साथ, मुझे माफ कर दे मामा।
18:06मुझे क्या दुनिया की किसी भी लड़की को ऐसे नहीं करना चाहिए, मैं कैसे इतनी अंदी हो सकती हूँ, मैंने कैसे आपकी मुफ़मत को बुलागे इतना बड़ा कदम उठा लिया, मुझे माफ कर दे मामा।
18:17मुझे मेरी सजा अलाधाले दुनिया में दे दी, मुझे रुजवा कर दिया, लेकिन मैंने अपने घरभालों को, आपको सबका रुजवा किया, मुझे माफ कर दे।
18:47बाबा... बाबा...
19:17बाबा... बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप? बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप? यह मैं आपको पीने नहीं दे सकती, बाबा... यह मैं पी लूँगे, लेकिन आपको पीने नहीं दे सकती, क्या कर रहे हैं आप, बाबा... आप ऐसे नहीं कर सकती...
19:47बाबा... बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्य
20:17क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप
20:47यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:17यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा... यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:19यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:21यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:23यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:25यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:27यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:29यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:31यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:33यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:35यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
21:37यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
22:00स्मयरी
22:11जैसง
22:21बाबा
22:23यह कर रहे हैं आप, बाबा...
22:25यह क्या कर रहे हैं आप, बाबा...
22:27तू यह भी नहीं सोच जा कि इसका उमीदवार मैं हूँ.
22:33पाके, पाके यह ज़वीन मेरे बाप का जिगर है.
22:42खुकुमत नहीं है तो क्या हुआ?
22:45हमारे पूरे खानदान में अपनी इजद समझ कर इसकी हिपाज़त की है.
22:50वो इजद की गाल मेरे नाल ना कर, मैंने तुझे अपनी बेटी दी हुई है.
22:54तो क्या हुआ? मैंने भी अपनी बेटी दी है विदे.
22:58सारी बिरादरी में मेरा मजाग कर रहा है.
23:01कह रहे हैं नवी, मलक सलालदिन ज़ड़ा वो दे अपने यार ने उनको लोटले है.
23:05आहा, तो मजाग तो मेरा भी उड़ रहा है.
23:09लोग कह रहे हैं कि पक्ष जमान की जागीर पर उसका यार कभजा कर रहा है, उसकी नज़र है उसपे.
23:16ओए पक्ष जमान, अनि वड़ी गाली ना कर. उस जमीन पर दर्या था.
23:24पहले दर्या था विच्चों साथी जमीना थे, दर्या लांग दे सी.
23:29जमां पानी बैता था, वो तो तु सहे सकता था है, तो दोस्ट की जो है खेती बाड़ी, वो नहीं तुझे सही.
23:38तु जानता था कि सरकार हमेशा हमें लीज देती है, पहले मेरे बाप को दी, और बाद में हमें दी.
23:47मैं ही इसपे कभजा करूंगा, ये जानते हुए भी तुने हमारे सामने टेंडर बना.
23:54मैं तो छोड़े देंदा अपना हक, लस बरदार हो जाता है उससे.
23:58तु दोस बन कर मेरे हक पर ढाका डाले, और मैं दोस्ती समझ कर खामोश रहूँ.
24:07नहीं, ये नहीं हो सकता.
24:09तेरे याखरी वैस्टना है, तु जमीन नहीं छटेगा.
24:13था ठीक है फिर, जा एतनू.
24:15जा एतनू, ना बरादरी, ना वसादारी, ना हिसमाद.
24:22मारे बच्चों के भी रिष्टे खतम, जा.
24:46शुजात!
25:08शुजात, आप यहां क्यों मर रहे हैं?
25:15चले आए, अंदर आए.
25:19होसला करें शुजात, सब ठीक हो जाएगा.
25:27यह वक्त भी गुज़र जाएगा.
25:31और अपने साथ यह तमाम बिया, हर बिया से दुन ला जाएगा.
25:39सब ठीक हो जाएगा.
25:45हम... हम शहर चले जाएगे, हम सब कुछ छोड़ देगे.
25:55देखे न, बीटी है हमारी, उलाद है, जान तो नहीं ले सकते न उसकी.
26:04मैं जान ले चुका हूँ साइका.
26:15पतजार.
26:28पतजार. पतार !
26:34पतार.
26:36पतार.
26:38पतार.
26:45पचचर!
26:50कुई यहाँ हो!
26:51पचच!
26:53किसी को बुलाओ!
26:54आपको जड़ा बुलाओ!
26:55पच्च उठू!
27:00पचच!
27:04समीर!
27:11पचच!
27:12पचच उठू! पचच!
27:14समीर!
27:15पचच!
27:22किसी को बुलाओ!
27:23पचच!
27:27पचच!
27:44पचच!
28:05मेरी बाजर नहीं है, मेरी बाजर नहीं है.
28:08मुझे बिल्कुल भी तवकों नहीं थी भाई साहब से.
28:14क्यों नहीं थी?
28:17आप लोग हैं ही ऐसे साल हैं?
28:19अंदर देखे हैं, मम्मा के बराबर में फजर आपी कैसे तडब रहे हैं?
28:24मुझे तो लगता है बहुत जल ताई जी और सारा आपी भी वहीं पहुँच जाएंगे.
28:34आप फजर के फादर हैं?
28:37कैसे है मेरी बच्ची?
28:40शायद हमें पेशन्ट को विंड पर डालना पड़ा है.
28:43क्योंकि उन्हें सान्स लेने में बहुत तक्लीफ हो रही है.
28:46इसके लिए हमें पैरेंट्स और गार्डियन्स की कंसन चाहिए.
28:49जहर काफ़ी पहल चुका था.
28:51हमने स्टोमर्क क्लेइन तो करवा दियें.
28:53बगर अभी फिलाल कुछ कहने सकता.
28:57तो आप प्लीज मेरे साथ आफिस चलें.
29:00जी.
29:18जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, �
29:48जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, जी, �
30:18जी शाय़?
30:22जी शाय़.
30:28जी डग जाएगा कोई?
30:30बड़ी मननत और मुरातों के बाद पैदा हुआ था।
30:34बच्चने इसकी जान बच्चने भाईसाद।
30:37ऐसा मत करें।
31:01गाट्स दान गाड़ी निकल वाए।
31:03गाट्स, गाड़ी लेके आओ।
31:06सरकार, हम कहा जा रहे हैं?
31:08हम नहीं जा रहे हैं, मैं अकेला जा रहा हूँ।
31:10मेरा एक दोस्त आया है, इसे एर्पूर्ट लेने जा रहा हूँ।
31:13एक ही रात मस्च पुछ बदल गया हूँ।
31:16हमारी इज़ज़त उसका माथ है।
31:19इसको जब नहीं हो गया, तो अपने निकल गया हूँ।
31:22गाट्स दान गाड़ी निकल वाए।
31:25गाट्स, गाड़ी लेके आओ।
31:28सरकार, हम कहा जा रहे हैं?
31:29बेट खो लो।
31:37एक ही रात मस्च पुछ बदल गया हूँ।
31:40हमारी इज़ज़़त उसका माथ है।
31:42सब तबा हो गया।
31:55देखने मज़ाद मेरी बच्ची को।
32:00जान चिरकने वाला बाब जान लेने वाला दिखला।
32:04पहपत से गई, इज़ज़़त से गई और अब जान से भी जा रही है मेरी बच्चे।
32:30या अगला इसके नसीद की ज़ियाई को इस रात के साथ ख़तू कर गए।
32:34खल का सूरुश मेरी बेटी के लिए सिद्दगी ले कर आए।
32:47तुम?
32:49तुम यहाँ क्या कर रहे हो?
32:53देखने आया हूँ।
32:54देखने आया हूँ उन सस्टि उज़िसमें मेरे हिस्से की तित्मिफ अपने नाप का।
32:59हमें तुम्हारी कोई ज़रूरत नहीं है, तुम जाओ यहाँ से।
33:02आप से मिलने नहीं आया।
33:05रेरी बीवी के लिए तो आये हो न?
33:06बीवी?
33:07वैं तो भी बीवी के लिए तो आये हो न?
33:09बीवी?
33:14शैथ आपकी बीवी इसलिए महा पड़ी है!
33:22गल्लेरी बीवी होती न,
33:26इसे पूली मारने वाले के हाथ कार्टेता मैं!
33:29तुमहारे नाम की पहली गोली खाने वाली वो सामने लेटी है!
33:33दूसरी सीधा तुम्हारा दिल चीर कर जाएगी.
33:36बचात।
33:37कुछ नहीं कर।
33:46ये बात तो आप रहने थीज़े.
33:50महबबद आपसे निभाई नहीं गई.
33:54विश्वानी क्या निभाई गई?
33:55महबबद की बात तुम तो करोगी नहीं.
33:58वो तुम लोगों की महबबद के फरेब के हाल में यहां पर पहुँच थी.
34:01तुम गलत बोल रहा हैं आप.
34:04अस रड़की को सही सालामत आपको सौंप कर गया था.
34:08उसकी इस हालत के जिम्मेदार उसकी अपने हैं.
34:10आप सब हैं.
34:11ठीक कह रहा है ये वजहार.
34:13लाडले बच्चे की तरह इफ़ाज़त से, एधराम से छुपा रहे हैं.
34:18तुम लोगों की महबबद के फरेब के हाल में यहां पहुँच थी.
34:21तुम लोगों की महबबद के फरेब के हाल में यहां पहुँच थी.
34:24अपने बाबा से कहना, वो जिस मुसीबत को बिया कर नहीं लेकर गए थे ना,
34:30उसके नहूं सथ का साया नहीं करते हैं।
34:33तुम लोगों की महबबद के फरेब के हाल में यहां पहुँच थी.
34:36तुम लोगों की महबबद के फरेब के हाल में यहां पहुँच थे नहीं लेकर गए थे नहां पहुँच थे नहीं लेकर गए थे नहां पहुँच थे नहां पहुँच थे नहां पहुँच थे नहां पहुँच थे नहां पहुँच थे नहां पहुँच थे नहां
35:06अब जाओ यहाँ, सेरे लिए नहीं मरी हूँ
35:09और आज की बाद आपको इस बात का यकीन हो गिया होगा
35:11कि मैं भी उनके लिए नहीं मराओं
35:16इन दोरों में से किसी ने भी कभी भी मुझे मदद के लिए अगर पुकारा
35:19तो सर पे कफरिंग बान के आओंगा लेकिन आओंगा सरो
35:28टाट, जल्दी आओ, मेरा स्ट्रेटल सोप ले करो, जल्दी लाओ
35:34जल्दी लाओ, जल्दी ले करो, अपनी एक्शन लाओ, एक्शन लाओ
35:49स्रियर्जमान!
35:52आप इहाँ क्या कर रहे हैं?
35:55जी मैं खुपी को देखने आया था।
35:57कोई ज़रूरत नहीं है हमारे पैशनट की इंफोरमेशन किसी को देने की.
36:01बस भारत गो वेड़े हैं!
36:03शेर जमान, आप यहाँ क्या कर रहे हैं?
36:07जी मैं कुपी को देखने आया था.
36:10कोई ज़रूरत नहीं है हमारे पेशन्ट की इंफोर्मेशन किसी को देने की.
36:17I request you, please leave.
36:33मेरा बड़ा तज़र्बा है, मैं खाँदा आए.
36:38सारी उम्र वसाना खाँवी सके आदा.
36:44मेरा बड़ा तज़र्बा है, मैं खाँदा आए.
37:03बेलतिहा क्यों हासिर होई मुझको ये सिंदगी बेवाफाँ.
37:33मुझको ये सिंदगी बेवाफाँ.

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