गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश: भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान हो चुका है। कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत सरकार का जो फैसला है वो विश्व बंधुत्व के आधार पर है। भारत के सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है उसकी प्रशंसा करनी चाहिए लेकिन अगर तरक्की करनी है तो देश में शांति होना जरूरी है। नरेंद्र मोदी भारत के ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो शौर्य और पराक्रम के लिए जाने जाएंगे। देशवासियों को प्रधानमंत्री के फैसले के साथ रहना चाहिए और उनका स्वागत करना चाहिए। भारत एक बड़ी शक्ति बनने जा रहा है। चीन और पाकिस्तान नहीं चाहते हैं कि भारत एक महाशक्ति बने। चीन चाहता है कि भारत युद्ध में उलझ जाए। लेकिन पीएम मोदी ने उसकी साजिश को नाकाम कर दिया है।
00:00। देखिए भारत की सेनाओं ने जो पाकिस्तान को मूतोड जवाब दिया है, उसकी पृशंसा करने चाहिए, उसकी सराना करने चाहिए, लेकिन जो भारत सरकार का जो फैसला है, वो विश्वबंधुत और वसुदैव कुटमकाउं के सूत्र के आधार पर है,
00:22क्योंकि कोई भी दुनिया का देश अगर तरक्की कर रहा है, तो वहाँ शान्ती होना ज़रूरी है, पीस अगर नहीं है, तो फिर प्रोग्रेस नहीं हो सकती,
00:36और नरेंदर मोधी जी भारत के ऐसे प्रधान मंत्री हैं, जो एक तरफ शौरे प्राकरम के लिए भी जाने जाएंगे, सक्त सक्त फैसले लेने के लिए भी जाने जाते हैं, और जाने जाएंगे हमेशा,
00:55लेकिन शान्ती के दूद के रूप में भी उन्होंने इतना बड़ा फैसला लिया, हलांकि पाकिस्तान के उपर भरोसा करना, मुझे लगता है, वो भरोसे के लाइक नहीं है, लेकिन हम भारत हैं, और भारत को विश्वगरू बनाना है, तो भारत में शान्ती होने चाहिए,
01:25ठूड कर निकालना अभी शेश बचा है, आतंकवादियों के ठिकानों को नश्ट किया गया है, और किया जाना चाहिए, देश की जनता चाहती है, कि जिन लोगों ने, जिन हत्यारों ने पहल गाओं में निर्दोश लोगों का खुन बहाया है, उनको उनकी सजा मिले, और उ
01:55पिला दिया है, उसके लिए हम भारत की सेनाओं की सराना करते हैं, भारत की सेना का को नमन करते हैं, उनका वंदन करते हैं, और भारत के प्रधान मंतरी के फैसले का स्वागत करते हैं, अब पूरे देश वासियों को भारत के प्रधान मंतरी का स्वागत करना चाहिए, उनके