Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 5/7/2025
Question and Answer with Dr. Zakir Naik Urdu/Hindi Part-02

Category

📚
Learning
Transcript
00:00सुरा नमबर आंट
00:02आयत नमबर सांट में
00:05कहला ताला फर्माते है
00:06कि वो लोग जो हक के खिलाफ है
00:08उनके दिल में धहश्यत पैदा करो
00:11तो इसलिए मैंने कहा
00:13कि हर मुसल्मान का फर्द है
00:15कि जो लोग हक के खिलाफ है
00:18जो माशरे के खिलाफ है
00:20जो इनसानियत पे जल्म कर रहे उनके दिल में दहशत पैदा करो
00:24जिस तरीके से पुलीस का काम है
00:26और अगर कोई इनसान वो इनसान जो माशे के खिलाफ है
00:31इनसानित के खिलाफ है मिसाल के तोड़ पे कोई चोर है
00:33या कोई बलातकार करने वाला है
00:36या जना बिल जबर करने वाला है ऐसे इनसान के दिल में दहशत पैदा करना अच्छी बात है और यह लफ जो लोग कहते हैं यह कोई लफ का खिलवार नहीं है इवें इंग्लिश लाइंग्विज में कुछ चंद महीने पहले बंबे में एक आर्टिकल आया था टाइम्स ओफ �
01:06मंबे में उनके लिए दहशत गर्द है तो यह लफ का खिलवान है यह इंग्लिश लैंग्विज है उसी तरीके से उर्दू है अर्बी जबान है तो इसलिए मैंने कहा कि अल्ला ताला फर्माते हैं कि जो लोग हक के खिलाफ है उनके दिल में दहशत पैदा करना अच्छी ब
01:36वसल्मान कोई भी मासूम इनसान के दिल में धहशत कभी भी नहीं पैदा करना चाहिए उमीदे के सवाल का जवाब है
01:43बेहनों के तरफ से कोई सवाल
01:47असलाएं अलेकूम मेरा नाम अनम काजमी है जैसा कि आपने शुरू से बताया कि अगर पुरान और हदीस पे हम लोग चलें तो एक आईडियल लाइफ एक आईडियल सुसाइटी पा सकते हैं
01:58तो जहालत से जहाद भी एक जहादी है मेरा कुशन है ए शुड़ भी कनफाइन दे नौलेज तो दा इस्लामिक स्टैडियल अनली बी नौलेज लाइक विमन को जादा हम लोग को एहमियत देना चाहिए लाइक विमन इस एजुकेटेट देन देन धोल फामिली इस मोर नौल
02:28चाहिए कि यह आम जो हम कहते मॉडरन एड्योकिशन के फ schol attribute करने चाहिए और तीसरा सवाल के खवातिन के उपर एड्युकेशन के हमें देना चाहिए लिए आपका पहला सवाल बिल्कुल सही Toyota जहालत के खिलाफ जिहाद भी जिहाद बिल्कुल सही
02:56दो सबसे पहला पैगाम अल्ला ताला देते है सुरह एकरा में इकरा पढ़ो और सिर्फ
03:03मर्दों के लिए ना औरत के लिए भी है तब कर तीसरा सवाल के खावातिन के होना चाहिए
03:09हर मुसल्मान ना ओरत हो किया वो इल्म हासिल करें
03:20तो इल्म हासिल करना हर मुसल्मान के लिए फर्द है
03:24और अबने बच्चो को इल्म दो खुым कोई रड़कें को
03:31जी वक्त में लड़कें का कतल किया जाता था
03:35कुरान नाजल होने के पहले
03:37दब लड़की पैदा होते ते तो जिन्दा दफ나 आ जाय tehा रभ मुमालक में
03:42तो खुस toolbar अरोतों को
03:43लड़कियों को
03:45तो इल्म हास्ल करना फर्ज है हर मुसलमान के लिए
03:47जालत के खिलाब जायत करना फर्ज है
03:50और उरतों के लिए भी
03:52क्या हमें इसलाम के इलावा बाकी दुनियाई इल्म हासल करना जाये कहनें बेशक करना चाहिये विंपना चाहिए इल्म, दोकिसम के होती है, दीनिय इल्म , और खदीष के रोशनी में और दुन�� मचें बीजिन बीजairy और कई कुरान के आयत को समझने के लिए यह दुन्म बी�
04:22इनकों तो लात आलम हूँ अगर आप नहीं समझते हैं तो उनसे पूछो जिसके पास इल्म है इसलिए हमने बंबई में एक स्कूल काइम की जिसका नाम है इसलामिक इंटरनेशनल स्कूल यह एक एलाइदा स्कूल है दो जबानों में इसका मीडियम और इंस्ट्रक्शन है एक
04:52है कि उमर में धाखला होता है नसरी में हम जब सिका ते एफ और अप ल्फ और बॉल ऐफ और अल्ला बीफ और बिसमिल्ला हम सिकाते मिन अलिफ असधादन बाबाईटन मिन तातफाहन क्योंके मुसलमानों को ब्रह लबापनँता बहुत जरूरी है मुझे पता है कि वित मैं
05:22अंग्रीजी हुम देते हैं और हम कहते हैं कि ये आम जो कॉर्न्वीन्ट स्कूल है उनसे एक साह सुपेरिय इन्शालला हम देते हैं उसके साह साह इसलामिक तालीम भी देते हैं हमारे स्कूल के अंदर पुरान अदीस सखाता है
05:39है हदीस फिख साथ साथ दावत सिखा जाता है हिव्ज भी है लेकिन हम जब इस्लाम सिखाते हैं हम इस्लाम अर्भी जबान में सिखाते हैं अंग्रेज या अर्दू में ने तो हदीज भी सिखाते हैं अर्भी जबान में कुरान की तफसीर भी अर्भी में अर्दू में नहीं
06:09थी अगर आपको science के बारे में सीखना है वो गैर मुस्लिम को
06:13भी मजबूरन अर्भी सीखना पड़ता था अगर science के बारे में तेहके करना
06:16चाता तो आज के तारीक में अंग्रेजी जबान international language है
06:20इंशालला इंशालला अर्भी फिर से international language होंगी
06:25तो आप जब देखेंगे हमारे बच्चे पांच साल छे साल के बच्चे
06:31एक साल दो साल में जिस तरीके से अर्भी जबान बात करते हैं
06:35माशालल गुफ्तोगु करते हैं
06:36तो ये जो स्कूल हमने कायम की बंबई में
06:39Islamic International School
06:40इसका मकसद है कि दीन और दुनिवाई इल्म
06:55आट सो एप्लिकेशन में सिर्फ 75 लोग को एड्मिशन मिली इस साल 625 एप्लिकेशन में से सिर्फ 60 लोग एड्मिशन मिली तो एड्मिशन मिलना मुश्किल है
07:06और हमारे जो इंटर्वियू है काफी काफी कटिन हैं हम इंटर्वियू वालदा का भी लेते हैं वालिद का भी लेते हैं बच्चे का भी लेते हैं
07:17और इंटर्वियू में वालिद और वालदा को दो इंटर्वियू देने पड़ते हैं कम असकम दो तिन घंटे के बच्चों को तीन से चार और हम तहकीर करते हैं कि कौन लोग हमारे स्कूल के लाइक है अल्ला का फदल है
07:31सबसे महेंगी स्कूल होने के बावजूद लाइन लगी है एड्मिशन के लिए आप अच्छी तालिम दो लोग आपके पास भागते वाएंगे पहली साल में अल्हम्द लिल्ला घर्व की बात है फकर की बात है कि मिनिस्टर के फोन है एड्मिशन के लिए
07:48कि मिनिस्टर के फोन है कि खुशी की बात है कि लोग चाते हैं अपने बच्चों को इस स्कूल में डाले
07:55और इस साल हमने हमारी बंबबबऑ में स्कूल यह चightha साल है बंबबबबबग में इस साल हमने ऐसी स्कूल के एक ब्रांच शुरू के चनय ही के अंदर मदरास में
08:18कई स्कूल सेक्डो स्कूल आनाचे सिर्फ हिंदुस्तान में ने सारी दुनिया में जिसका दारो मदार दोनों हैं दीनी इल्मी और दुनियाई इल्मी तो बच्चा जब स्कूल से फारिग होंगा वो चाहे तो डॉक्टर बन सकता है इंजिनियर बन सकता है पर डॉक्टर बने
08:48है उमीद है कि कमसकम वो दस्वी जब फारिंग होंगा तो कमसकम जो आम आलिम जो मदरसे से फारिंग
08:56होते कमसकम उतना इल्म हमारी उमीद है कई लोग नारास होते जब मैं कहता हूं कि इंशालला हमारे स्कूल
09:05स्कूल में से जब बच्चा फारें के कमसकं में एक आम आलिम बनेंगा तो नारास होते हैं कैसा हो सकता है कोशिश है अल्ला साथ है तो इन्शालला क्यों नहीं हो सकता है और बंबई के अंदर एक मिसाल दूमें हर साल एक किरात के कॉंपडिशन होता है जो हिंदुस्तान ले�
09:35किस साल हो चौछ बच्चे एक साल है कुछ बच्चे dur साल है चुके कुछ बच्चे दो साल ने चुके और सारे हिंदुस्तान कि बच्चों में अलंफ किरात कॉंपडिशन में हमारा जो एक तीसरी स्टैंड का बच्चा वह दूसरे नंबर पर आया और 34 का बच्चा तीसरे �
10:05सेकेंड और थर्ड के बच्चे जो थे वो नवी दस्वी बच्चे से कॉम्पीट करके अल्ला के फदल से दूसरे और तीसे नमबर पर आए तो हमें उमीद है कि अल्ला दाल हमारे साथ है इंशालला हमाई स्कूल में हिव्ज भी है हाफिदा भी होता है
10:19जो बच्चे में धहीन है तो इस तरीके से और स्कूल सारे हिंदुस्तान के शेरों में होना चाहिए ताके हमें दोनों पे महारत है इसलामी इल्म पे भी और दुन्या इल्म पे भी जब हम देखते हैं ये क्रिश्चन इसाई प्रीस्ट जब दुन्या में भार निकलता है लो�
10:49हैं इक लिए हम ऐसे स्कूल कायम करें जो दोनों इल्म दे दुन्या भी और दीनी भी ताके इन्शालला हम सही तरीके से बच्चों को इल्म दे सके होप दानसर से कुश्च चाहाँ
11:03भाईयों की तरफ से पहले माइक से साथ जनाब डॉक्टर जाहिस साथ अस्सलाम अलेकूं रहातौलाहिव वरकातू मेरे नाम मुहमद जफर अली है मैं भी मेडिकल के स्वेट हूं मेरा कोशन यह है कि आपने कहा कि अगर किसी गहर मुस्लिम भाई को अगर हम दावा देते ह
11:33भूत परस्ती है और इस सब चीज़ के बारे में तो उन्हों ने नहीं से ज्वाब एक सवाल कर दिया कि काभा शरी भी एक पथर से बना हुआ है तो हम लोगो तो किया यह कि बारे में वहमें को क्या जबाब दूआ
11:46अच्छा सवाल किया गैर मुस्लिम ने भी आपसे अच्छा सवाल किया तो आप मुसल्मान जब नमास पढ़ते तो काबा को शिर्दा क्यों करते सवाल अच्छा है इसको जवाब ने बुलेंगा रहे शेतानी सवाल है
12:03अगर हम पूछेंगे बैए चूँ ये गलत है इसलाम में जवाब ने पता है तो लोग बोलेंगे शेदानी सवाले सवाल तो मैं सही सवाल है मेरे हिसाब से
12:12और इस आले सवालों तो का जगर वेपसाइट पे जाएंगे आयरेव.न में आम सवाल है कोई नया सवाल नहीं मेरे लिए आम सवाल है इसका जवाब यह है कोई भी मुसल्मान
12:21पो महरेए कि खिला है दिशा इए एक डिरेक्शन है हम मुसल मान हम य
12:36में मानते हैं कोई शक्स आंगा के फूर्प की तरफ देखो कोई कहिए पशिम की चलफ कोंई हैं की सीह
12:45कोई नौट को नीस्ट को नवेस किस तरह हम देखे तो अल्ला तरह फर्माते हैं सुरे बक्रा में जा भी आप है काबा की दर देखे नमास पोड़ो काबा एक दिशा है हमाई लिए किबला है और जब सबसे पहले सारी दुनिया का नक्षा जो जो जोगरफी वर्ल्ड मैप बन
13:15काबा बिच में था यह वेस्टरन अंग्रेज्ज लोग आए और मैप को उल्टा किया नौथ पोल उपर सौथ पोल नीचे बड़ फिर भी अलहम्दुल्ला काबा सेंटर में हैं बिच में हैं दुनिया के कोई भी इससे में आप है काबा की तरफ देखके आप नमास पोड़
13:45सरक्मस एंग्यलेटि शूंकर आफ कि करते हैं लगीन लॉजिकली सोच सकते हैं कि हर डाइरे का हर सरक्ल का एकी सेंटर है की बिच का इसा सेंटर है तो अम जब तवाफ करते हैं गरिद घुमते हैं यह तस्निमकर रहे का लाएक है इसमें तवाफ करते और जो और जो हसική अम
14:15कहते हैं सभी बुखारी में जिकर है वाइम नमबर टू किताब अलहज चैप्ट नमबर 56 हदिस नमबर 65 में हदत उमर फरमाते हैं रदिलावन कि यह संग अस्वत कि काला पत्तर ना मेरे लिए कोई अच्छा काम कर सकता है ना बुरा ना मेरे लिए बुरा है ना मेरे लिए अ�
14:45दूसरे खलीफा हदरत उमर अदिलावन कि काफी है इनसानियत को बताने के लिए कि हम काबा को नहीं पूछते हैं और एक जो नुक्ता हम गेर मुस्लिम से कह सकते हैं और जो मैं अक्सर कहता हूं कि मुम्मस अललह सलम के दोर में कई साबा काबा पे खड़े होके आजान देत
15:15काबा पे खड़े होके आजान देते थे यह साफ है क्यूंकि हम काबा की अबादत नहीं करते इसलिए साबा काबा पे खड़े होके भी आजान देते थे होप दानसा से कुष्टिन
15:28दूसरा साल भाई उतुरत से
15:31मेरा नाम यूनुश शेख है और मैं जर्नलिजम का स्टूडेंट हूँ
15:39हज़र से जिहाद के टापिक पर एक सवाल ये है कि हमारे जो हमारा मुल्क है
15:46हमारे यहां भी बहुत ज़्यादा देश्टगर्दी बढ़ी हुई है
15:49और इस्यादा गठाउ है और इसलाम के कसी बहुत ताकीध करता है
15:55हमारे यहां के कुछ लोग है feature जो हमारे जोगैरे न जोजवानों को जिहाद के नाम पर भलकाते है
16:00और कहते हैं कि ये अल्लाह का काम है, अल्लाह के अहकाम के लिए आगे आओ
16:04और अपने मुलक से घद्दारी के लिए उन्हें उकसाते है
16:07उन लोगों के बारे में इसलाम क्या हुक्म देता है
16:10और इसलामी मंचों से लगातार ऐसी तंजीमों की हमायत की जाती है
16:15उन तन्जीमों के बारे में आपका क्या ख्याल है? शुक्रिया.
16:45उसके दावद दे सकता है. जिए चंद मुमालिक में ऐसा कॉंस्टिटिशन में लिका है और हिंदुस्तान इन मुमालिक में से एक है जिसके कॉंस्टिटिशन में इस दे बर्ट राइट अफ एवरी सिडिजन अफ इंडिया तू फॉलो प्रॉपगेट और प्रीच इस रिलि�
17:15दरने की क्या बात है? ओ मुसल्मान डरते हैं. और मम्मे में जो शहर मेरे इसाब से सबसे मुश्किल है दावती मैदान में. लेकिन अल्ला की मदद है तो कोई भी मुश्किल नहीं है. मैं कोई बड़ा तीसमार का नहीं हूँ. मैं मामुली इनसान हूँ. लेकिन अल्ला की म�
17:45है तो मुमिनों अल्ला पर इमान रखो. आपके सवाल में यह था कि लोग भड़का रहे हैं. जहां तक के हिंदुस्तान का सवाल है? हिंदुस्तान के कॉंस्टिटुशन में कोई भी ऐसी चीज नहीं है. जो इसलाम में हराम है और हिंदुस्तान के कॉंस्टिटुशन आपक
18:15मजबूर कर रहा है. मेरे इल्म में ऐसी कोई भी चीज नहीं है, जो इसलाम में हराम है और इंडियन कॉंस्टिटुशन इंडियन गौवर्मेंट आपको फ़र्ण कर रहा है. मिसाल के तोर पे इसलाम में शराब पीना हराम है. हिंदुस्तान के कॉंस्टिटुशन में यह न
18:45एक अच्छा मुसल्मान होने के साथ साथ अच्छा हिंदूस्ताने भी हो सकता है कि इंडियन गवर्मेंट के अंदर कोई भी रूल ऐसा नहीं है कोई भी लौ नहीं है जो हमें रोकता है अच्छा मुसल्मान बनने से मैं जानता हूं कुछ
18:58पॉलिटिशन लोग अपने वोड़ बैंक के लिए करते हैं लेकिन चाहिए अपने जाती फाइदे के लिए यह मजब का घलक फाइदा उठाते हैं और लोगों के बीच में दुश्मनी पैदा करते हैं जैसे आम देखते हैं घुजात में क्या हो गया आम तोर पे आम हिंदु �
19:28पॉजे से हम उनके जाल में आके एक दूसरे से जगडा करते हैं जगडा करने की दरवादी नहीं आप पुरान को अगर फॉलो करेंगे ताला युल्या कल में तुम सवाएं बैना बैनकूम उस बात पर आओ जाब और हमें यक्सा है कभी प्रॉब्लम
19:48मैं कई शंक्राचारों को मिल चुका हूं कई पंडितों को कई स्वामि तो मेरे हिसाब से इस मुल्क में हमें हक है इस्लाम अजब फॉलो करना इस्लाम अजब की दावद देना
20:10तो मेरे इसाब से अजबता है हक के खिलाफ तो यह गलत है हमें जो जिहाद करना चाहिए वो हक की तरफ अल्ला की तरफ वो सही जिहाद है
20:25मेरे नाम शमा परवीन है और माई कोशन इस फार किलियरफिकेशन आपने अपनी तक्रीर में कहा था कि असी करोड गैर मुस्लिम हंदोस्तान में इस बात की शहादत दे रहे हैं
20:40कि इसलाम तलवार के बल पर नहीं फैला इसके बावजूद एक मख्सूस तबका मुस्लमान बादशाओं पर यह जाम क्यों लगाता है कि मंदीरों को गिरा कर मस्जिदे बनाई गई है
20:49बराए कराम इसकी वज़ाद कर दें
20:51असलावाले कुम
20:52बेहन अच्छा सवाल किया कि जब असी क्रोर गैर मुस्लिम शायदत दे रहे कि इसलाम मिजबर देस्तिक इसको दाखिल नहीं किया गया था
21:04तब भी क्यों लोग कहते हैं कि मुसलमान बादशाओं ने मंदीरे गिरा के मस्जिदे बनाई
21:09और मंदीरों को लूटा
21:12हर मथभ में
21:14Every religion गर Black Sheep
21:16हर मथभ में कोई न कोई इनसान हुई गा जो मथभ का नहीं फौलो कर रहा है
21:21चाहिए वो हिंदू मथभ हो
21:22या इसाई मथभ हो या असलाम मथभ हो
21:24तो ये बोलना कि कोई भी
21:26मुसलमान बादशाओं ने मंदेर नहीं गिरा
21:29ये बिल्कुल गलत है लेकिन ये जानता हो कि चंद मुसल्मान बात्षाओं ने मंदिर पर हमला किया क्यूं कि मंदिर में जाइदा थी वो गलत है कुरान के आयत है कि मौनेश्ट्री चर्च गुरुद्वारा उसको आप मत तबा करो ये खुरान के आयत है
21:50तो अगर चंद मुसल्मान बात्षाओं ने शायद क्या होगा लेकिन आम तोर पे नहीं आम तोर पे गलत फहमी हैं कि लोग कहते हैं कि ये मुसल्मान बात्षाओं मंदिर गिरा है लोग कहते हैं टिपू सुल्टान ने तलवार के जोर के अपर इसलाम फेलाया हम देखते हैं �
22:20जो गाइड गाइद बोलेंगे कि ताजमाल किसे मना है यह राजा भूजने बना है है तो मेस्ट इडली गया था तो एक फॉरेंनर था उसे गाइड कह रहा था कि राजा भूजने हैं तो कि वह वकुफ मैं है जारू Di
22:32बना तो दिया वकूफ में हजारों मिल दूर से आ रहा हूं पूरी तेकी के साथ किसने ताजमा बना अभी आप मुझे कह रहे हैं कि राजा मुझने बना तो इस तरीके ते तारीक को बदल रहे हुँ तुम बना किसने बना एक नया नाम लेते हिंदूर तो यह एक साजिश है �
23:02हिंदू मख़ब के बारे में और इसलाम मख़ब के बारे में गलत फैमी फैलाना यह प्रीवेज गवर्मी सी लिए जब इस टाइम जब डिमोक्राटिक फ्रंट आई मैं को पॉलिटिकर स्पीशने दे रहा हूं इस गवर्मेंट ने वो तबदीलियों को बदल दी तो हमें �
23:32जलाया हम यह नहीं कह सकेंगे कि उसकी जिम्मेदार है और हिटलर एक गरत इसाइए था इस ने उसने किया तो इस तरिकी से चंद मुसल्मान राजार ने घलतियां की होगी लेकिन
24:02अभी फिर से उसे सही किया जा रहा है
24:05उग्दान साथ कुष्टन
24:06दूसरे माइक से
24:08असलाम अलेकुम मैंना अब्दुस्राम हाँ है
24:10मेरे एक छोड़ा सा सवाल है
24:12कि इससे पहले अभी आप दिन लेक्चर में फरमाया था
24:15कि एहले हिनूत की किताबों में
24:18मैंने हवाला दिया
24:42अल्ला के वैदानियत के बारे में
24:45हिंदू मजब्ध किताबों से
24:46यह वाला दियाए हुम्मस स्वालों का जिकर
24:49तो भाई साथ प्याले क्या ये
24:51इल्हामी किताब
24:52अल्ला की नाजिल की हुई किताब है क्या नहीं
24:54अल्ला सुभाना वताला फर्माते है
24:57कि अल्ला की किताब
25:01कुरान मजीद में सिर्फ चार वही का जिकर
25:03नाम से तुरह जबूर और पुरान तुरह वह वही जो मुसा 大 Colin मे नाजिर की गए थी जबूर दाओध
25:12de Prophet में नाजिर की गए थी इंजील एसायले सलम पे और और मुसाह सलम पे नाम से तरफ चार इल्हामी engaged का
25:19जिकरे कुरान मजद में लेकिन अला ताला फरमाते सूर राद में सूरा नमबर तेरा
25:23आएत नमबर अर्टीस में अला ताला फरमाते ले कुली अजनी किताब के हर
25:30दोर में हर एज में हमने एक किताब नाजल की तब हर दोर में अला ने
25:38एक किताब नाजल की
25:39तो इस कुरान की आयत से ये पता चलता है
25:42कि सेकड़ो किताबे नाजल की गए थी
25:44लेकिन सिर्फ चार किताबों का जिकर है नाम से
25:48मिसाल के तोर पे जिसका जिकर नहीं है
25:51सूफ इबराहीम वो भी किताब नाजल है
25:53इबनामेलसलाम को नाम का जिकर नहीं है
25:55तो आप मुझसे पूछ रहे क्या ये हिंदू मजब की किताब
25:58हम कह सकते कि वो अल्ला की नाजिल हुई किताब है
26:02आप मुझसे पूछेंगे तो मैं कहूंगा
26:04मुझे पता नहीं हो भी सकते नहीं हो सकते
26:06क्योंके कुरान में हिंदू मख़भी किताब वेदा भगवत गीता रामायन का जिकर नहीं मैं यह नहीं कह सकता हूं कि वो नाजिल हुई किताब है
26:18हो सकता है हो भी नहीं सकता क्योंके सही हदिस में का जिकर नहीं वेद का या उपनिशद का या भगवत गीता
26:27मैं ये कह सकता हूँ कि हो सकती है
26:30लेकिन अगर ये वेदा, भगवत, गीता, उपनिशद
26:36अगर नाजिल की हुए किताब है भी तो
26:38वो उस वक्त के लिए
26:40क्यूंकि जितने किताब कुरान मजजिद के पहले आए
26:43अल्छ अल्छ अल्छ अल्छ अल्छ फर्माता है
26:44और सही हदिस में है, सही बुखारी के
26:46कि वो सारे किताब उस वक्त के लिए थी
26:48और एक बेदूद वक्त के लिए थी
26:51और उन लोगों के लिए थी
26:52तोरा नाजिल की गेती उस वक्त के लिए उन लोगों के लिए
26:58इंजिन नाजिल के गिये थे सिर्फ यहुदों के लिए और उस वक्त के लिए
27:01तो जितने भी किताब कुरान मजीद के पहले आया है
27:05वो उस वक्त के लिए थी और उन लोगों के लिए थी
27:07तो अगर मान भी लेते हम कि वेदा अल्ला की किताब है
27:11अगर हम मान भी लेते हैं बगवत गीता, अल्ला की किताब है, जितने भी किताब पहले है क्योंकि वो महदूद वक्त के लिए थी, उन्हें अल्ला सुबानाओ टाला ने महफूज नहीं लगा, क्योंकि अल्ला की आखरी किताब, पुरान मजीद, ता कियमत तक है, अल्ला ताल
27:41तब्दिल नहीं कर सकता, लेकिन जितने पहले किताब है, तवरा, जबूर, इंजीर, जिसका नाम भी नहीं है, वो तब्दिल हो चुकी, तो अगर आगर मान भी लेते हैं कि भगवत गीता, वेद, अल्ला की नाजल क्यों किताब है, अगर मान भी लेते मिसाल के तोर पे, त
28:11अगर कोई गयर मुस्लिम भाई हैं तो उस्वाल करें, जाकिर साब मेरा नाम राजीर सक्सेना है, मैं यहां बिजनस करता हूँ लखनू में, मेरा एक सवाल है कि कुरान मुकमल जापता है है, यह हम सब मानते हैं, बगर क्या वज़य है, आपने फरमाया कि 130 करोर मुस्लिम
28:33इस दुनिया हो, तो यह क्या वज़य है कि मतलब कुरान पाक की तिलावत करी जाती है, एक जापता है है, बार-बार दोराया जाता है, लेकिन उसे फॉलो एजिट नहीं करना चाहता, यह क्या वज़य है?
28:53वाजीव भाय ने एक अच्छा सवाल पूछा, कि 130 करोर मुस्लमाने दुनिया में कई मुस्लमान मुमालिक है, बड़ कई भी मुल्क में इसलाम की शरियत पूरे मुकमल तोर से अमल में नहीं आती है, अमल नहीं होती,
29:18कुछ हद तक मैं आपसे सहमत हूँ, कि सव फीसद पूरी शरियत मेरे इल्म में कोई भी मुल्क में पूरी सव फीसद, इसे अमल में नहीं आती, लेकिन जो भी मुल्क में जिस शरियत का हिस्सा उसका अमल जा हो रहा है, वह सबसे ज्यादा, सबसे ज्यादा आप देखिएं
29:48के तोर पे, साओधी अरेबिया में क्रिमिनल लौ फॉलो होता है, जो क्रिमिनल लौ है, जिसे कहते है, कि जहांते सजा का, कोई भी अगर कोई गल्ती करता है, इस्लामिक शरियतन सजा होती है, महां सबसे ज्यादा अमन है, मिसाल के तोर पे, लोग ये कहते है, कि इस्लाम म�
30:18मैं यह कहता हूं कि बाकी दिगर मज़ाइब अच्छी बाते कहते हैं इसलाम अच्छी बाते कहने के इलावा किस तरीके से उस चीज का अमल हो सकता है उसके बारे में जिकर करता है
30:31मिसाल के दोर पे
30:32हर मथब कहता है कि चाथ के चोरी मत करो
30:36ये तरीका बताता है कि किस तरीके से
30:39माशरे में चोरी नहीं हो सकती
30:52इसलाम कहता है कि हर अमीर इनसान
30:55जिसके पास 85 ग्रैम सोना के ज्यादा दौलत है
31:00साड़े साथ तोला सोना से ज्यादा दौलत है
31:03उसे हर साल अड़ाए फिसद जकात देना चाहिए
31:09अगर हर अमीर इनसान जकात दे
31:12तो गुरुबत दुनिया से हट जाएंगी
31:14मिट जाएंगी
31:15कोई भी इनसान कभी भूख से नहीं मरेंगा
31:21इसके बाद अला तरह फर्माते है
31:23सुरह माईदा में सुरह नमर पांच
31:24आयत नमर अर्टीस में
31:26आयत नमर थटीएट में
31:39कि कोई भी अगर चोरी करता है
31:42चाहे वो मर जाउरत हो
31:43चोड़िया चोड़नी हो
31:45सजा की तोर पे उसके
31:47हाथ काट डालो
31:53मुल्क है जहां
31:56ज्यादा से ज्यादा चोरी होती है
32:06जो मुल्क नमबर वन टॉप रैंकिंग में आते है
32:09उसमें से एक है अमेरिका
32:11हाथ काट देना चाहिए
32:13तो ये चोरी
32:14अमेरिका में बढ़ेंगी
32:16वही के वहीं रहेंगी या घटेंगी
32:18क्या होंगी
32:20घटेंगी आप शरियत लागू करो
32:23और फ़वरण आपको
32:25रिजर्स
32:25मिलेंगी
32:33नतिजा मिलेंगा
32:34हम देखते हैं के साओधी अरेबिया
32:36जहां ये क्रिमने लॉलाफ में लड़कियों को शिड़ा जाता है
32:40लड़कियों का बलात का बलात का बलात का बलात का जाता है
32:44इसलामिक शरियत में हिजाब फर्ज है
32:46और उसके बाद कोई भी आदमी कोई आउरत का बलात का करता है
32:53उसके लिए सजा है मौत
32:54आप शायद जानते नहीं कि अमेरिका जो देश हम देखते हैं कि सबसे आतरकी कर रहा है
33:00वहाँ FBI रिपोर्ट के हिसाब से 1990 में हर रोज 1756 रेप्स टुक प्लेस
33:081756 हर रोज बलात कार होते
33:12आप नहीं रिपोर्ट पढ़ते हैं 1996 की
33:15Crime Bureau, US Department of Justice
33:19ये रिपोर्ट कहती है कि हर रोज 1996 में हर रोज 2713 बलात कार होते
33:25हर रोज अन्य हर 32 सेकंड में एक बलात कार होता है
33:30एक जिनाब बिल जब होता है अमेरिका में
33:33हर 32 सेकंड में हम इस मैदान में दो घंटे से है
33:37जबसे हम इस मैदान में हैं
33:40200 से ज़्यादा बलात कार हो चुको हैं अमेरिका में
33:42कि मैं यह पूछना चाहता हूं अगर हम शर्यत लागू करें अमेरिका में कि के खावातिन हिजाब करें मरद हिजाब करें उसके बाद अगर कोई बलातकार आदमी करता है सजाए मौत
33:57तो यह बलातकार की तादा बढ़ेंगी वहीं रहेंगे घटेंगी इसलिए जो यह लागू किया गया है साओधे अरेबिया में साओधे अरेबिया में सारे दुनिया में सबसे कम बलातकार होते क्यूंकि यह शर्यत है तो जो भी शर्यत का हिस्सा जो भी मुल्क में लागू कि
34:27जेट आप नतिज़ा पाएंगे ये मैं मानता हूं कि आज कोई भी देश मैं ये नहीं कहता हूं कि साउधी अरेबिया पूरी शरीयत सौफिसद अमल में ला रही है मैं ये नहीं कहता हूं लेकिन जो बी हिस्सा शरीयत का कोई
34:43बी मुलक अगर उसको लागू करता है अपने मुलक में सौरण नतीजा मिलता है इसलिए आज की तारीक में मैं तस्लीम करता हूं कि आज के तारीक में कोई भी मुलक
34:55नहीं मेरे इल्म में जहां शरियत पूरी तरीके से लागो चुकी कुछ मुल्क में क्रिमिनल लौ है कुछ मुल्क में एकनॉमिक लौ है जो भी शरियत का लौप अपलाए करेंगे वहाँ पूर नतीजा मिलता है अगर आप देखना चाहते हैं सबसे अच्छी मिसाल वो मिसाल ह
35:25आप देखेंगे तारीक में सारी शरियत मा लागो की गए थी और इसी लिए लोग उनके जमाने में सबसे ज्यादा खुश थे उमिदे के जवाब
35:39यहां भाईयों की तरफ से
36:09और नाम अपना नप तद्दिल करें और खत्ना ना कराएं क्या मुम्किन है यह
36:13तरफ सब्सक्राइब ने सवाल किया कि दलित
36:17बाबा साथ साहब किताब में पढ़ चुका हूँ बलकुर सही फरमाते के बाबा साहीब
36:23अममेट कर डॉक्टर बाबा साही अममेट कर उनने जब दिगर मजहिए की तहकी की सबसे बहतीर मजभग उनने लगा इसलाम अफ्सोस की बात है कि हम मसल्मान उने
36:31खुले हम उन्हें कबोल नहीं किया
36:33इसलिए उन्हें दूसरा बेटर मजभ, बुद्दिस्पन को कबोल एअ
36:37आपका सवाल है कि दलित अगर कहते हैज है
36:39कि हम इसलाम कबोल करें और नाम नहीं बदले
36:41तो क्या ये जायद है
36:42और खत्ता नहें कि जायद है
36:44नाम बदलना इसलाम में फर्द नहीं है
36:46नाम बदलना इसलाम में फर्द नहीं है
36:49अगर आपका नाम शिरकाना नाम है
36:52तो बदलना फर्द है
36:55वरना नाम बदलना फर्द नहीं है
36:58आपका पुराना नाम प्रकाश हो या जौन हो
37:00नाम बदलना फर्द नहीं है
37:02कई आप देखेंगे साहबा ने नाम नहीं बदले
37:06तो नाम बदलना फर्ज नहीं है
37:07अगर कोई शक्स कहता है कि मैं इसलाम कबूल करता हूँ
37:10नाम नहीं बदलना चाहता हूँ
37:11बिल्कुल जायज है
37:12आपका दूसा सवाद
37:14क्या खतना करना फर्ज है
37:16कतना करना फर्ज नहीं सुनट मौकिदा है मुस्तब है अच्छी बात है लेकिन फर्ज नहीं वह हमारे हंदुस्तान में सर्टेपुूट देने के लिए ह discuss फर्ज है हिंदुस्तान में आप भार जाएंगे तो कतना करना फर्ज नहीं
37:33लेकिन खटना करना अची बात है
37:35भेत्री ने आःम्दॉलिल्ला
37:36लेकिन फ़र्ज नहीं है
37:38ये सुन्नत है खरना अची बात है
37:40तो अगर कोई शखस कहता है
37:42कि मैं इसलाम कबूल करूँगा नाम ने बदलूँगा
37:44और खटना ने कहूँगा तो मैं कहूँगा
37:46आईलन वसाइलन कमजब कमजब की फैसलिटी गॉवर्मेंट इती है एक गॉभ्मेंट का रूल एजो बैकवर्ड क्लास है उसको फैसलिटी मिलती है कई
38:07मुसल्मान जो अपने आपको बैकवर्ड क्लास के तो उनको भी फैसलिटी मिलती है है ना कई
38:12मुसल्मान नहीं जानते हैं अनसारी है कुछ चंद सबने चंद तो यह फैसलिटी मिलती है उनको तो आज के
38:17मुसल्मान जो अपने आपको बैकवर्ड के तो उनको फेसलिटी मिलती तो कोई धलुत अगर इसलाम कबूल कर सकेंगा तो गौवर्मेंट की फेसलिटी भी मिलेंगी इन्शाला अल्ला की फेसलिटी भी मिलेंगी
38:26आखरी सवाल बहनों की तरफ से
38:31मैं कनवर्टेड मुसलिम है मेरा नाम आमिना काजरी है और इसलाम कबूल करने के बाद मेरे माबाप भाई बहन ये सब कुछ मुझसे नाराज हो गए है
38:47तो इन लगों को कैसी दावत दी जाए क्या किताबे आपकी बेच कर या किस तरह से मतलब मुझे रास्ता बताईए प्लीज
38:54बहर को बारत बात देता हूं कि वो इसलाम कबूल किया अल्हम्दुलिल्ला उसने ये सवाल की कि इसलाम कबूल करने के बाद
39:03मेरे वालदेन, मेरे घर वाले, मेरे भाई बेहन, मिरे से नाराज है
39:09हो सकता है
39:11लेकिन अल्हम्दुलिल्ला अपसे खुश है
39:14अल्हम्दुलिल्ला जो खालिक है सारे काइनात के, सारे इनसान के
39:19उसे खुश करना और एहम है
39:20लेकिन साथ साथ अगर वालदेन भी खुशे तो उसके जैसा कुछ चीज ने, alhamdolillah, subhanallah
39:25मेरे नजरे में जो भी इनसान इसलाम कबूल करता है, जो भी गैर मुस्लिम इसलाम कबूल करता है
39:31उसका फर्द होता है कि वो वालदेन के और अपने घर वालों तक इसलाम की दावत पोचा है
39:36और इसके लिए उस शक्स को जो नौ मुस्लिम होता है उसे और एहत्यात लेना चाहिए कि अपने वालदेन के साथ अच्छा सुलुक करे
39:46अगर वो इसलाम कबूल करने के पहले जितना अच्छा अपने वालदेन के साथ था इसलाम कबूल करने के बाद उससे सेक्ड़ों गुर्य अच्छा होना चाहिए
39:55तो कि वाल्देन को पता लगना चाहिए कि डिफरिंस कितना है तब्दीली कितना है।
40:25के खित्मत करना आपका फर्द है और उनको दावत पोचाओ दावत पोचाने की कई तरीके हैं आप इसी की तक्रीर सुनते उसका जवाब फिर से दोहराते हैं उनको वीडियो कसेट दे सकते हैं आप वेबसाइट पर जा सकते आयरेव.net मेरे कई कसेट मुझूद है अंग्रे�
40:55इसलाम की दावत पोचा है चाहे वो आपकी बात माने ना माने इन्शाला हो सकता है कि आल्ला ताला आपके जरी उनको हिदायत दे और आपके सबसे बड़ी मेहनत होना चाहिए कि उन तक दावत पोचा है इसके जैसा मैंने कहा कि वीडियो कसेट से मेरे आप वीडियो कसेट
41:25से मुतासिर रहे तो उनको मेरी कस्ट दीजिए और जदीज साइंस तो जो फंड में जो मैदान में आपके वालदें वो ज्यादा दिल्जश्पी है उस मैदान के मुतालिक अगर आप इसलाम की कर्स

Recommended