- 5/6/2025
Question and Answer with Dr. Zakir Naik Urdu/Hindi Part-01
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00:00कॉलेज में बी कॉम फरस्टियर का स्टूड़न्ट हूँ
00:02आपने हम लोगों को दावत के बारे में बताया
00:06कि हम लोग गैर मुसल्मान लोगों को इसलाम की तरफ बुलाएं
00:11तो मैं ये जानना चाहता हूँ कल को इंशालला जब मैं इस काम के लिए
00:16इस नेक काम के लिए आगे दुनिया में निकलूंगा
00:18तो किसी गैर मुसल्मान ने मुझसे सबसे पहले ये पूछ लिया
00:22कि मैं अपना मजभब छोड़ के जिसको मैं इतने सालों से प्राक्टिस कर रहा हूँ
00:29आपका इसलाम क्यूं पकर लूँ
00:31या एक स्टेप आगे जाके उसने ये कह दिया
00:34आप अपना इसलाम छोड़ के मेरे मजभब में क्यों नहीं आ जाते
00:37तो इन दोनों सवालों का मैं क्या जवाब दूँ
00:39शुक्रिया
00:40भैसाब ने सवाल पूछा कि
00:45अगर कोई मुझसे ये पूछेंगा
00:47कि मैं मेरा मजभब छोड़के
00:48इसलाम क्यों कबूल करूँ
00:50या आप इसलाम छोड़के मेरा मजभब क्यों नहीं कबूल करते
00:52वह इसी मिसाल है
00:55कि
00:57एक स्कूल
00:58अगर हिसाब में
01:01यह बच्चों को सिकाती है
01:02कि दो जमा दो पांच
01:04और दूसी स्कूल सिकाती है
01:06दो जमा जो चार
01:07तब कौन सी स्कूल में दाखिल होंगी
01:09वो स्कूल
01:14जो हक की बात कर रहा है
01:16लेकिन आम इनसान को
01:18हिसाब के बारे में पता है
01:20कि दो जमा जो चार है और दो जमा जो पांच
01:22नहीं है
01:22तो इसलिए जब आप कॉलेज में एडमिशन लेते हैं आप उस कॉलेज में एडमिशन लेने की कोशिश करेंगे जो कॉलेज में सबसे बहतरीन पढ़ाय होती है
01:32उसी तरीके से आप उस मजब में दाकिल हो
01:35जिस मजब में सबसे बहतरीन इनसानियत के बारे में कहा गया है
01:40इसलिए मैं कहता हूँ गेर मुसल्मानों से
01:44चैलिंज करता हूँ
01:46कि आप मुझे इसलाम से अच्छा मजब दिखाऊं
01:51और मैं इसलाम छोड़ दूँगा आपके मजब में दाकिल हो जाओंगा
01:53लोग कहते हैं जाकिर कुफर की बात कर रहा है
01:59कुफर की गिदर बात है वह हक्की बात है
02:02मैं जानता हूँ कि इसलाम से अच्छा मजब है यह नहीं
02:05चुझे आल्ला ताल्य तरीका दिखाते है किस तरीके से दावत देना
02:12यह जो आपको हिदायत मिलती है अल्ला के खुरान से
02:15अगर कोई भी कहता है क्या अल्ला ने बेटा जना
02:18तो आप कहो कि मैं सबसे पहला उसकी सिच्दा करूंगा
02:21उसका मतलब नहीं कि अल्ला ने बेटा जना
02:23अल्ला बेटा जन लेगा तो मैं सबसे पहला शिजदा करूँ गा
02:28ये �ुर्रान के आते
02:29तो इसी तरही कि दे मैं कहता हूitely
02:30अगर आप इसला颗ा प्यप्टर मगस्ळब दिखा करए मुझे
02:32मैं उम्मजब को कबूल करूँगा
02:34अगर आप इससे बहतर किताब मेरे सामने पेश करते है
02:39तो मैं इस किताब को छोड़के उस किताब पर अमल करूँगा
02:42लेकिन मैं नहीं चाहता हूँ कि हर कोई मुसल्मान ये कहे
02:47क्योंकि ये दावती मैदान आपका फंड नहीं है
03:02तो इस थरीके से जब भी हम गेर मुसल्मान से बात करते हैं
03:07तो सबसे बहतरीन सबसे बहतरीन जो आयते में ने कहा
03:11तालाविला कलमतिन सवाइं बैना बेनको आओ उस बात की तरफ जो आप और हम में यकसा है
03:17तो आप कहेंगे, भाई साब, आप हिंदु है, आप इसाई है, मैं मुसल्म हूँ
03:22चलो, जो हम में इक्तिलाफ है उसको बाजू रखो
03:24जो आप और हमuego यकसा है, कमसक्म असके ओपर तो अमें ताप्र करे
03:26कि आपको मेरे मझभ ने आने का, मताओ मुझे आपके मझभ ने आने का
03:31दीक है كमस कम जो आप और मेरे मझभ में यकसा है
03:34उस बात के ओपर तो हम एक सात में अमल करेंगे
03:37और कोई भी नहीं कहिएगा की नहीं
03:39तो �قुरान में अल्थ अलायू ताला Edge फर्माते है
03:41आओ उस बात की तरफ जो आप और हम एक्सा है
03:46सबसे पहली बात
03:48अल्ला ना अबुदा इल्ला
03:49हम सिर्फ
03:51अल्ला सुभाना उटाला की अबादत करें
03:53व्ला नुश्रका भी ही शेया हो
03:55के आपस में हम किसी
03:57को अल्ला के साथ शरिक न करें
03:59हम आप और हम में से किसी को
04:05अल्ला के बराबर कोई रब न बनाए
04:07और अगर वो आपकी बात को न माने
04:12तो कहो के हम मुसल्माने
04:14अल्ला के आगे जुकते हैं
04:17तो अल्ला ताला दिखाता है
04:19किस तरीके से दावत देना
04:20तो मैं कभी भी गेर मुस्लिम से मिलता हूं
04:23मिसाल की तोर पे को हिंदू से मिलता हूँ
04:24वो कहता है कि मैं मेरा मजभ क्यों फोड़के
04:27इसलाम में दाकिल हूँ
04:28कुन बोल रहे दाकिल होने के लिए
04:31कमसकम आप बराबर से
04:33आपके मजभ पे कमसकम बराबर से अमल करो
04:37और सबसे पहली बात
04:39जो दावत की सबसे एहम बात है
04:42अल्ला तरह फर्माते
04:43ताला विलाकल में तिन सवाइम बेना बेनकूं
04:45अल्ला ना बुदा इल्ला आओ उस बात की तरफ जो आपर हमें यक्सा है
04:49सबसे पहली बात है
04:50सिर्फ अल्ला के लावा किसी इबादत ना करे
04:53तो जब हमको हिंदू से पुछते है
04:56कि आप कितने खुदाओं में मानते हैं
05:01कितने भगवान में मानते हैं
05:03कोई कहेंगा तीन
05:04कोई कहेंगा सव
05:05कोई कहेंगा हजार
05:07कोई कहेंगा तैतीस क्रोर
05:08लेकिन अगर आप एक आलिम
05:12हिंदू से पूछेंगे
05:13जिसको अपने मजब के बारे में इल्म है
05:17हिंदू मजब के बारे में इल्म है
05:19उससे पूछेंगे
05:20कितने खुदाओं में आप को यकीन रखना चाहिए
05:25तो वो हिंदू कहेंगा
05:26कि हिंदू को सिर्फ एक खुदा में यकीन रखना चाहिए
05:30और एक ही खुदा की अबादत करना चाहिए
05:33लेकिन आम हिंदु वो मानता है एक philosophy जिसे कहते है pantheism
05:40आम हिंदु मानता है कि सब कुछ खुदा है
05:45वो कहता है
05:46कि पेड़े भी खुदा है
05:49चान भी खुदा है
05:50सुरज भी खुदा है
05:52इनसान भी खुदा है
05:53साब भी खुदा है
05:54हम मुसल्मान मानते है
05:56कि सब कुछ खुदा का है
05:58पेड़े भी खुदा का है
06:02चान भी खुदा का है
06:04सुरज भी खुदा का है
06:06इंसान भी खुदा का है, साम भी खुदा का है
06:08तो यह फरक जो हमारे हिंदू भाईयो और मुसल्मान के धर्मियान है
06:13वो आम हिंदू कहता है कि सब कुछ खुदा है
06:17हम मुसल्मान कहते हैं सब कुछ खुदा का है
06:20फरक है सिर्फ का का
06:22अगर हम इस काक के फरक को समझ सके
06:25तो हिंदू और मुसल्मान एक हो जाएंगे
06:27सिर्फ फरक है काका
06:32किस तरीके से हम
06:35उस फरक को समझेंगे
06:37अलाँ तलाँ फर्माते
06:38तालाँ इला कल्मितिन सवाइं बेन बेनकुम
06:40आप उस बात की तरफ जो आप और हमें यक्सा है
06:43हम समझें उनके किताबों से
06:45खुदा के क्या तसवर है
06:48जब हम उनकी मजभी किताब पढ़ते है
06:50चंदोगय उपनिशद
06:53चैप्टर नमबर छे
06:55सेक्शन नमबर दो
06:58श्लोका नमर एक
07:00उसमें लिखा है एक कम एविदित्यम
07:02यह सांस्कृत श्लोक है
07:04जिसके मानी है भगवान एक ही है
07:06दूसरा नहीं है
07:07आगे जब हम पढ़ते हैं उपनिशद
07:09उपनिशद हिंदो
07:11की एक मुकदस किताब है
07:14कई मुकदस किताब है
07:15लिखा है
07:18श्लोका नमर उपनिशद में
07:19चैप्ट नमर 6
07:20चैप्ट नमर 6
07:22श्लोका नमर 9 में
07:23ना कस्त एकसिज
07:24जनिता ना चदिपा
07:25जिसके मानी है
07:27उस खुदा के
07:28ना ही
07:29कोई वालदा है
07:30ना कोई वालिद है
07:32ना ही कोई रब है
07:34उस खुदा के
07:35ना कोई वालत है ना कोई रब है आगे लिखा हुए श्यूता शुतार अपनिशद में
07:42चैप्ट न
07:49अभगवान की तरह कोई भी नहीं है उस खुदा की तरह कोई भी नहीं है और भगवत गिता में
07:56साफ लिखा है चैप्ट निम-बर साथ श्लोका नमबर बीत में
08:00all those are materialistic people
08:02their intelligence has been stolen
08:05by material desires
08:05means
08:06जो कोई
08:07पैसे के पीचे भागता है
08:09जो लोग
08:11पैसे से मुतासिर है
08:13वो लोग
08:14गलत खुदा की अबादत करते हैं
08:17all those intelligence
08:18has been stolen by material desires
08:20they worship demi-gods
08:21जिसके मानी है
08:22कि जो लोग
08:24पैसे के पीचे भागते है
08:26वो लोग
08:27गलत खुदा की अबादत करते हैं
08:30और
08:31हिंदू मजब की किताब में
08:33सबसे उची किताब है वेद
08:35वेद में लिखा है
08:36यजुर वेद
08:37चैप्ट नमबर 32
08:39श्लोका नमबर 3 में
08:41नतस्यपति में अस्ती
08:42उस खुदा का
08:44कोई भी आखस नहीं है
08:46लिखा है यजुर वेद में
08:50चैप्ट नमबर 40
08:51श्लोका नमबर 9 में
08:54अंधात्में प्रविशन थी
08:55जा असंबूति मुपास थे
08:57अंधात्म मित अंदकार
08:58अंधात्म मित अंदेरा
09:01प्रविशन थी
09:02मतलब दाखिल होना
09:03वो लोग अंधार में धाकिल हो रहे है
09:07जो लोग असंबूति की अबादत करते है
09:10असंबूति मतलब natural things
09:13मिसाल के तोर पे हवा
09:14पानी
09:15आग
09:16जो लोग असंबूति की अबादत करते है
09:19वो अंधार में धाकिल हो रहे है
09:21और आगे लिखा हुआ है
09:23वो लोग और गोर अंदकार में दाखिल हो रहे है
09:27जो लोग संभूती की अबादत करते है
09:30संभूती मतलब इनसान की बनाई हुई चीजे
09:33मिसाल के तोर पे टेबल, चैर, बुद्ध
09:37अगर आप इनसान की बनाई हुई चीजों की अबादत करते है
09:41तो और गोर अंदकार में दाकिल हो रहे है कौन केता है यजुरुवेद चैप नमबर 40 वस नमबर 9 और जो ब्रहमा सूतरा है हिंदुएजम का वो एककम ब्राहम दियुतिया नास्ते नेना नास्ते खिंचन भगवान एक ही है दूसरा नहीं है नहीं है नहीं है धरा भी नहीं ह
10:11तो पहले पे मैं उसे कबूल कराूँगा ला इलेलाले के बख्वान एक है
10:16उसके बाद आता है मुहमद रसूलूलब और मीन एक तक्रीर की है कि मौहम्मद s.w.
10:37तो मैं उसे ये थाचित करूँगा वक्त नहीं है कि मैं एक तक्रीर करूँ
10:40मामझ صلى الله عليه وسلم के बारे में हिंदु मथभ में
10:43लेकिन महमझ صلى الله عليه وسلم का जِकर
10:45हिंदु मथभ के की किताब हो में है
10:47आप अगर पढ़ेंगे
10:49भविष पुराना, पर्वत्री
10:51परवतीन, खंडत्री, अध्यत्री
10:54श्लोका पास्से आट में हमन् Rouge
10:55का जिकर है
10:56भविशे पुराना, परवत्री, खंड़त्री, अध्यत्री, श्लोका 10-27 तक कि उसका जिकर है मुहम्मास सल्लाव सल्लम का जिकर कुंटप सुक्ता में अथरवावे, किताब नमबर 20, हिम नमबर 127, श्लोका नमबर 11-14, मुहम्मास सल्लम का जिकर कई जगा हिंदु मध्याब कि
11:26एक कलकी आउतार आएंगे, जिसके मां का नाम है सुमती, जिसके मानी अमन, और हम जानते हैं हमस सल्लाव सल्लम की वालदा का नाम था आमना, उसमें लिखा है, उसके वालिद का नाम होएंगा, विश्नु याश, मतलब भगवान के पूजने वाला, खुजने वाला, अब हम
11:56बियामन की जगा है उस भविषवानी में लिखा हुआ है कि वो पैदा होगे बारवी
12:03तारिक माधव के मेहने में हम जानते हम सुछ narrative पैदा हुए बारवी
12:09रब्वियाओन में उसमें लिखा हुआ है कि वो आक्री अंतिम्रिश्ची होंगे हम जानते हम
12:14ﷺ आखरी नभी है सुरह आजाब सुरा नबर 33 साथ नबर 40 में उसमें कई
12:19कई prophecies कई चीज़े लिखे हुए कि उनके चार साथ यह होंगे जो फुर्फ राशिद ये मारे में उनको एक घुड़ा दिया जाएंगा तलवार के साथ हम जानते हैं
12:29को बुराग दिया गया था जिनने मुराज पर गहते बुराग के साथ और पूरी तक्रीरे जो दिड़े घंडे की कर सकते सिर्फ मुहम्मद
12:37का जिकर हिंदू मजब के किताबों में तुम्हें कहूंगा वह हिंदू से आपके मजब में लिखाओ के अन्तिम रिश्य आने वाले हैं और मुहम्मद
12:47का जिकर नाम ममद से हैं एहमद से भी है कई जगा पे उत्तर चिक मंत्रा नंबर 1500 आप अगर पढ़ेंगे जुरुवेद चैप्टर 31 वर्स नंबर 18 उनका जिकर है अतरवावेद बुक नंबर 20 हिम नंबर 126 वर्स नंबर 14 में उनका नाम लिखा गया हिंदू मजब के किता�
13:17यह अन्य तारीफ करने के लाइक अदमी और जब महमत का तरजम्हा करते हैं सिलाओ-सॉलाव-स प्र accelerating इसके मानिय भी यह तारीफ के लाइक इंसान तो महमत का तर्जम्हा करेंगे
13:28उसका होंगा नरशनसा
13:31और ये लव नरशनसा
13:32हिंदू मजब के किताब में कई जगा लिखा हुआ है
13:35कई जगा
13:36कई सेक्ड़ों जगा
13:38रिगवेद
13:40बुक नमबर वन, हिम नमबर
13:42थर्टीन, वस नमबर तरी
13:43रिगवेद बुक नमबर वन, हिम नमबर एटीन
13:45वर्सेस बजिवाटी नंगे विजुएक है मोलनल तयौ��च ट्दु टकार टु टैयु विजुएक नब स्वच्ण से
14:15सेक्ड़ों हवाले सिर्फ हिंदू मजभ्थ की किताबों से हम दे सकते हैं जिसमें मुहम्मज स्लल्लाशलम का नाम आता है आज नारशंक सा
14:25सो मैं हिंदू से कहूंगा कि आपके हिंदू मजभ्थ की किताब में लिखाओं कि एक बगवाने एक ही खुदा है ना उसका कोई बुद है बुद परस्ति करना हराम है और कई पगंबर आखरी पगंबर मुहम्मस स्लल्लाशलम में तो मैं कहूंगा कि आपके किताब में लिखा
14:55आपको यकिन रखने पड़ेंगा एक खुदा में
14:57और हुमस्ट स्ल्लाव स्ल्माइ इसी तरीके से
15:01हम जब इसाय से बात करते है
15:02उसके बाइबल से साबित कर सकते एक खुदा है
15:04एसाय अले सलम्ह ख्दा नहीं है
15:06और खुदा के बैटे नहीं है
15:07बाइबल के अंदर जिकर है कि हम असलों समाने वाले है
15:11तो इस तरीके से मैं कहूंगा गैर मुस्लिम से
15:13कि कमस कम आप आपकी किताब को मानेगे
15:16तो आपको यखीन रखने पड़ेंगा एक ख़दा में
15:18और अल्ला का जिकर भी है
15:21हिंदू मजभब की किताब में
15:23इसाइ मजभब किताब में
15:25लेकिन इसके लिए आपको थोड़ा जिद्दो जहद करने पड़ेंगा
15:27जिहाद करने पड़ेंगा
15:28जिहाद मतलब ने जगड़ा
15:30वो गहर मुसलमान से जगड़ाने करने पड़ेंगा
15:33जिद्दो जहद करने पड़ेंगा मतलब
15:35थोड़ी तहकी करने पड़ेंगा जिहाद करने पड़ेंगा जिहाद करने पड़ेंगा जिहाद करने पड़ेंगा जिहाद करने के लिए जिद्धो जिहाद करने के लिए जिद्धो जिहाद करने के लिए जिद्धो जिहाद करने के लिए के लोगों को इसलाम का पेगाम देन
16:05और भेतर होंगे इंशालाँ
16:06खातीन की तरफ से कोई सवाल
16:11असलाम आलेकूं और रहमत अलाहिवा बरकातु हूँ
16:15इसलाम इसलामिक ग्रीटिंग में पीस, मर्सी और ब्लेसिंग भी अपोन यू
16:20ब्रदर इसलाम आपको आश्क कि जिहाद के तीन लेवल्स होते हैं
16:24फिर्स्टली तो नफ्स के खिलाफ दूसरा दावा करना और तीसरा जैसे जिहाद भी सब्लिल्ला तो इसमें हम औरतों का कितना रोल हो सकता है
16:32अगर हो सकते हैं यहाँ से भी दो क्वेशन्स पूछे जाएं बिकॉस वी अलसो वांट तो आस्क तैंक यू
16:38भेन ने सवाल किया कि जिहाद के तीन लेवल होते है एक जिहाद नफस एक डावा एक जिहाद फिस अब लिल्ला वो सारे जिहाद फिस अब लिल्ला है भेन का मतलब मेरे साब से किताल फिस अब लिल्ला जिहाद के कई दर्जे है कई उल्माने कई दर्जे दिये जिहाद के
17:08बेनों का क्या रोल है, क्या काम है
17:12जहां तक के जिहाद
17:14नफस का सवाल है
17:15हर मुसलमन को करना चाहिए वो मर्द या और तो
17:18कि अगर
17:19कोई शैतान आपको भड़का रहा है
17:22आइस्ञा मत करो
17:23अल्ला से दूर जाओ
17:25तो आपको अपने नफस से जिहाद करना चाहिए
17:28मिसाल के तोर पे
17:29शैतान फर्माएंगा यह हिजाब करने की जरुवत क्या
17:32सिर्ड ढखने की क्या जरुवत
17:34बदन ढखने क्या जरुवत
17:35जितना आप बदन दिखाएंगे
17:37उतना आप मशुर होंगे
17:39यह शैतान बढ़का रहा है
17:41तो आप जिहाद करेंगे
17:42कि खवातिन का फर्ज है
17:44कि वो सारे जिसम को ठाके
17:46जो सिर्फ दिखा सकती है वो चेहरा और यह
17:48तो यह जिहाद नफस हुआ
17:49तो मरत को भी जिहाद नफस करना चाहिए
17:52खवातिन को भी दोनों को
17:54जो भी अल्ला ताला फर्माते है
17:56खुरान में और
17:57अल्ला के रसूल फर्माते है
17:59अधिस में उसके उपर
18:01अमल करने पर अगर आप जिहाद कर रहे
18:03तो वो एक किसम का
18:04जिहादी है और कई बार जिहादे
18:07नफस भी कहलाएंगा
18:07जाता कि दावत का मैदाने
18:10खवातिन का भी फर्ज़े कि
18:12वो गैर मुसल्मान खवातिन में
18:14इसलाम के बारे में
18:16गलत फहमिया दूर करे
18:17दावा करे
18:19हमारे बंबई में
18:21हमारे अदारे में
18:22इसलाम रिसेश फाउंडेशन में
18:24एक शोबा है लेडी जुइंग
18:25खवातिन के लिए
18:27और इस शोबे में
18:32कम से कम
18:33दस खवातिन हैं
18:35जो तक्रीर करते हैं
18:37दस मुकर्रीर हैं
18:38दस कमस कम
18:39जो अरहम्दुलेला ना ही भंबे में
18:42हिंदुस्तान के
18:43दिगर्म शेरों में
18:45हिंदुस्तान के भार भी
18:47अमद्धूलिल्लहे और टक्री करते हैं
18:49खुसाँ खुआतिन के दर्मियान
18:51और दावा करना
18:54खुआतिन का भी फर्ष है?
18:56और दावा क्वादिन का भी फर्ष है?
18:57नहीं कि सिर्फ मर्दों का फर्ष है?
18:59और दावा करना चाहिए
19:02आप अगर वेबसाइट पे जाएंगे
19:03IRF.NET
19:04आप अगर वेबसाइट पे जाएंगे
19:06IRF.NET
19:09वहाँ तरीके दिखाएगए किस तरीके से
19:11आप डाओत के मैदान में उतर सकते हैं
19:14और जो आखरी
19:16जो भेहन ने सवाल किया कि
19:18जो मेरे हिसाब से
19:21किताल फीसब लिल्ला था
19:22हम देखते हैं कि सही बुखारी में एक
19:25चैप्टर एक बाब है
19:26जिसके अंदर जिकर है
19:28कि खुसूसन खवातीन ने भी
19:31किताल के दर्मियान
19:33हिसा लिया
19:35मिसाल के तोर पे
19:37जब मर्द जंग के मैदान में उतरते थे
19:39उन्होंने पानी दिया
19:40उन्होंने फर्स्टेट किया
19:42मरम पट्टी की
19:43और एक वाक्या है
19:45जिसका जिकर है
19:46जंग अहुत के दर्मियान
19:48जब दुष्मनोंने मुंबस स nessa म को घहड़ा
19:51तो कुछ सहाभा
19:53मुंबस स्हाथ थे
19:55और एक सहाभया भी थी
19:57जिसका नाम था नसी बारादेलवान और, बाकी सहावा के साथ, ये एक हवातिम सहाविया थी, और, जब दुश्मनों ने हमला किया, उन्हों ने भी हिस्सा लिया हमदْ s. आणि wev. की जान बचाने में और वह गाल हुई.
20:13और इस गाहिल होने के बाद नमद स्वाइब उसकी तारीफ की तो चंद मोके पे जब जरुवत पड़ी आम तोर पे मर्द को अला तर ज्यादा ताकित दी वो जंग के मैदान में उतरता है लेकिन खवातिन भी हिस्सा ले सकती है पानी देने में जब जरुवत है फरस्टेड म
20:43के ब vibration की तौईतर के पेले माइक सहे भाइयों की तरफ से कोई सवाल है अगर कोई गएर मुस्लिम भाइ कहीं पर भी हो किसी भी पकादार में उधो हो अपना हाथ उच्छा करें और वह पहले सवाल करें
20:55अगर दूफरे माइक में भी
20:57अगर कोई गईर मुस्लिम भाई खड़े हो
20:59तो आगे आ जाएं
21:01असलावालेकूं डाग्ड़ साब
21:05डाग्ड़ साब
21:07मैं एक रिटायर आर्मी आफिसर
21:09मुहमद जिया उल्ला खां
21:10मेरा नाम है
21:11मैं आपसे एक क्लिरिफिकेशन चाहता हूँ
21:13रिगार्डिंग सूरे
21:15वल असरे इननल इनसानल अला फी खुजरें
21:17ये आलम इनसानियत के लिए
21:20एक बहुत तश्वीश नाग
21:22सूरे है
21:23और कंडिशनल सूरे है
21:25इसमें हर इनसान को
21:27बहुत ज़्यादा तश्वीश होना चाहिए
21:30इसमें
21:35इसमें
21:36इसकी तफसीर में भी आपने फरमाया
21:38वातवास्व इलहाग के लिए आपने फरमाया
21:42ज़िस्वीशनल के गयर इमान वालों में इमान के दावत
21:44बेशक
21:45ये सच है
21:46कि ला इल्हा इल्ला सबसे वड़ा हक है
21:49लेकिन मैं यहां
21:50आपसे ये क्लिरिफाइख करना चाहता हूँ
21:52कि मंगज अल दी मुसलिम्स
21:54इतने ज़्वादात अब आलहु
21:56मुसल्मानों के है
21:57लेकिन वो आमिल सौलिहात से दूर है
22:00अल्ला के हिकामात से दूर है
22:02अगर उनको अल्ला के इन एकामात पे आमल सालिहात की दावत दी जाए तो विदर इस फुल्फिल दी कंडिशन आफ वतवासो बिलहक और नाट
22:12भाई के सवाद है कि जो सुरह अलसर में जो तीसरी कंडिशन है पतावसो बिलहक अगर हम मुसल्मानों के दर्मियान उनको हक की तरफ बुलाते इनका मतलब है इसलाः दावा के मानी है गैर मुसल्मानों को इसलाम की तरफ दावत देना दावत की मानी दोनों तरीके से लिया �
22:42एक स्पेसिफिक खुसूसां लख इस्तमार करना चाहते है
22:45तो जब हम गैर मुसल्मानों से बात करते हैं उसे कहते हैं अर्बी में दावत
22:48और जब मुसल्मानों से इस्लाम की बात करते हैं उसे कहते हैं इस्लामानी मरम्मत करना
22:55उसको सुदाणना
22:58तो इसला भी
22:59कई उल्माने कहा कि यह वत्वा सूपल अग्मे आ जाता है
23:03लेकिन अगर हम सेफ रिना चाहते है
23:05तो मिले नज़र में इसला और दावा दोना जरूरी है
23:09मैं क्या कर रहा हम आज की तारिक में
23:10इसला भी कर रहा हूँ दावा भी कर रहा हूँ गैर मुस्लिम में तो दावा कर रहा हूँ अक्सर मुसल्माने इसला कर रहा हूँ
23:16करसुबला एक खुसुसन नशिष्ट है गैर मुसल्मानों के लिए महाँ जादा दावा करूँगा मैं
23:21तो दोनों करना important है, जरूरी है
23:24इसलाभी, मुसल्मानों को
23:26हक की तरफ बुलाना, जो भटक गए है
23:28जो नाम के मुसल्मान है
23:29और गैर मुसल्म में भी
23:32लेकिन अगर आप safe हैना चाहते है
23:35तो मेरे हिसाब से
23:36दोनों करना जरूरी है
23:37तो एकदम safe है, और
23:40जन्नत में जाने के लिए हमें
23:41जो भी कर सके करना जरूरी है
23:43क्योंकि आला ताला फर्माते है, सुरह मुल्क में
23:45सुरह नमबर 67 आयत नमबर 2
23:47अल्लाजी खलकल मौता और हयाता
23:49अल्ला सुभाना उताला ने जिन्दगी और मौत दी
23:51ताके वो जान सके
23:53आप लोग में से कौन अच्छे आमाल करता है
23:55तो ये जिन्दगी है, आखरत के लिए इम्त्यान है
23:58तो इस इम्त्यान में हमें सफल होना बहुत जरूरी है
24:01इसलिए हमें कोशिश करना चाहिए
24:03कि जा तक कि हो सके, अल्ला और अल्ला के रसूल के एकाम के प्रमल करें
24:23आप से खुदारिश है कि जो आप ने नियम बता है
24:25तो इसके अलावा जाके इन दोना सवालों का जवाब देते है
24:27महरवानी होगी
24:28पहला जो है देशित गर्दी से लिटेड है
24:32कि ये जो टेरिजम के लिए भी एक साहब मस्तुरास से कॉश्चन आया था
24:35उसका जो आप ने जवाब दिया मैं उससे बहुत जादा जो है सडिस्वाई नहीं हुआ
24:39आप ने बुश और अमरीकी ताखतों को बहुत बड़ा टेरिजम बना के
24:43और जो में सवाल था वो उसका जवाब नहीं विला
24:46मेरा सवाल ये है कि कश्मीर की इन्नोसेंट किलिंग या आफगानिस्तान पे जो आपके इंफोस करके
24:53इसलाम को लोगों ने कुशिश करी तालिबान ने वो या उसामा बिलादेन इन तीनों को
25:00इसलाम और कुरान की रोशनी में जस्टिफाई किया रगता है या नहीं
25:03और मेरवाली करके दूसरा कॉशन भी सुन लिजिए
25:33आपने दूसरा सवाल किया
25:35कि मेरे नजर में जो उसामा बिलादेन कर रहा है
25:41वो कुरान और हदीश के रोशनी में सही है कहने ही
25:44जो लोग कश्मीर में जगर रहे हैं वो सही है कहने
25:48जो अफगानिस्तान में कर रहे हैं सही है कहने
25:50तीन सवाल
25:50एक सवार कितीन निसे
25:52पहले का जवाब तो दे चुका हूँ
25:56शायद आपने नहीं सुना
25:57कि उसामाBIN LADIN कुरान और हदीश के रोशनी में
26:00सजी कर रहा है कहने
26:01मैं तो उसामाBIN LADIN से मिला ही नहीं
26:04आप मिले होंगे मैं नहीं मिला
26:06अल्ला ताला परमाते
26:09सूरे हुजुरात में सूरा नंबर 49
26:12आयत नंबर 6 में जब भी कोई आपको
26:15information कोई चीज मालूम पड़ती है
26:18खुसूसान अगर फासिक के दरिये है
26:20तो उसकी तहकी करो
26:21सो मुझे पता ने जो ये CNN कह रही है
26:25कि उसामा बिनलादिन ने WTC को गिराया
26:28उसामा बिनलादिन तो कहता में नहीं गिरा
26:31तो नाम में उसामा बिनलादिन से मिला
26:34तो मैं ये भी नहीं कहता है
26:35उसामा बिनलादिन कुरान अदिस पे है
26:37या नहीं है
26:38अगर है तो जन्नत में जाएगा
26:42नहीं है तो नहीं जाएगा
26:43मुझे जरूरी नहीं कि उसाव बिल्ला अदिन से मिल्ला मेरा फर्ज है
26:48ठीक है ना वो आखरत की दिन में फैसला हो जाएंगा
26:52अल्ला ताल आपसे भी ने पूचेंगा क्या वो
26:54मुझाहिद था क्या देश्चत गरता
26:57वो अल्ला ताल ताल फैसला करेंगे
26:59सवाल नमबर दो
27:03कि कश्मीर में जो लोग जगड़ रहे है
27:07क्या वो कुरान और हदीस के रोशनी में है कहने
27:10मैं कश्मीर में लास्ट यर
27:14तुज़ाओं दिन त्री में
27:16तक्रीम एक साल पहले गया था
27:18आप देखतें कि कश्मीरी लोग
27:21अगर वज़े के लिए जगड़ रहे है
27:22अगर वो वज़े
27:24कुरान और हदीस से
27:26सही है तो सही वज़े
27:28अगर खिलाफ है तो खिलाफ है
27:29यह कहना कि सारे कश्मीर कुरान हदीस के उपर है
27:32या सारे कश्मीर नहीं है
27:34यह बिल्कुल गलत है
27:35कुछ लोगूरान और थे
27:57आपको उस से पूछना चाहिए
27:59जो पॉलिटिक्स के अंदर
28:01एक माहिर है
28:03अब्स आफ कि अल्वे गया हो उससे पूछो जो उस फन का माहिर है
28:18मैं पॉलिटिक्स के फन में माहिर नहीं हूँ
28:22मैं डाई हूँ
28:23तो किस तरीके से जवाब देना गए है दो मुस्लिम को बोलूँ गा
28:26लेकिन पॉलिटिक्स में किश्मी लोग क्या कर रहे
28:29अफगानी लोग क्या कह रहे वो मैं नहीं कह सकता हूँ
28:31मैं उस फंड का माहिन नहीं हूँ
28:33अगर कहूंगा तो पुरान के जाएंगा
28:35आप उससे पूछो जो माहिर है
28:37मैं इस फंड का माहिन नहीं हूँ
28:39मैं दावती मैदान का माहिर हूँ
28:41आप अगवद गिता के बारे में पूचे रामाइन के बारे में पूचे हिंदु इदम के बारे में पूचे इसायत के बारे में पूचे यह अफगानिस्तान के बारे में या कश्मीर के बारे में
28:53का माहिन नहीं हूँ
28:58लेकिन ये जानता ह Belgique
29:00जाता है कि अफगानिस्तान
29:01का तालग है तालिबान का तालग है
29:02हम देखते हे
29:05CNN के अंदर
29:06कि कई बार
29:08BBC CNN में दिखाए गया है कि तालिबान
29:10एक खातून को
29:13बे दर्दी से मार रहा है
29:14अरे तालिबान
29:17खवातिन को मारते हैं जालिम लोग
29:19क्योंकि दाई होने के हैसे से
29:23मैं कई मुमालिक का दोरा करता हूँ
29:25दो साल पहले मैं मलेशा में गया था
29:30वहां एक
29:31शोहर और बीवी से मुलागात हुई जो डॉक्टर थे
29:36बीवी गैनेकलोजिस्टी और शोहर सोजन थे
29:40उन्हों ने तकरीबन एक के ये जो टीवी में दिखा रहे थे
29:48के तालिबान लोग खवातिन को मार रहे ये बिल्कुल गलत है
29:52मैंने पूछा आपको कैसा पता गलत है
29:54तो उस ने कहा
29:56मिया भीवी ने कहा
29:59क्यूंकि तालिबान को जो पगड़ी बांते है
30:02उनके बांने का एक खुसुस तरीका है
30:04विशाल के तोर पे जब हम अरबों को देखते हमारे लिए
30:08जो अजम है हमारे लिए
30:10सब अरब एक जैसे पगड़ी बांते
30:12प्यटा बांते
30:13अपना गतरा बांते
30:15लेकिन वो अरब ही जानता है
30:17कि साओधी घतरा बांने का तरीका अलग है
30:19वो एमिराटी
30:21यूई का घतरा बांने का तरीका अलग है
30:23वो कोईटी का घतरा बांने का तरीका अलग है
30:25वो पैचान सकते हमने
30:27इसी तरीके से वो तालिबान के
30:29पगड़ी बांने का तरीका अलग है
30:31वो डॉक्टर कहने लगे मुझसे
30:33कि जिस तरीके से वो BBC और CNN में दिखा रहे थे
30:37तालिबान खवातिन को मार रहे
30:40वो तालिबान हैं ही नहीं
30:41वो एक्टर लोगों को लिके है थे
30:45लेकिन बेखूफ थे कि एक्टिंग में बराबर से नहीं किये
30:50वो कपड़े बराबर नहीं थे
30:52मैंने तक्रीज सुनी एक रिपोर्टर जिसका नाम है योउन ड्रेडली
30:58योउन ड्रेडली एक बिट्रिश रिपोर्टर है
31:01जब अटेक होता है अमेरिका का अफगानिस्तान पे
31:05बाइस आपको दुख हो रहा था जब मैंने का कि अमेरिका टेरिरिस्ट है
31:08दुख हो रहा था उनको
31:11जॉज बुश अगर आपके रिष्टेदार तो माफी चाता हूँ मैं
31:16तो योउन ड्रेडली जो थी
31:21योँन रेडलिक रिपोर्टर, रेडिश रिपोर्टर सफेद है, वाइट है
31:25वाइट यॉरोपीन
31:27उसको भेचते हैं अफगानिस्तान में
31:29तैकी करने के लिए तालिबान के बारे में
31:31वो सारे तैकी करते हैं
31:32और पूरे टाइम और नकाब में रहती है
31:34हिजाब में रहती है
31:35एक बार कैमेरा गिर जाता है और
31:37उसका रास फास हो जाता है
31:39तो तालिबान उसे पकड़ते है
31:416 दिन तक उसे कैद करते है
31:43और जिस तरीके से तालिबान ने
31:45उसके साथ भरताओ किया
31:47वो उस लेक्चर में कहती है
31:49कि लोग जब उन्हें पकड़ते है तो बोलते कौन इसके साथ है तो आदमी को लेके आते हैं फिर उसको लेके जाते हैं और सब लोग घेल लेते हैं तो वो सोचती है अभी चंद मिंटों में ये जाहिल लोग मेरा कतल कर लेंगी
32:08शायद हो सकता है कि 10-15 तालिबान मेरा बलातकार करेंगे उसके जहन में ये सब जा रहा है सोच रहे हो हो सकता है कि मुझे जाड़ पे से रटका देंगे वो एक दम धरी होती एक घंटे तक लोग उसे गहरते लेकिन कोई भी सामने नहीं आता वो सोचते अभी मेरी मौत अभी
32:38उसके जिसम की जाज पड़तार करती है फिर उसे पता लगता है हाँ ये लोग समझते हैं कि मेरे पास हत्यार है
32:46वो इतना तेश में आती है अगर उन्हों में से पूछना चाहिए हत्यार में बूल दी नहीं है एक घंटा तक कि मैं तरफ तुलब के मर रही हूं कि ये आज मुझे मारेंगे
32:57वो तेश में आके क्या करती है अपना स्कूर्ट उठा लेते दोखो मेरे पास हत्यार नहीं है जैसा स्कूर्ट उठाती है तालिबान
33:05180 डिगरी उस तरफ देखते है भाग जाते है तो वो कहती है अपने तक्रीर में तालिबान को मारने के लिए बम गिराने की जरुवत नहीं वो कहती है अगर आउरोदों के कपड़ेंगे तो तालिबान मर जाएंगे शरम के मारे
33:22और वो तक्रीर करती है कि इस इज़त से मेरी हिफाज़त की छे दिन तक के वो तालिबान लोग ने और जब उसे पूछा जाता है सवाल जो आपके निशिष्ट में क्या आपको लगता है कि अलकाइदा ने डबल्यू टी सी को गिराया तो यहां डडली कहती है मेरे साबसे �
33:52छे दिन के बाद और जब बाकी रिपोर्टर्स पूछते आपके साथ क्या सुलुक किये तो उन्हें कहा इतना अच्छा हुसन सुलुक किये कि रिपोर्ट के अंदर ही नहीं आया
34:02और उसने सिर्फ ये वादा दी थी कि मैं इंग्लेंड जाके वापिस से कुरान मजिद का तरजुमा पड़ोंगी तो जाती है और चंद मेने बाद कुरान का तरजुमा पड़ती है और उसके बाद वो इसलाम कबूल करती है
34:21तो उसके नजरे से तालिबान एकदम मासूम है उनके बसुम क्या गया था आप मुझे पूचेंगे बाद तालिबान क्या खुरान और हदीस के रोश्णी में सही है तो इसका नजरे अगर लेंगे जो गैर मुस्लिम थी यो अंडेडली अभी माशालला हिजाब भी कर रही ह
34:51बन्लते जाता है अमैरिका के हिसाब से तालिबान सालिम लोग है तो मीडिया । कोई भी हिरो को जिरो बना सकती है तो इसी लिये
35:13कुरान मजीद में आला ताला फर्माते कोई भी चीज़ आपके पास आती है
35:16उसकी तैकी करो तीसरे को पहुचाने के पहले
35:20तो इसी बुनियात पे मैंने कहा था
35:22क्या ना मैं वसाओं बिलादून को जानता हूँ
35:24ना यहां क्या हो रहा है पताने मुझे आफगानिसान भी में नहीं गया हूँ
35:27लिकिने रिपोर्ट के जरी ये पता लगता है
35:29कि ये जो अमेरिका कर रही अपने मीडिया के जरी ये शैतानी हरकत जो गलत से हमी पहला रही है
35:35उसके सजा तो इंशाल्ला उने मिलेंगी
35:38इसलिए मेरे नजर ये से
35:40मेरे नजर ये से जॉज बुश
35:42नमबर वन टेरिस्ट है आपको दुख हो आएगा
35:45जब मैं लंडन में गया था
35:48मैं एक तक्रीर की और मैं जवाब दिया
35:50तो एक नौजवान उटके कहता है
35:52कि जॉज बुश को हम दुआ करते हैं
35:56कि अल्लाब शुवान टुश को फ्याद करे
35:57तो मैंने कहां मैं तो ये दुआ नही करूँगा
36:01मैं तो ये दुआ नहीं करूँगा
36:04क्योंकि अल्लाब के रसुल ने
36:06जो दुआ की
36:07यो सबसे ज़ различ ज़ीदा दुशमन
36:09एस खिलाफ जो थे मुम्बस embryечितम के दोर में
36:12दोनों का नाम था उमर
36:13तो अल्ला करे सुल्समें ये दुआ कि
36:16कि कमस कम एक उमर को उधाद दे
36:18तो मैं ये दुआ करता हूं कि
36:19कमस कम अल्ला ताला जॉजबुश को उधाद दे
36:22बहनों की तरफ से कोई सवाल
36:27असलाम अलेकूम मेरा नाम युस्रा है और मैं एक स्टूडन्ट हूँ
36:31मेरा ये सवाल है कि क्या टेररिस्म और एक्स्ट्रीमिस्म का एक ही माने है
36:36बेन ने सवाल किया है क्या टेररिस्म और एक्स्ट्रीमिस्म का एक ही माने ने
36:44दोनों अलग माइने है टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में टेरिस्ट में
37:14लेकिन शिद्धत पसंद सही चीज़ों में
37:17मिसाल के तोर पर
37:19इंदारी के मैदान में मैं शिद्धत पसंदू
37:21हक के मैदान में शिद्धत पसंदू
37:25जहां तक कि
37:27इनसानियत से अच्छा बरता हो करना चाहिए
37:29उसमें शिद्धत पसंदू
37:31तो शिदत पसंद सभी चीज़ों में अच्छी बात है
37:33कोई भी इन्सान ये ने किय सकेंगा
37:35कि आप भोट शिदत ये इमानदार रहे
37:38इसलिए आप गलत निसाने कोई बोली ने सकता
37:40हाँ गलत चीज़ों में शिदत पसंद नहीं होना चाहिए
37:43अप दाइरे के भार मत काम करो
37:54लेकिन दाइरे में होके
38:01एक तरफा शिद्दत जो हग की बात है वो तो अच्छी बात है
38:05तो शिद्दत पसंद होना एक अलग बात है
38:09टेयर इते मलग बात है कि या एक इनसान दोनों है
38:11या ऐख या दोनों नहीं है
38:13या भाईओं की तरफ से
38:16डॉक्ट साथ मेरा नाम
38:18मैं डॉक्तर मासवा का सेकेटरि हूँ
38:21मासवा मैं 66 IS अधिकारी हैं दलिए
38:24बहुत से लोगों सो मैं बाद करतAK उए इसलाम के वरे में
38:27तो कहते हैं बाबा साथ
38:28अम्बेदकर ने काता है मैं हिंदू धर्म में पाइदा हो
38:30अगिए हूँ लेकिन हिंदुओं के मरूंगा नहीं हम लोग भी चाहते है
38:33आएमिये इसलाम में लेकिन जो हमें फैसलेटी मिल लिए है वो हम
38:38को दलित के हैसे से मिल लें क्या दलित जो है इसलाम खुबोल क ले
38:40और नाम अपना ना तद्दिल करे
38:42और खत्ना ना कराए
38:44क्या मुम्किन है ये
38:45तुम्हाइस सब ने सवाल किया
38:48कि दलित
38:49बाबा अम्मेट केर साथ की किताब में पढ़ चुका हूँ
38:53बिल्कुल सही फर्माते कि
38:54बाबा साहिब अम्मेट कर
38:56डुक्टर बाबा सही अम्मेट कर
38:57उनने जब दिगर मधाइब की तहकी की
38:59सबसे बहतर मधब उनने लगा इसलाम
39:01अफसोस की बात है कि हम मुसल्मानों ने
39:03कुले आम उनने कबूल नहीं किया
39:05इसलिए उनने दूसरा बहतर मधब
39:07बुद्दिस्म को कबूल किया
39:09आपका सवाल है कि दलित अगर कहते है
39:11कि हम इसलाम कबूल करें और नाम नहीं बदले
39:14तो क्या ये जाइज है और खताना कर जाइज है
39:16नाम बदलना इसलाम में फर्द नहीं है
39:19नाम बदलना इसलाम में फर्द नहीं है
39:22अगर आपका नाम शिरकाना नाम है
39:25तो बदलना फर्ज है
39:28वरना नाम बदलना फर्ज नहीं है
39:30आपका पुराना नाम प्रकाश हो या जौन हो
39:33नाम बदलना फर्ज नहीं है
39:35कई आप देखेंगे
39:36साहबा ने नाम नहीं बदले
39:38तो नाम बदलना फर्ज नहीं है
39:39अगर कोई शक्स कहता है कि मैं इसलाम कबूल करता हूँ नाम मने बदना चाहता हूँ बिल्कुल जायज है आपका दूसरा सवाल क्या खतना करना फर्ज है खतना करना फर्ज नहीं सुन्नत मौकिदा है मुस्ताब है अच्छी बात है लेकिन फर्ज नहीं वो हमारे हिंदुस्त
40:09यह फर्द नहीं है यह सुन्नत है करना अच्छी बात है तो अगर कोई शख कहता है कि मैं इसलाम कबूल करूँगा नामने बदलूँगा और खत्ना नहीं कौँगा तो में कहूँगा अहलंड वसैलंड कमज कम शीक से तो बचेंगा कमज कम ।दॉजख से तो बचेंगा दली
40:39मुसलमाँन जो पने आपको बैक्वोर्ट क्ये तो उनको भी फैसलिटी बिलती है
40:47ऑजके मुसलमाँन जो अपने आपको बैक्व़र्ट के तो उनको फैसलिडी मिलती थे κα।क। इजात है
40:55यूरूंनेंगे फैसलिडी भी मिले इंशाला लूं की世界 hars
41:00पहले माई की तरफ से अगर कोई गई मुस्लिम भाई है तो वो सवाल पूछें
41:04डाक्टर नाई सर्थ स्लाम हो अलेकूं रहमतुल्लाह बराकातु हूँ
41:08जहाद दहशत गर्दी के बारे में इसी उन्वान से मेरा एक सवाल छोटा सा यह है
41:13कि क्या दहशत गर्दी का जिक्र कुरान हकीम में कहीं भी आया है किसी सूर्य किसी आयत नमर में
41:20बैसाब का सवाल है कि दहशत गर्दी का जिकर कहीं कुरान मजीद में आया है
41:26हमें तक्रीर में भी हवाला दिया
41:28उस आयत का
41:30कि जो लव्ज
41:32इंग्लिश में कहते है टेरिस्ट
41:34उर्दू में कहते है धेशतगर्द
41:37और ये लव्ज
41:38जो है
41:40ये कुरान मजीद में है
41:41सुर्य अन्फाल में
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