00:00मेरा नाम शालो कुमारी है, मैं 17 साल की कुमारी लड़की हूँ, मैं बिहार की रहने वाली हूँ, आज जो मेरे साथ घटना हुई है, मैं आप लोगों को एक कहानी के जरिये से बताने वाली हूँ.
00:16एक दिन मेरे मम्मी पापा किसी काम से दिल्ली गए थे, तो मेरे घर में मैं और मेरा बड़ा भाई जिसकी शादी हो चुकी है, और भाभी भी जो अपने घर चली गई थी, तो मैं और मेरा बड़े भाई दोनों ही घर पर अकेले थे, उसी रात को मेरे सहली का बर्थडे था, म
00:46प्रणे लड़के के चक्कर में रहती है, उसके साथ घूंगती रहती है, तो जब घर में एक कैरेक्टर लेस हो तो फिर कोई क्या कर रहा है? अच्छा कर रहा है या गंदा कर रहा है किसी को कोई कुछ समझ नहीं आता न? फर्क पड़ता है, मेरी मम्मी भी कभी मेरी सपोर्ट
01:16प्रेक्टर लेस हो तो एक इनसान सही नहीं रह सकती, मैं उसी में से थी, मैं कोशिश करती थी कि मैं ऐसा कुछ भी नहीं करू जिससे मेरी इजद पर आ जाए, इस वज़ह से मैंने कभी किसी बोईफ्रेंड लड़के के चक्कर में नहीं पड़ी, तो आपको समझ आग्या क
01:46और भी आसान हो जाती है, वही मेरे साथ भी हुआ है, दस बजे के करीब हम लोग यमुना किनारेवे पर थे, एक घंटा चलने के बाद आगे जाकर काफी कोहरा हो गया था, तो भाईया बोले की कोहरा ज्यादा हो रहा है, और हवा भी चल रही है, तो अगर थोड़ा देर र
02:16रहे थे, क्योंकि हवा चल रही थी, तभी भाईया मेरी तारीफ करने लगे, कि शालो तुम बहुत खूपसूरत और होट हो, तुम्हारी भाभी मुझे उतना प्यार नहीं कर पा रही है, क्योंकि वह किसी और के चक्कर में रहती है, वह बात तुमें भी पता है, ऐसा लगत
02:46पहना चाहिए मुझे पता है, तुम्हें भी जेव खर्च और पैसो की बहुत ज्यादा जरूरत है, पर उतना तुम्हें नहीं पाता है, जितना होना चाहिए, तुम्हारे दोस्त रोज नए नए कपड़े पहनते हैं, ब्रांडट जूते चपल पहनते हैं, पर कई बार मैं
03:16सकता हूँ, उन्होंने मेरे दिल की बात सुन ली थी, दोस्तों वह सच बोल रहे थे, मुझे लगा ये ठीक बोल रही हैं, मैंने अपने भाई से पूछा फिर मुझे क्या करना होगा, दोस्तों आप हमेशा ही हैं, बचपन से ही हैं, आप कहते तो थे कि हम दोनों भाई बहन
03:46कि तुम्हारी भाभी, मेरे साथ नहीं रहती हैं, और ऐसी भी है तो सास सोने में नखरे करती हैं, तुम समझ रही हो मैं क्या बोल रहा हूँ, उन्होंने ऐसा कहा मैं समझ चुकी थी कि वहां मुझे फंसाना चाहते हैं, मुझे लगा कि घर की बाद घर में रह जाएं और मे
04:16धीरे धीरे सहलाने लगे उनके छोटे ही मेरे बदन में करंटा लग गया कुछी देर में वो सपना सुध बुद्ध खो बैठे थे मेरे साथ। गलत करने का मूर बना लिये थे आगे की कहानी के लिए कमेंट में पार्ट डू लिखे और।