00:00काव भक्ति का मतलब ये कि अगर कभी हमारी खराब बुद्धी के कारण जिन गुणों को देख करके रूप को देख करके किसी के गाने में हमें कान को अच्छा लगा उसको देख करके अगर हमने प्यार किया है और माहात में नहीं जानते
00:21अगर माहात में ग्यान हो गया है तो फिल उस परसनेलिटी से प्यार करेगा उसकी बाहरी चीजों से वह आसकत नहीं हुआ है
00:40तो एक सद्धानत है कि माहात में ग्यान भगवान की भगवत्ता गुण तृपा दीन बंधुता पतित पावनता आज सब बातों का पूरा पूरा ग्यान हो तो भक्ति इस्थिर रहती है