मरु-महोत्सव के तीसरे दिन की शुरुआत सेहत और ताजगी से भरे योग के साथ की गई। गड़ीसर सरोवर के घाट पर देशी-विदेशी मेहमानों ने योग प्रशिक्षकों से योग के गुर सीखे और मन और तन को तरोताजा किया। इस दौरान माहौल में गूंज रही मधुर संगीत स्वर लहरियों ने भी महौल को खुशनुमा बना दिया। सुखासन में बैठे सैलानियों ने प्रमुख रूप से अनुलोम, विलोम, भ्रामरी, सूर्य नमस्कार सहित कई अन्य आसानों का अभ्यास किया।