इस वीडियो में कल्कि भगवान के बाल रूप की अद्भुत लीला का वर्णन किया गया है। माँ के आँगन में उनकी मधुर मुस्कान और नन्हें कदमों से धरा को पावन करने की कथा सुनाई गई है। कैसे उन्होंने अपने बाल्यकाल में भी धर्म और सत्य का मार्ग दिखाया, और प्रेम की गंगा हर दिल में बहाई। बाल लीला में भी महान प्रभु ने अपनी छोटी अंगुली में सारा ब्रह्मांड समेट लिया, जिससे देवताओं ने भी उन्हें प्रणाम किया। उनकी लीला को देखकर हर कोई मोहित हो जाता है। यह भजन कल्कि भगवान की बाल्यकाल की महिमा और उनकी दिव्यता का गुणगान करता है।