कहीं बरसे बदरा, अधिकांश जगह बारिश के लिए तरसाया
प्रतापगढ़. छोटीसादड़ी में को दिनभर उमस भरी गर्मी से आमजन पसीने से तरबतर दिखाई दिए। वहीं देर शाम को आसमान में काली घटाएं छाई रही। जबकि रात होते होते तेज गर्जना के साथ झमझम बारिश शुरू हो गई। बारिश से किसानों के साथ हर आमजन खुश हो गया। इस बार खण्ड वर्षा से सभी किसान एक साथ खेतों में खरीफ सीजन की फसलों की बुवाई नहीं कर पाए। कई किसानों ने बुआई तो कर ली। लेकिन बीज अंकुरित नहीं हो पाया। जिससे दुबारा आर्थिक मार झेलकर बाजार से महंगा बीज खरीद कर बुवाई करनी पड़ी। गर्जना के साथ लगातार तेज बारिश हुई। देर रात तक भी बारिश चल रही थी।
अच्छी बारिश की कामना, हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाया
करजू. गांव सहित आसपास के ग्रामीण हनुमान मंदिरों में मंगलवार के उपलक्ष्य में श्रद्धालु संकट मोचन बालाजी मंदिर पहुंचे। गांव के घनश्याम सुथार ने बताया कि हनुमान मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं द्वारा विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर चोला चढ़ाया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में बालाजी के दर्शन कर अच्छी बारिश होने की और सुख-शांति की प्रार्थना की।
करजू. क्षेत्र व पास के रगुनाथपुरा गांव के खेतों में सोयाबीन फसल बड़ी होने के साथ खरपतवार भी बड़ी मात्रा में हो रही हैं। वर्तमान में किसान खेतों में खरपतवार नष्ट करने में जुटे हैं। खरपतवार नष्ट करने के लिए किसानों की ओर से परंपरा को निभाते हुए बैलों से खेतों में डोरे चलाए जा रहे हैं। वहीं कई किसान मोटरसाइकिल और ट्रैक्टर के पीछे डोरे बांधकर भी खरपतवार नष्ट करने का कार्य कर रहे हैं। करजू क्षेत्र में बारिश के बाद अधिकतर किसानों ने सोयाबीन की बोवनी कर दी है। वहीं क्षेत्र की कीटनाशक सहित खाद की दुकानों पर भी किसानों की भीड़ देखी जा रही है।
अच्छी बारिश की कामना, हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाया
करजू. गांव सहित आसपास के ग्रामीण हनुमान मंदिरों में मंगलवार के उपलक्ष्य में श्रद्धालु संकट मोचन बालाजी मंदिर पहुंचे। गांव के घनश्याम सुथार ने बताया कि हनुमान मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं द्वारा विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर चोला चढ़ाया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में बालाजी के दर्शन कर अच्छी बारिश होने की और सुख-शांति की प्रार्थना की।
करजू. क्षेत्र व पास के रगुनाथपुरा गांव के खेतों में सोयाबीन फसल बड़ी होने के साथ खरपतवार भी बड़ी मात्रा में हो रही हैं। वर्तमान में किसान खेतों में खरपतवार नष्ट करने में जुटे हैं। खरपतवार नष्ट करने के लिए किसानों की ओर से परंपरा को निभाते हुए बैलों से खेतों में डोरे चलाए जा रहे हैं। वहीं कई किसान मोटरसाइकिल और ट्रैक्टर के पीछे डोरे बांधकर भी खरपतवार नष्ट करने का कार्य कर रहे हैं। करजू क्षेत्र में बारिश के बाद अधिकतर किसानों ने सोयाबीन की बोवनी कर दी है। वहीं क्षेत्र की कीटनाशक सहित खाद की दुकानों पर भी किसानों की भीड़ देखी जा रही है।
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