नयापन सृष्टि में नहीं दृष्टि में है || आचार्य प्रशांत (2023)

  • 3 months ago
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वीडियो जानकारी: 9.12.23, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
जिसकी पहले से उत्पत्ति हो चुकी है उसकी उत्पत्ति नहीं होगी। जिसकी उत्पत्ति अभी होनी है वह उत्पन्न नहीं हो सकता। जिसकी उत्पत्ति वर्तमान में हो रही है वह अंशतः अनुत्पन्न होने के कारण उत्पन्न नहीं हो सकता।
~ शून्यता सप्तति, श्लोक - 5

~ सत-असत , आत्मा-अनातमा , नित्य-अनित्य में क्या अंतर है?
~ दो तरह के आयामों में कुछ भी साझा है?
~ नयापन सृष्टि में कैसे नहीं है?
~ दृष्टि माने क्या?
~ क्या कभी भी असत सत में परिवर्तित हो सकता है?


संगीत: मिलिंद दाते
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