सच देखने में सोचा नहीं जाता, डूबा जाता है || आचार्य प्रशांत (2016)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
३१ अगस्त, २०१६
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
खुद को कैसे देखें?
जब भी मै सत्संग में आता हूँ तो पाता हूँ कि यहाँ कुछ मिला ही नहीं ऐसा विचार क्यों आता है?
जीवन के तथ्यों को कैसे देखें?

संगीत: मिलिंद दाते