योगी बोले फ्री में होगा अंतिम संस्कार II विपक्ष बोला कर दिया आवाम का सत्यानाश !

  • 3 years ago
योगी सरकार का एक और विवादित फैसला
अब फ्री में अंतिम संस्कार करवाएगी सरकार
विपक्ष बोला स्वाहा करने का हो गया है इंतजाम
सरकार की प्राथमिकता इलाज करवाना या अंतिम संस्कार करना
योगी सरकार के फैसले पर सियासी बहस तेज
मामले पर बीजेपी के ही सांसद और विधायकों ने उठाए सवाल
बागी सांसद और विधायक बोले अच्छे नहीं हैं ऐसे फैसले !

सेवा भाव की असल जिम्मेदारी क्या होती है वो कोई उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से सीखे…जहां पहले बीमारी और बीमारी के बाद मौत से परेशान लोगों के अंतिम संस्कार का फ्री में इंतजाम योगी आदित्यनाथ सरकार ने कर दिया है…अगर यकीन नहीं आता तो फिर इस हैडलाइन को गौर से पढ़िए और फिर समझिए कि सरकार आपकी कितनी चिंता करती है…अब हो सकता है कि इस हैडलाइन के लिए मीडिया हलचल पर सवाल उठने लगे तो हम पहले ही साफ कर देना चाहते हैं कि ये हैडलाइन रिलायंस ग्रुप के चैनल न्यूज़-18 के डॉय कॉम सेंटर यानि वेबसाइक की है…और वही रिलायंस जिसपर मोदी भक्ति का आरोप लगता है…अब मोदी भक्ति करने वाले ही सरकार की पोल खोल रहे हैं…तो सरकार कोरोना काल में इलाज का तो इंतजाम अच्छे से नहीं कर पाई इसलिए आपके मरने के बाद आपको फूंकने का इंतजाम फ्री में प्रदेश की योगी सरकार ने कर दिया है…ऐसा हमारा कतई कहना नहीं है बल्कि ये कहना है प्रदेश के विपक्षी दलों का…बाबाजी का आदेश सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर जमकर तंस कसना शुरू कर दिया है और विपक्षी दलों ने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता नागरिकों की जान बचाने की होती है लेकिन प्रदेश की सरकार की प्राथमिकता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सरकार आपका अंतिम संस्कार ससम्मान पूरे रिति रिवाज के साथ में फ्री करने वाली है और आप लोग सरकार पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं…जो लोग सरकार पर निशाना साध रहे हैं उन्हे सरकार का धन्यवाद करना चाहिए…विपक्षी दलों की माने तो सरकार घर फूंक तमाशा नहीं बल्कि इंसान फूंक तमाशआ दिखा रही है और तब भी लोग सरकार को कोस रहे हैं जो कि गलत है…विपक्षी दल सपा और कांग्रेस के नेताओं ने जब बीजेपी पर निशाना साधा तो बीजेपी नेता एक बार फिर विपक्ष पर बरस पड़े और कहा कि पहले पूरा आदेश तो पढ़िए…अब सरकार का आदेश और आदेश को सही ठहराने के तर्क पर ध्यान दीजिए…दरअसल कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और लगातार हो रही मौतों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है…अब कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत पर अंतिम संस्कार के लिए कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा…अंतिम संस्कार की प्रक्रिया मृतक के धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप कराई जाएगी…मुख्यमंत्री ने इसके लिए जिला प्रशासन को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने और आदेश को तत्काल प्रभाव से अमल में लाने के निर्देश दिए गए दे चुके हैं…टीम-11 संग हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने इसके लिए आदेश दिए…तर्क ये हैं कि कई जिलों से श्मशान घाटों पर लंबी लाइन और अव्यवस्थाओं की तस्वीरें सामने आ रही थीं…इतना ही नहीं कई जगहों पर अंतिम संस्कार के लिए मनमाना पैसा भी वसूला जा रहा था…जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अब ये फैसला लिया…अब सरकार के फैसले से सवाल ये उठता है कि एक तरफ तो सरकार कहती है कि मौते जो दिखाई जा रहीं हैं वो कम है और दूसरी तरफ सरकार ये मानती है कि मौतें ज्यादा है शमशान घाट में भीड़ ज्यादा है इसलिए ये फैसला लिया गया…समझ ये नहीं आता कि सरकार करना क्या चाहती है और साबित क्या करना चाहती है…ब्लंडर पर ब्लंडर किए जा रहे हैं और फिर भी सब सही बताया जा रहा है…सरकार का हर तर्क स

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