जेल में है इकलौता बेटा, कौन दे मुखाग्नि, चार दिनों से 70 वर्षीय मां का शव घर के दरवाजे पर है रखा
  • 3 years ago
चार दिनों से सत्तर वर्षीय इसराजी का पार्थिव शव घर के दरवाजे पर रखा हुआ है। ठंड मौसम के बावजूद शव को रोकने के लिए बर्फ भी लगाई गई है। बावजूद इसके अब शव से दुर्गन्ध आने लगी है। रिश्तेदार और आस पड़ोस के लोगों का तांता भी लगा है। लेकिन शव का अंतिम संस्कार नही हो रहा। वजह है इकलौते बेटे राजेश को पुलिस ने दो माह पूर्व हत्या के एक मामले में जेल भेज दिया है, परिजनो की मांग है कि प्रशासन उसे पैरोल दे ताकि वो मां को मुखाग्नि दे सके। ये मामला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के मुंशीगंज थाना क्षेत्र के बंदोइया गांव का है। इसी गांव में 29-30 अक्टूबर की रात दलित महिला ग्राम प्रधान के पति अर्जुन की जलाकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में 30 अक्टूबर को मृतक महिला के इकलौते पुत्र राजेश मिश्रा को अरेस्ट कर जेल भेजा था। उसे अभी जमानत नही मिली है। परिवार वालों का कहना है कि बेटे के जेल जाने के बाद से बूढ़ी मां सदमे में आ गई और चार दिन पूर्व उसने सदा के लिए आंखें बंद कर ली।
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