20 दिनों से फर्रुखाबाद में फैला बाघ का आतंक
  • 3 years ago
फर्रुखाबाद में 20 दिनों से दहशत का पर्याय बनी जंगली जानवर की पहचान टाइगर के रूप में की गई है। कल देर रात टाइगर की दहाड़ से गांव में दहशत फैल गई लोगों ने घरों से हवाई फायर किये ।
आपको बताते चले फर्रुखाबाद के उदयपुर गांव के खेतों में छिपे टाइगर की दहशत कायम है जिससे ग्रामीण खासे घबराए हुए हैं।कानपूर से आई वन विभाग के अधिकारियों ने जंगली जानवर की निगरानी के लिए उदयपुर गाँव के आस-पास 25 ट्रेस कैमरे पीलीभीत टाइगर रिजर्व से लाकर लगाये गये थे| जिसमे उदयपुर तालाब के निकट लगे 09 नम्बर कैमरे में बीती शाम 6:46 मिनट पर टाइगर कैद हो गया| लेकिन अभी तक वन विभाग की पकड़ से बाहर है| टाइगर (बाघ) की पुष्टि होंने से वन विभाग के अफसरों में खलबली है| बाहुबली टाइगर देखकर वन विभाग के साथ ही क्षेत्रीय ग्रामीणों में भी दहशत बढ़ गयी है| ग्रामीणों नें टाइगर देखा तो उस पर फायरिंग भी की| जानकारी होनें पर वन विभाग टीम नें सुबह से ही क्षेत्र की निगरानी शुरू कर दी| इसमामले में के के सिंह मुख्य बनसंरक्षक मंडल कानपुर नें बताया कि कैमरे में टाइगर कैद हुआ है| उसे पकड़ने के लिए कानपुर और लखनऊ से टीम बुलायी जायेगी| उसे जल्द ही पकड़ा जायेगा। वही उदयपुर कंचनपुर में टाइगर (बाघ) से भयभीत ग्रामीण खेतों में जाने से डर रहे हैं। खेतों में गन्ना की कटाई और गेहूं की बोवाई का काम चल रहा है, लेकिन टाइगर के भय से गन्ना की कटाई व गेहूं की बोवाई प्रभावित है। वन विभाग के अधिकारी कई दिनों से टाइगर की तलाश में जुटे हैं, लेकिन तेंदुआ पकड़ने में सफलता नहीं मिली है। इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि कि वन विभाग वाले आते हैं और खानापूर्ति करके पिकनिक मना कर चले जाते हैं दहशत में हम लोग हैं ना पर खेत पर जा पा रहे हैं और ना ही कोई काम कर पा रहे हैं प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा
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