अमेठी उत्तर प्रदेश के अमेठी में आज अमेठी विधायक रानी गरिमा सिंह के पुत्र व उनके प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ संग्रामपुर थाने का घेराव किया। इस बीच पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
मामला अमेठी जिले के थाना संग्रामपुर का है,जहां अभय प्रताप सिंह पुत्र सुरेंद्र बहादुर सिंह निवासी भुसहरी के विरूद्ध धारा 6 गुंडा एक्ट व 3/4 गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत केस दर्ज है़। कोर्ट से 14/10/2020 तक का स्थगन आदेश है लेकिन थाने के एक उपनिरीक्षक और दो सिपाही ने रात में एक बजे घर से उन्हें व उनके पुत्र को उठा लिया। पीड़िता सरला सिंह ने कहा कि स्थगन आदेश है इस पर गाली दे कर बैठा लिए और पांच हजार रुपया लिया छोड़ दिया सुबह बीस हजार लाने को कहा सुबह जब ग्रामीणों को पता चला तो ग्रामीणों ने महिलाओं सहित सैकड़ों लोगो ने थाने में पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। सूचना पर अमेठी विधायक प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह थाने पहुंचे और स्थित का जायजा लिया।
विधायक प्रतिनिधि ने कहा जिला बदर हुए थे हाईकोर्ट से अपना स्टे लेकर आए थे, यहां से एसआई सीओ और एसो को बगैर सूचना दिए उनके घर दबिश देने पहुंच गए। घर की महिलाओं ने स्टे आदेश दिखाया भी लेकिन वो पकड़कर ले आए। ये आरोप लगाया जा रहा है़ कि दरोगा ने पैसे की मांग की। बीच रास्ते मे पैसा लेकर उन्हें बीच रास्ते में उतार दिया है़। मैं इसके खिलाफ हूं प्रशासन अपने दायरे में रहकर काम करें।
अमेठी सीओ अर्पित कपूर से जानकारी ली गई तो उन्होंने दो दिन में कार्यवाही कराने को कहा है़।
मामला अमेठी जिले के थाना संग्रामपुर का है,जहां अभय प्रताप सिंह पुत्र सुरेंद्र बहादुर सिंह निवासी भुसहरी के विरूद्ध धारा 6 गुंडा एक्ट व 3/4 गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत केस दर्ज है़। कोर्ट से 14/10/2020 तक का स्थगन आदेश है लेकिन थाने के एक उपनिरीक्षक और दो सिपाही ने रात में एक बजे घर से उन्हें व उनके पुत्र को उठा लिया। पीड़िता सरला सिंह ने कहा कि स्थगन आदेश है इस पर गाली दे कर बैठा लिए और पांच हजार रुपया लिया छोड़ दिया सुबह बीस हजार लाने को कहा सुबह जब ग्रामीणों को पता चला तो ग्रामीणों ने महिलाओं सहित सैकड़ों लोगो ने थाने में पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। सूचना पर अमेठी विधायक प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह थाने पहुंचे और स्थित का जायजा लिया।
विधायक प्रतिनिधि ने कहा जिला बदर हुए थे हाईकोर्ट से अपना स्टे लेकर आए थे, यहां से एसआई सीओ और एसो को बगैर सूचना दिए उनके घर दबिश देने पहुंच गए। घर की महिलाओं ने स्टे आदेश दिखाया भी लेकिन वो पकड़कर ले आए। ये आरोप लगाया जा रहा है़ कि दरोगा ने पैसे की मांग की। बीच रास्ते मे पैसा लेकर उन्हें बीच रास्ते में उतार दिया है़। मैं इसके खिलाफ हूं प्रशासन अपने दायरे में रहकर काम करें।
अमेठी सीओ अर्पित कपूर से जानकारी ली गई तो उन्होंने दो दिन में कार्यवाही कराने को कहा है़।
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