विजयवर्गीय को रावण कहने पर सियासत गरमाई, BJP ने सज्जन सिंह पर लगाया हिन्दू धर्म के अपमान का आरोप
  • 4 years ago
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा द्वारा भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को रावण कहे जाने के बाद सियासत गरमा गई है। भाजपा ने शनिवार को मामले को लेकर प्रेस वार्ता की और कहा कि कांग्रेस ने हिंदू धर्म का अपमान किया है। बाल बढ़ाना हिंदू धर्म की संस्कृति है। भगवान राम ने भी अपने बाल बढ़ाए हुए थे। ऐसे में सज्जन वर्मा ने बाल बढ़ाने को पाखंड कहकर हिंदू धर्म का अपमान किया। वहीं, भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा कि कमलनाथ क्या मिस वर्ल्ड हैं, प्रेमचंद गुड्डू क्या मिस यूनिवर्स हैं। हमने तो कभी उनकी आलोचना उनके दैहिक संरचना के आधार पर नहीं की है। फिर कांग्रेसी ऐसी भाषा का उपयोग क्यों कर रहे हैं।
मीडिया वार रूम प्रभारी बाबू सिंह रघुवंशी ने कहा कि सज्जन वर्मा ने जाे अभद्र भाषा का प्रयोग किया, उसका जवाब नहीं दिया जाए। फिर लगा, नहीं दिया तो आगे भी यह सिलसिला चलता रहेगा। इसे अभी रोकना जरूरी है। श्रावण मास और नवरात्रि में कुछ लोग कटिंग नहीं करवाते। मेरा मुंडन 6 और मेरे भाई का 9 साल में हुआ। केस बढ़ाकर पूजा करना हिंदू धर्म की परंपरा है। भगवान राम ने भी 14 साल वन में रहते हुए केस मुंडन नहीं करवाया। बाल बढ़ाकर पूजा करना पाखंड है, यह एक हिंदू विरोधी पार्टी का नेता ही कह सकता है। 90 फीसदी देवी मंदिरों के पुजारियों के बाल बढ़े हुए हैं।
रघुवंशी ने कहा कि यह केवल कैलाश विजयवर्गीय का अपमान नहीं है, बल्कि सभी हिंदू धर्म और साधु-संतों का अपमान है। यह वे कर रहे हैं, जो कपटी कंप्यूटर बाबा को अपने चुनाव का स्टार प्रचारक बनाकर घुमा रहे हैं। विजयवर्गीय ने दिग्विजय और कमलनाथ को चुन्नू-मुन्नू ही कहा था। रंगा-बिल्ला या रावण, कंस या मेघनाद तो नहीं कहा। जो बचकानी हरकत करते हैं, उन्हें हम चुन्नू-मुन्नू कहते हैं, उस शब्द का इतना अभद्र जवाब देना निंदनीय है। वर्मा की वाणी तो उनकी पार्टी के लिए भी वैसी ही रहती है। मैं कांग्रेस के बड़े नेताओं से निवेदन करता हूं कि वे ऐसे अभद्र भाषाओं को बंद करवाएं।
वरिष्ठ नेता गोविंद मालू का कहना है कि कांग्रेसी नेता हमारे नेताओं की लोकप्रियता से घबराकर ऐसी भाषा बोल रहे हैं। विजयवर्गीय 9 दिनी माता पूजा को वे तंत्र-मंत्र करना कहते हैं। ये मंत्र पढ़ने पर आपत्ति ले रहे हैं। इस अल्पमत की सरकार इन्हें हमने बनाने दी। इन्हें कोई जना देश नहीं मिला था। जोड़-तोड़ कर सरकार बनाई और मप्र के संसाधन का दुरुपयोग किया। मप्र की संपत्ति को ये नीलाम करने की तैयारी में थे। ये नहीं माने तो हम इनके निजी घपले-घोटाले सबके सामने लाएंगे।
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