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  • 9/14/2020
अदलहाट में किसानों की खड़ी फसल पर चला जेसीबी।रेलवे भूमि अधिग्रहण में किसानों की जमीन पर आज जिला प्रशासन फसलों को रौंद कर कब्जा लिया।किसानों का आरोप की रेलवे कम मुवाबजा दे कर जबरन कब्जा ले रही है।वही प्रशासन का कहना यह जमीन 2013 में ही किसानों से अधिग्रहित किया जा चुका है।
पुलिस-प्रशासन ने अदलहाट के बरीजीवनपुर में किसानों की खड़ी फसल पर जेसीबी चला कर जमीन पर कब्जा लिया।कानपुर से हाबड़ा तक रेल चौड़ीकरण योजना के तहत रेलवे ट्रैक के किनारे किसानों की जमीन का रेलवे ने 2013 में अधिग्रहण किया था।जिसका कब्जा रेलवे को अभी तक नही मिला था।आज भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ पहुचे एसडीएम चुनार सुरेंद्र बहादुर सिंह ने जेसीबी की मदत से जमीन पर रेलवे ट्रैक का निर्माण कर रही कंपनी को कब्जा दिलवाया।इस दौरान किसानों की जमीन पर बोई गयी धान,अरहर और सब्जी की फसल को पूरी तरह से जेसीबी की मदत से रौंद दिया गया।किसानों का आरोप है कि अभी तक जमीन का मुवाबजा नही मिला।रेलवे बिना उन्हें सूचना दिए जबरन जमीन पर कब्जा ले रहा है।किसानों के मुताबिक इस जमीन के लिए उन्हें चार लाख रुपये बीघा के दर से मुवाबजा रेलवे दे रहा है जो कि बेहद कम है।जबकि इस इलाके की जमीन की कीमत इससे पाँच गुना अधिक है।मौके पर उपस्थित किसान श्यामलाल ,रामनरायन, मनोज सिंह ,हरिहर सिंह ,राजेन्द्र सिह, ओमप्रकाश सिंह आदि ने बताया कि हम लोगों को अभी तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है ।जितना मुआवजा रेलवे दे रही है उतने धनराशि में कहीं भी जमीन नहीं मिलेगी।गांव के कुछ किसान रामसकल ,रमाशंकर ,लक्ष्मी नरायन भूमि अधिग्रहण के बाद भूमिहीन हो गए हैं।ऐसे में भूमिहीन किसानों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो जायेगी।हालांकि मौके पर मौजूद उप जिलाधिकारी चुनार सुरेंद्र बहादुर सिंह का कहना है कि जमीन का अधिग्रहण 2013 में हुआ था।उस समय के हिसाब से मुवाबजा दिया गया है।लगभग 90 प्रतिशत काश्तकारों ने जमीन का मुवाबजा ले लिया है।कुछ किसानों का मुवाबजे को लेकर मुकदमा कोर्ट में चल रहा है।

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