प्रधान योजनायों के नाम पर कर रहे अपनी जेब गरम

  • 4 years ago
बाराबंकी के ब्लाक त्रिवेदीगंज क्षेत्र के ग्राम पंचायत जगपुरवा के प्रधान की लापरवाही से मासूम बाल-बाल बचा। प्रधान लोगों से सरकारी सुविधा के लिए मांग रहे रूपये।सरकारी योजनाओं को प्रधान ने अपना बिजनेस बना रखा है।ग्रामीणों को सरकारी योजनाएं पाने के लिए पहले प्रधान की जेब भरनी पड़ती है। अगर जेब गरम तो काम पक्का,अगर जेब ना भरी तो काम पड़ा रहेगा। विकास के नाम पर प्रधान जो काम कर रहा है वो भी टिकाऊ नहीं है। गांव में विकास के नाम पर कुछ नहीं है, न खण्डजा, न शौचालय, न नल। जहां सरकार देश को आगे ले जाना चाहती है, वहां ऐसे प्रधान देश की पीछे ले जा रहे है। ग्रामीणों को कहना है कि प्रधान तो दोनों हाथों से ले रहे सरकार और किसान दोनो से, प्रधान की बेशर्मी तो तब सामने आयी जब किसानों से रूपये लेकर भी काम नहीं किया। नल बनवाने को कहा और गड्डा भी खुदवाया, किंतु जब किसान ने रुपया नहीं दिया तो उस गड्डे को खुला छोड़ दिया। इस गड्डे में एक मासूम गिरने से बचा। बारिश के दिनों में ये गड्डा और खतरनाक हो सकता है। किंतु प्रधान के काम पर जूं ना रेंग रही। प्रधान की एक और विकास बेशर्मी सामने आयी। जिन किसानों से रुपये लेकर शौचालये बनवाये उसकी भी दीवार आंधी में गिर गई, दीवार गिरने से एक बच्चा नीचे आने से बाल-बाल बचा। आंधी मे शौचालये पर छत के नाम पर रखे पटरे उड़ गए।किसानों का जीवन तो ऐसा हो गया है, कि सरकारी योजनाएं ले तो जान पर बनी है। ना ले तो जान पर बनी है।