असंवेदनशील विद्युत कंपनी, झूलते बिजली के तारों से जान को खतरा
  • 4 years ago
मन्दसौर। जनता कॉलोनी बालाजी मंदिर के पास एक पेड़ की शाखाएं विद्युत लाईनों पर झूलती हुई लगभग सड़क को छू रही है। लाईनों में सतत विद्युत प्रवाह जारी है। मंदिर में कई दर्शनार्थी आते जाते है लेकिन सभी भयभीत है। इसकी सूचना विद्युत प्रदाय कंपनी के शहर इंजीनियर मणिशंकर को दी गई। साथ ही 1912 पर भी सूचना दी है। लेकिन उल्टे आपातकाललीन अपने कर्तव्य को ना मानते हुये नगर पालिका को कंप्लेंट करने की सलाह दे रहे है जो कि बहुत ही गैर जिम्मेदाराना कृत्य है। क्या विद्युत कंपनी का यह दायित्व नही है कि नगरपालिका अमले के साथ सामंजस्य बैठकर लोगो की जान माल की सुरक्षा हेतु तत्काल कार्य आरंभ करे? यदि बड़ी घटना घट जाती है तो कौन जिम्मेदार होगा? जिला प्रशासन या नगर पालिका या विद्युत वितरण कंपनी? जिम्मेदारों के कारिंदे आम जन की जान माल को सुरक्षित करने के कितने कारगर है यह टाउन इंजीनियर मणिशंकर के निकम्मेपन से ज़ाहिर होता है। इसका खामियाजा जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन भुगतेगा क्योकि आखिर कर यह विभाग उन्ही के मार्गदर्शन में काम करते है तथा बदनामी भी इन्ही की होगी। जबकि होना यह चाहिए कि विद्युत वितरण कंपनी को आपातकालीन जान माल के नुकसान की सूचना मिलने पर स्वयं नगरपालिका कर्मियों को लेकर समस्या का समाधान करना चाहिए नाकि जागरूक सूचनाकर्ता को इधर उधर भटका कर निकम्मापन करना चाहिए। जबकि जागरूक सूचनाप्रदाता ने नगर पालिका अध्यक्ष राम कोटवानी और नपा कर्मी को भी सूचना दो दिन पहले दे दी लेकिन दोनों विभाग अभी तक सोये हुए है।
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