Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 5/28/2020
सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल कर दिया जाता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता रहता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं।
एक तस्वीर कई महीनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसके साथ मक्का-मदीना के बारे में एक फर्जी दावा किया जा रहा है। तस्वीर में मुस्लिमों से घिरा एक पत्थर देखा जा सकता है। इसके साथ दावा है कि यह एक शिवलिंग है, जो मक्का मदीना में पहली बार लोगों को दिखाया गया। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। पोस्ट की जांच में सच्चाई सामने आई कि तस्वीर में दिख रहा पत्थर दरअसल काबा का एक कोना है, जिसे रुक्न-ए-यमनी कहते हैं। इसे इस्लाम में पवित्र माना जाता है। यह तस्वीर कई महीनों से वायरल हो रही है और दावा हर वक्त एक जैसा किया गया है।
यह हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल फोटो के साथ कैप्शन लिखा है "इतिहास में पहली बार मक्का मदीना का शिवलिंग दिखाया गया। कोई भी चुके नहीं- हर हर महादेव लिखने से"। यह दावा कई बार सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है।

Recommended