ना बैंड बाजा ना बारात और ना ही कोई नाच गाना
  • 4 years ago
ना बैंड बाजा ना बारात और ना ही कोई नाच गाना और तो और वरमाला मैं भी 2 गज की दूरी का पालन लिहाजा दूल्हा और दुल्हन को वरमाला पहनाने के लिए डंडों का सहारा लेना पड़ा । यह सब कुछ अजीब जरूर लगता है लेकिन कोरोना वायरस के चलते यह पालन करना ही है । दरअसल मामला मंदसौर जिले के ग्राम दलौदा का हे जहां 4 माह पहले दुल्हन हिना और रतलाम  के  नामली निवासी दूल्हे विशाल का विवाह तय किया गया था । शादी की तमाम तैयारियां हो चुकी थी बैंड, रिसोर्ट के साथ रसोई तक सब कुछ तय हो चुका था । लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन के बाद सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई । बीते महीने ई पास के लिए दोनो परिवारों ने चार बार आवेदन किया लेकिन दोनों जिलों के अधिकारियों के असमंजस के कारण कभी दूल्हा पक्ष तो कभी दुल्हन पक्ष को अनुमति नहीं मिल पाई । कई कोशिशों के बाद आखिर अनुमति मिली और रतलाम के नामली से तीन लोगों के साथ कार में सवार दूल्हा विशाल अपनी दुल्हन हिना को लेने पहुंचा जहां दोनों का विवाह 8 से 10 लोगों की उपस्थिति में संपन्न हुआ । कोरोना वायरस के चलते शादी मैं नियमों का पालन किया गया । सात फेरो की रस्मो से पहले दूल्हा दुल्हन और पंडित जी सहित सभी ने सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग किया किया । दूल्हे विशाल और दुल्हन हिना का कहना है कि उन्होंने शादी को लेकर कई सपने संजोए थे लेकिन कोरोना वायरस से बचाव और लॉक डाउन के नियमों के पालन के चलते उन्हें इसी तरह विवाह की रस्में निभाना पड़ी । शादी में कोई रिश्तेदार भी नहीं आ पाया इसका मलाल परिवार को भी है ।
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