सहारनपुर- लॉकडाउन में 300 किलोमीटर पैदल चलकर आये मजदूर की हुई मौत
  • 4 years ago
शामली सहारनपुर लॉकडाउन के चलते काम-धंधे बन्द हो गए जिस कारण प्रवासियों को अपने घर वापस लौटने को मजबूर होना पड़ रहा है। आज लॉक डाउन को पूरे 51 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक प्रवासियों का अपने घर लौटने के सिलसिला नही थम रहा है और लोग अपने परिवार के साथ पैदल ही अपने घर को निकल रहे है। इनके पास जितना भी खाने का सामान था पैसा था सब खत्म हो चुका है और परिवार भूख से मरने की कगार पर है बस यही एक कारण है कि प्रवासी पैदल ही सफर करने को मजबूर है। एक ऐसा मामला सहारनपुर का सामने आया है जिसमे करीब 11 मजदूरों का एक जत्था गंगोत्री से पैदल चलकर सहारनपुर आया है। यह जत्था 300 किलोमीटर पैदल चलकर सहरानपुर पहुँच तो गया लेकिन इनमें से एक मजदूर इस पैदल के सफर से इतना थक गया था कि वह इस थकान को बर्दाश्त नहीं कर पाया और हालत बिगड़ने लगी। परिजन जब तक उसे लेकर उपचार के लिए सहारनपुर पहुँचते उसने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया। भूखे पेट और लगातार चलने से बनी थकान को लोग उसकी मौत की वजह बता रहे हैं।यहाँ सबसे बड़ी लापरवाही शासन-प्रशासन की भी है कि जब 11 लोग बाहरसे जनपद में आये तो उनकी जाँच क्यों नही हुई? क्यो नही उन्हें क्वारैंटाइन किया गया? आज अगर उनका मेडिकल चेकअप किया गया होता तो शायद मृतक अतर सिंह की स्थिति पता चलती और उसका इलाज हो जाता। आपको बता दें कि अतर सिंह सहारनपुर के कोतवाली बेहट इलाके के गांव आलमपुर-अमादपुर का रहने वाला था। वह और उसके दस साथी करीब एक माह पूर्व सड़क निर्माण के कार्य में मजदूरी करने के लिए गंगोत्री उत्तराखंड गए थे।जहां से लॉक डाउन के बाद वो लोग फाँके के चलते छह मई को वापस सहारनपुर के लिए चल दिए। और 300 किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर आए थे।
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