डिजिटली जुड़े पशुपालक और किसान

  • 4 years ago

सीख रहे नई तकनीक
कोरोना महामारी से पूरा संसार इस समस्या से जूझ रहा है। लॉकडाउन चल रहा है एेसे में एक दूसरे से मिल कर बात करना संभव नहीं है। सबसे अधिक परेशानी किसानों और पशुपालकों के सामने है। एक दूसरे से सम्पर्क, बैठक, प्रशिक्षण आदि करना मुश्किल हो गया है एेसी विषय परिस्थिति में अब ग्रामीण अंचल में किसान और पशुपालक एक दूसरे से डिजिटली जुड़ रहे हैं वह भी डायल आउट माध्यम से। रिलायंस फाउंडेशन की ओर से इस विषम परिस्थिति में किसानों को एक दूसरे से डिजिटली जोड़ा गया है और उन्हें कृषि, पशुपालन सहित विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों से सुझाव, उनकी ओर से चाही गई जानकारी और प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है।

45 गांवों के 460 पशुपालकों को मिला प्रक्षिक्षण .
जानकारी के मुताबिक बूंदी के जजावर कस्बे में पशुधन प्रबंधन को प्रभावी तरीके से करने के लिए क्षेत्र के 45 गांवों के 460 पशुपालकों के साथ एक डायल आउट कॉल करके पशुधन प्रबंधन का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में पशुधन सहायक राजकीय पशु चिकित्सा उप केंद्र बाछोला के पशुधन सहायक गिरीश शर्मा ने पशुपालकों को पशुपालन विभाग की योजनाओं की जानकारी के साथ ही गाय, भैंस का दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। डायल ऑउट पशुपालकों को संतुलित पशु आहार, पशु स्वास्थ्य ,पशु प्रजनन, पशु प्रबंधन के साथ ही कृषि कल्याण योजना के द्वारा निशुल्क कृत्रिम गर्भाधान की सेवाओं की जानकारी दी गई। इसी प्रकार किसानों को भी खेती की नई तकनीक की जानकारी भी इसी माध्यम से किसान ले रहे हैं। किसान मृदा परीक्षण, खाद, बीज आदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।

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