कंचन एक बच्चे की माँ है तो की अपने पति विशाल के साथ रहती है. घर में इनके अलावा विशाल के माता-पिता भी हैं. विशाल एक साधारण परिवार से आता है जब की कंचन के पिता पैसे वाले हैं जिसकी वजह से कंचन को महंगे शौक़ पूरा करने की आदत है और इसको लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर नोक-झोंक होती रहती है.
एक दिन अचानक कंचन अपने 4 साल के बेटे के साथ ग़ायब हो जाती है और फिर पुलिस को उसका बेटा एक नदी के किनारे एक दुकान पे मिलता है. वो चाय की दुकान वाला बताता है की कंचन उसकी दुकान पे आइ थी और उसके फ़ोन करने के लिए दुकानवाले से फ़ोन माँगा था उसके बाद वो नदी की तरफ़ चली गई.
इसके अगले हाई दिन पुलिस को इलाक़े में एक बदमाश की लाश भी मिलती है जिसको गोली मार दी गई है.