मेले में कमाने आए दूरदराज के दुकानदारों पर टूटा संकटों का पहाड़

  • 4 years ago
कानपूर।  रसूलाबाद। मेले में कमाने के लिए आए लोग भूख और आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। उद्योग व्यापार मंडल और उपजिलाधिकारी ने उन लोगों को मदद भेजी तो लोगों ने राहत की सांस ली। कोरोना वायरस के चलते जैसे ही लॉकडाउन घोषित हुआ तो रसूलाबाद क्षेत्र के लालाभगत में लगे मेले को हटवाया गया। लेकिन सुदूर जनपदों से आए लोग अधिक भाड़ा व अधिक सामान होने के चलते मेले से न जा सके। उन्होंने कोरोना वायरस के चलते वहीं रुकना ही उचित समझा और अपनी दुकानों को बंद कर वही जीवन यापन करने लगे। अनवरत 15 दिन तक किसी तरह वह अपना भरण-पोषण करते रहे। वहां के निवासी मुकेश कुमार ने बताया जब उनके पास गुजर-बसर करने के लिए पैसे नहीं बचे तो उन्होंने अपनी पत्नी का मंगलसूत्र बेच दिया। जिससे उन्होंने अपने परिवार का पोषण किया। अंत में उसके पास कुछ नहीं बचा तो उन्होंने स्थानीय लोगों से मदद मांगी। जब यह सूचना उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को हुई तो उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष श्याम मोहन दुबे के आवाहन पर वहां पहुंचे जिला संगठन मंत्री अकील खान व समाजसेवी मुबीन सिद्दीकी राजा ने उन दुकानदारों के दर्द को समझा और सूखी राशन सामग्री उनको दी। साथ ही उच्च अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी दिए। ताकि उनको मदद मिलती रहे। मेले  में दुकानदारों ने बताया कि उनको खाने को लाले पड़ गए थे तो आसपास क्षेत्र में गेहूं की फसल काटकर जो पैसा मिलता था। उससे उनका गुजर-बसर चल रहा था। ऐसे में उद्योग व्यापार मंडल उनके लिए बड़ी राहत बनकर सामने आया। वहीं मामले की जानकारी उपजिलाधिकारी अंजू वर्मा को हुई तो उन्होंने दुकानदारों के लिए राशन सामग्री भेजी ।

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