बीते साल में क्या खोया क्या पाया, इंदौर महापौर का लेखा जोखा

  • 4 years ago
साल 2019 ख़त्म हो चूका है। लेकिन इस बीते वर्ष में इंदौर शहर को स्वच्छता और विकास की कई सौगाते मिली है। इंदौर ने स्वच्छता के पहले पायदान पर रहने वाले अपने खिताब को जहां बरक़रार रखा है तो वही आने वाले समय के सर्वेक्षण में भी अव्वल आने के कयास लगाए जा रहे है। शहर में मास्टर प्लान और स्मार्ट सिटी के तहत कई विकास कार्यों की सौगात मिली, जिनमें नए ब्रिज, कई सड़कें और शासन की योजनाओं को जन जन तक पहुचना शामिल है, तो वही शहर में स्वच्छता अभियान के चलते के सैकड़ो की संख्या में जनसुविधा केंद्र बनाने और पूरी तरह से कचरा मुक्त शहर होने का तमगा भी अपने नाम किया है। हालांकि इंदौर के कुछ काम ऐसे भी रहे जो बीते साल में शुरू या फिर पूर्ण हो जाने थे, लेकिन वह हो नहीं पाए.  इनमे सरवटे बस स्टैंड का निर्माण, स्मार्ट रोड और स्मार्ट स्ट्रीट लाइट शामिल है। वही इंदौर के निगम के ज़िम्मेदारों की माने तो इंदौर ने साल 2019 में काफी चुनौतीपूर्ण कामों को पूरा किया है, जिसमे वाटर रिचार्जिंग यूनिट लगवाना, सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर रोक लगाना, साथ ही डिस्पोजल के खिलाफ एक बड़ी मुहीम चलना और रिकॉर्ड टाइम में ब्रिज का निर्माण करना शामिल रहा। साथ ही शहर में कई स्कूल के भवन भी निर्माण किये गए, जिसमे स्मार्ट क्लासेस वर्तमान में संचालित की जा रही है। इसके साथ ही निगम ने आगामी वर्ष के लिए भी शहर विकास की कई योजनाये बनायीं है। शहर की महापौर का कहना है कि शहर में कई काम आगामी साल में करने की योजना निगम ने बनायीं है, जिसमे स्मार्ट सिटी के कामो में तेज़ी लाना और मल्टीलेवल पार्किंग की योजना को भी प्रभावी रूप क्रियान्वित किया जायेगा, ताकि ट्रैफिक की बेहतर व्यवस्था हो। साथ ही शहर के यातायात को भी प्रभावी बनाया जाए।

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