Padm Ekadashi Vrat katha : पढ़ने-सुनने से मिलेगा हजार अशवमेध यज्ञ के बराबर फल | Boldsky

  • 6 years ago
The term Ekadashi literally means the eleventh day. In a typical lunar month of the Hindu calendar, two Ekadashis occur one during Shuklapaksha (waxing phase) and the other during Krishna Paksha (waning phase). Ekadashis are especially significant for the worship of Lord Vishnu and a large number of people regularly observe Ekadashi Vrat. Every Ekadashi is uniquely special in some way. Padm Ekadashi is the one that comes during the Shuklapaksha (waxing phase) in the month of Bhadrapad.

पद्मा एकादशी व्रत कथा: भगवान को एकादशी अति प्रिय है, इसीलिए एकादशी को किए गए व्रत एवं हरिनाम संकीर्तन से प्रभु बहुत जल्दी और अधिक प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर अपार कृपा करते हैं।मनुष्य के सभी पापों का नाश करने वाली इस एकादशी व्रत के प्रभाव से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं तथा अंत में उसे प्रभु के परमपद की प्राप्ति होती है। विधिपूर्वक व्रत करने वालों का चन्द्रमा के समान यश संसार में फैलता है तथा व्रत की कथा पढ़ऩे वाले तथा श्रवण करने वालों को हजार अशवमेध यज्ञ के बराबर फल प्राप्त होता है।तो आइये आप और हम मिलकर आचार्य अजय जी से सुनते हैं पदम एकादशी व्रत कथा..

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