नोटबंदी की भंवर में फंसे किसान

  • 8 years ago
भारत सरकार द्वारा गत 8 नवम्बर को एक हजार व पांच रुपये के नोट बंदी के निर्णायक फैसले जहां आमजन बैंकों की लाईन में खड़े रहकर नोट बदलने का इंतजार कर रहे हैं वहीं इसका असर किसानों पर पड़ता दिखाई दे रहा है। किसानों की खेती गेहूं की बुआई के लिए तैयार है। मगर सघन सहकारी गोदामों पर हजार व पांच सौ के पुराने नोटों को नहीं लिए जाने के कारण किसानों को खाद्य व बीज नहीं मिल पा रहा है। देखिए देश के अलग-अलग हिस्सों से किसानों की प्रतिक्रियाएं..

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