00:00चौसर गंटे से जादा का वक्त बीच चुका है जब उत्तरकाशी के धराली पर कुदरत का क्रोध बरसा था
00:05तब से लगा था रेस्क्यू उपरेशन चल रहा है धराली तक सरक मार्क से पहुचने की जद्दो जो है तेज है लेकिन तीसरा दिन बीतने को है
00:11अब तक धराली तक रेस्क्यू टीम को पूरे संसादनों के साथ पहुचने में सफलता नहीं मिल पाई है
00:16और आश्यंकर ये जद्दाई जा रही है कि साथ से ज़ादा लोग अभी भी मल्बे में दबे हो सकते हैं
00:21लेकिन सवाल ये है कि इन तक आखिर पहुचा कैसे जाए
00:24क्योंकि जिन राष्कों से धराली तक पहुचा जा सकता है वह भी चालूदगी हो पाए है
00:28और ये लग रहा है कि रेस्क्यू शु Stückो की और जादा लग सकता है
00:33क्योंकि हैवी मशिन रीज को वहां तक ले जाना बहुत बड़ी चिनोती साबित हो रहा है बीच पीच में रास्ते तूटे हुए है
00:39तो आखरका दिक्ते कहां आ रहे हैं धराली तक पहुशने के रास्ते में कहां और कितनी मुश्किल है आज तक की तीम लगातार उसकी परताल कर रही है जगा जगा पर हमारे समवाता मौजूद है तीन दिन से दिन रात एक करके रहात एजिंसिया सड़क खोलने में जुती हु
01:09पांच अगस्त को धराली पर जब तबाही तूटी तो भारी भरके मिमारत जैसे तिनके में तब्दील हो गई
01:17धराली से आए इस नई वीडियो को देखकर आप अंदाज लगा सकते हैं कि तबाही कितने भीशर्टी
01:25कर सानिन की करते कोख्यर जब घूरत अपने पर उतर आए तो इंसान की तायकति को मतलब
01:41नहीं रह जाता कुद्रत के आगे किसी का पूस नहीं चलता धराली में जहां सहलाब आया वहां अब मिट्ती ही मिट्त ही मलबा इन
01:49ऐसा लगता है जैसे प्रक्रती डाइरे में रहने संतुलल के साथ जीने की चेका भी के रहे हैं हम सबसे पहले यहां धाली पहुंचे हैं जहां पर पांच अगस की भीशन आपदा के बाद सब कुछ तहर नहस हो गया यहां पर करीब डेर सो मकान दुकाने और रिजॉर्ट थे
02:19चलाए जा रहा है सेना के जवान इंडियारस के जवान आई टीविटी के जवान यहां पर राहतर बचाव के काम में लगे हैं पांच जगस की आपदा के बाद सबसे पहले सेना ने हम पर मोर्चा समाला था क्योंकि हरसिल में सेना की 14 राजपताना राइफल की टुपड़ी
02:49विशाम मिठ चुका है एक बड़ी खाई रह गई है जिसे पाटना राहत एजेंसियों के लिए पहार जैसी चिनौकी है
03:19उनका बचपाना बिलकुल मुश्किल होगा आपने सही कहा कि स्निफर डॉग भी अगर आप ले जाएंगे और घर के उपर अगर 8-9 फिट का मलबा है
03:25तो वहाँ पर किसी के जीवित होने की भी संभावना बहुत कम है
03:28हाला कि कोई चमतकार अगर ऐसा हो जाता है तो अलग बात है लेकिन ऐसी स्थितियां ऐसी परिस्थितियां होती नहीं है
03:34क्योंकि मलबा बहुत जादा है जितने घर हैं दुकान हैं मकान हैं सब कुछ उस मलबे के नीचे दबे हुए है
03:39धराली तक सड़क दुरुस्त करना इस वक्त राहत एजेंटियों की पहली प्रात्मिकता है
03:46जब तक धराली सड़क मार्क से नहीं पुरता रेस्टियों आपरेशन को रफ़तार नहीं मिलेगी
03:50लेकिन इस मिशन में मुश्किले ही मुश्किले हैं कैसे वो समझेए
03:54गंगनानी से 5 किलो मिटर दूर बाला कंडार है जहां सड़क का बड़ा हिस्सा पानी बेचका है
04:02गंगनानी के बाद यहां भी सड़क बनानी होगी
04:04बाला कंडार सकरीब 7 किलो मिटर दूर धराली है जहां तक जल्द जल्द पहुँचना जरूरी है
04:09उसमें कोई शक नहीं कि आपदा बहुत बड़ी है विनाश भी बहुत बड़ा है लेकिन सलाम है सेना और दूसरी दाहत एजेंसियों को जो पूरे ज़स्बे से इस समजिप्दा से जूजिने में लगी है
04:25अंजिली इस्टबाल और अच्छो तोष बिश्चा के साथ मंजीत नेगी धराली आज तर तो धराली से कुछी दूरी पर भटवारी है यहां पर भी वैसी आपदा तो नहीं आई है जैसी धराली में लेकिन यहां भी हाला बहुत अच्छे नहीं है भटवारी में जगह जगह
04:55अभी भी बहुत मुश्किल है इस बीच गंगनानी में भारतिय सेना अपने मिशन पर जुट गई है उस पुल को दुरुस्त करने में रिस्टोर करने में जो दरसल प्रवाह में बह गया था लेकिन खत्रा अभी भी टला नहीं है उदर हर्शिल और धराली में जहां पर रिस
05:25प्रवारे से खिसका था वो लगातार फिर बैठा जा रहा है यानि जो सड़क कल दुरुस्त कर ली गई थी वो फिर बैठ रहे वो इसलिए को कि पहाड का पूरा हिस्सा जो स्ट्रक्शर होता है जमीन का यानि नदी के नीचे से जो हिस्सा खिसक जाता है उसे अगर आप द
05:55प्रवारे जो सड़क जो है अब वो कट रहा है यह रास्ट यह इसकी चोड़ाई लगातार बढ़ रहे है पहले मिली मिटर में थी सेंटी मिटर में थी इंचेस में और फुट में हो गए देखे यह पूरा हिस्सा जो सड़क है अब यह दरारे बढ़ रही है और अगर यह �
06:25नीचे से काट रही है जिसके चलते मलबा नीचे गिर रहा है और चुकि अंदर से जमीन खोखली हो रही है तो यह हिस्सा लगातार धास रहा है दब रहा है यहां तक हमने जब देखा है तो पहाड का यह हिस्सा दिखे ऊपर से कोई मलबा नहीं गिरा है यहां उपर से नही
06:55ये सब कुछ नीचे जा सकता और इसलिए बेहट डरावनी स्थिती है ऑपरेशन जिंदगी की चुनोतियां लगातार बढ़ रही है एक तरफ खत्रे को खत्म किया जाता है दूसरी तरफ खत्रा बढ़ रहा है इन दरारों में इसके पास खड़ा होना भी मुश्किल है ये कब
07:25जहां ये चुनोती है जहां नदी ने ये देखे नदी के धारा अगर वो नीचे से मिट्टी बहा के ले जा रही है तो पहाड के उचा यह निए जो ब्रिक देख रहे हैं बॉडर लाइन ये लगबग 20 फिट उपर थी अगर ये 20 फिट से और नीचे जा रही है तो सीधा मत
07:55जनोतियों के सामना इस वक्ते रैस्क्यू चीम को करना पड़ रहा है और रैस्क्यू ऑपरेशन अभी पहुचा कहां पर है
07:59हिमानशुब हवीब जो ताजा अपडेट है पहली बार सरकार की तरफ से रैजिंसियों की तरफ से जो आँकड़े जारी किये गए हैं उसमें अभी भी 100 लोगों के मिसिंग की जानकारी दी गई है और ये सरकारी आँकड़ा है जो पहली बार रिलीश किया गया है जिसमें �
08:29करें जो अभी तक करीब 300 से आजपास लोगों को निकाला गया है
08:33जो गंगुत्रिय और आजपास के इलाकों में फसे हुए थे उसके रावा है सेना की में बात करूे
08:39रहुत थो सेना के अब तक जो आठ शानीकों की बात की जा रही है
08:45जो मिसिंग है जिसमें एक जेस्वियो शामिल है और सेना के तेरा जो जवान और ऑफिसर घायल हुए थे उन्हें धरादू मिलिटरी हस्पिले भड़ती करा गया है और आज चौथा दिन है इस आबदा का हरसिल घाटी में उसमें अब पिछले दो दिनों से मौसम ठीक होने की
09:15जो रहत और बचाव का काम है वो तेजी के साथ चल रहा है करीब पिछले दो दिनों में साट से ज्यादा सौटीज हुई है मी सेवंटीन की चिनूख हलिकोप्टर की बाकि जो प्राइबिट हलिकोप्टर लगाए गये हैं सरकार की तरब से तो पिछले दो दिनों से रहत औ
09:45साली के लिए देद दूद बनकर हमारे जवान खड़े हुए सेना के जवान आई टीवीपी के जवान सहित एंजी आरेफ एस्टे आरेफ इची में इस वक्त मिगार रेस्की ऑपरेशन में जटी हुई है बोशिश यही है कि सबसे पहले जरूरत बंदों तक मदद पहुचा
10:15दिख रही है जिसमें जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए उनका जजबा और उनका होस्ला देखते ही बनता है जहां रेस्क्यू के लिए रास्ता खोलने की चुनौपी हो या जान बचाने के हर मोचे पर वो आगे खड़े दिखाई देते हैं
10:25यह हिंदुस्तान के जवान है संकट चाहे सीमा पर हो या सीमा के अंदर इनकी मुस्तैदी इनके जजबे में कोई फर्प नहीं पड़ता
10:47धराली पर जब आसमान से विपत्ती तूटी तो धरातल पर हमारे जवान नज़र आए
10:52जरा इन तस्वीरों को देखिए
10:53रेस्क्यू कर लोगों की जान बचाते हमारे जवान
10:57धराली तक पहुँचने के अभ्यान में जुटे हमारे जवान
11:01तबाही के बीच जिंदगी की जंग में पुल बनाते हमारे जवान
11:05जब प्रकृती ने धराली पर प्रहार किया तो हर्शिल का आर्मी कैम भी बुरी तरब बरबाद हो गया
11:11सेलाब इस आर्मी कैम को अपने साथ बहा ले गया
11:14अब हम आपको दिखाते हैं हर्सिल से धराली जाने वाले जो राजमार्ग है जो गंबोत्री तक पहुंचता है वह पांच अगस्त की जो विश्ण आपदा थी उसमें भागी रती के बहाव में पूरी तरह से बह गया है करीब
11:30अधा किलोमेटर का हाईवे है ये पहए गया है और ठीक सामने यहां पर हर्सिल का हैली पैड था जहां पर हैली पैड का एक फ्लैग नजर आ रहा है ये हली पैड अब भागी रती नदी एक झील पूरा प्लाका तब्दील हो गया है बदल गया है
11:50हर्शिल आर्मी कैम को सेलाब ने जरूर तबाह कर दिया
11:54लेकिन हमारे जवानों के होसले को सेलाब भी पस्त नहीं कर पाया
11:58जिन्दगी बचाने के रेस्क्यू आपरेशन में हमारी सेना सबसे आगे खड़ी है
12:02चिनूख हेलकॉप्टर लगातार जिन्दगी बचाने में लगी है
12:32धराली तक पहुचने के रास्ते में अभी भी तमान तरह की बाद आए है
12:42हिलकॉप्टर के जर्ये ही लोगों का रेस्क्यू चल रहा है
12:45और हमारे जवान इस अभियान में चट्टान की तरह खड़े है
12:48मन जीतनेगी हर्शिल आज तक
12:51हर्शिल केम्प इस वक्त कैसे लोगों के लिए पनागा बना हुआ है
12:58वो एक रिपोर्ट हम आपको लिखाते हैं
13:00इस वक्त में हर्शिल में सेना का जो हेली पैड है
13:06जहां से सारा जो रिश्क्यू का काम है वो हो रहा है
13:10जब हरसिल धाटी में जो बड़ी आपदा आई इसके बाद पूरी हरसिल धाटी में धराई से लेकर और दुंगोती तक जो लोग फसे हुए हैं उनको लगाता सेना के लोग दिन रात यहां पर यहां पर हैलिपेट गंदर जो सड़ है यहां पर आप देखी कितनी पड़ी सं�
13:40अब यात्रा के लिए निकले जाना चाहते हैं पांच अगस्त को पूरी हरसिल धाटी में जो भारी भीशन आपदा आई उसके बाद काफी नुकसान यहां पर हुआ और अब जो लोग बड़ी संक्या में सिंक लियाती हैं अलग-अलग लोग हैं मजदूर हैं इस्थाने लो
14:10इस्थाने लिए लोगों को उत्तरकाशी में हैं आई टीवीपी के लोग यहां पर हैं उनको भीजनी की कोशिश कर रही है आप लोग कहां से आये हैं घुजराट्सी अच्छा तर गंगुत्री गये थे हां गंगुत्री अब कहां जाना चाहते हैं अच्छा वहां सामानी आ
14:40प्रमुड जी हैं जो हरबार से आया हैं ऐसे बिकेट गुजराट से कुछ लोकल लोग हैं जो यहां पर आप इंतजार कर रहे हैं कि वो जल्दी से जल्दी अपने घरों की पर वापश जा सकें और पिछले तीन दूनों में खास्तों से से ना आई टीवीपी एंडी आरफ ह
15:10और सबसे बड़ी समस्य यहां पर कम्मिनिकेशन की है यह चाहे सेना के लोग हो अंडी आरफ के लोग आई टीवीपी के लोग अस्ताने लोग उनका अपने परिवार के साथ कम्मिनिकेशन नहीं हो पा रहा है हम कोशिच करेंगे कि आस तक के माध्यम से उनकी यह बात उनके
15:40कर गए हैं तमाम जानकारी के साथ मंजीत कल भी आपकी मौजूदगी धराली के उस पॉइंट तक थी जहां पर अब तक कोई नहीं पहुच पाया है कल की और आज की परिस्टियों में कितना फर्क आपको दिखाई दे रहा है
15:49नहाब कल और आज के मकाबले काफी चीजों में सुधार हुआ है और जो सरकार की तरफ से आंकड़े दिये जा रहे हैं उसमें 300 से ज्यादा लोगों को कल चिनूक और बाकी हेलिकोप्टर से रेस्क्यू किया गया इसमें से बड़ी संख्या उन यात्रियों की है जो गंगोत
16:19लोगों को भी लगता कि आज निकाल लिया जाएगा लेकिन अभी बड़ी चुनोती धराली में है जहां पर अभी भी सो लोग जो मलवे के नीचे हैं वो दबे हुए हैं और आज कल चुनूक हेलिकोप्टर की जरिये जो बड़ी मशीने हैं खासतों से जो संसर रडार हैं ज
16:49अबरा से हरसिल कैम की में बात करूं तो वहां पर भी उस पूरे इलाके में जो जील बनी है लेकिन मन्जीत के सकते हैं उमीद की किरन को भी छोड़ा नहीं जा सकता धराली में भले ही विबदा पार हैं लेकिन हमारे जवान भी पूरी तरह से तैयार है शुक्री आपका हमा