Madhya Pradesh: क्या कोई बच्चा जो भूख से मरने की कगार पर हो उसके लिए 12 रुपए में इतना आहार आ सकता है कि वह अति कुपोषित की श्रेणी से बाहर आ सके। जवाब एक दम साफ है नहीं। ये कतई संभव नहीं है। लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार ये कर रही है। क्या है पूरा मामला देखिए इस रिपोर्ट में।
00:07जब मैं छोटा था तब पारलेजी बिस्किट का पैकेट सिर्फ चार रुपए का आता था
00:15लेकिन सवाल ये है कि क्या आठ रुपए में किसी भूखे बच्चे की भूख मिठ सकती है
00:21क्या कोई बच्चा जो भूख से मरने की कागार पर हो उसके लिए 12 रुपए में इतना आहार आ सकता है कि वह अती कुपोशत की श्रेणी से बाहर निकल सके
00:32जवाब एकदम साफ है नहीं बिलकुल नहीं उसके ये कताई संभव नहीं है लेकिन मदिपरदेश की सरकार ये कर रही है
00:40मदिपरदेश की सरकार का शर्मनाख रवया सामने आया है
00:44दरसल राज्य के बच्चों में खास करकी शिशुओं में कुपोशत की इस्ति गंबीर है
00:49आज से नहीं है सालों से यही इस्ति बनी हुई
00:53इसे लेकर जब सवाल पूछे गए तो मोहन यादव की सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्राला की मंत्री ने विधान सवा में आकड़े पेश की
01:03जिसके मुताबेक राज्य में हर एक कुपोशित बच्चे के पोशन पर सरकार रोजाना आठ रुपए
01:10और गंभी रूप से कुपोशित बच्चों पर सिर्फ बारा रुपए खर्च कर रही है जी हां सरकार इतने ही रुपए खर्च कर रही है
01:19महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दिये गए जवाब के बाद कॉंग्रेस विधायक विकरांत भूरिया ने फिर से सवाल उठाया
01:27उन्होंने पूछा कि जब दूर सत्तर रुपए प्रती लीटर भिक रहा है तो बच्चों को इस नाम मात्र की राशी में उचित पोशन कैसे मिल सकता है
01:35उन्होंने अधिकारियों की बैठकों में होने वाले हजारों रुपए के नाश्टे और सूखे मेवे के खर्ष की तुलना कुपोशन बच्चों के लिए दी जा रही इस राशी से करते
01:47अब मधिपरदेश में कुपोशन की इस्तिती को भी ठीक धंक से एक बार समझ लेते हैं
01:52राज में कुपोशन एक गंभीर और हर पल बढ़ने वाली एक बड़ी समस्य है
01:57खासकर आदिवासी इलाकों में श्योपर, धार, खरगौन, बड़वानी, इचिनवाड़ा और बाला घाट जैसे आदिवासी बहुल जिलों में हालात ज्यादा खराब
02:07रिपोर्ट्स बताती हैं कि कई जिलों में हर चार में से एक बच्चा गंभी रूप से कुपोशन के शिकार हैं
02:25जिन में से 29,830 की हालत इतनी खराब है कि आप अंदाजा नहीं लगा सकते
02:30जबकि 1,6,000 बच्चे मध्यम रूप से कुपोशन है
02:34साथ ही मध्यप्रदेश की कुपोशन दर 7,79 प्रतिशत है जो राश्च्ची आउसत 5,40 प्रतिशत से काफी ज्यादा है
02:43राज में आंगनवाडी केंदरों की स्तिती भी काबिले तारीफ कैसे काम करें हैं कुछ पता नहीं
02:49लेकिन आखडा कहता है कि यही आंगनवाडी केंदर कुपोशित बच्चों को 8 रुपए प्रतिदिन और गंभी रूप से कुपोशित बच्चों को 12 रुपए प्रतिदिन पूरा कुशन आहार देते हैं
03:01कभी किसी आगनवाडी केंदर में दो तरह का खाना देखा आपने बंते हुए या तो दलिया आता है या पोहा आता है
03:08जो सब को एक धार में दे दिया जाता है जिसकी क्वालिटी क्या है क्या ही तारीफ करें से सदन में बात हुई तो महिला एवं बाल विकास वुबाग मंत्री निर्मला भुरिया ने भी स्विकार किया कि यह राशी कम है और उन्होंने केंदर सरकार से अधिक फइंड की मांग क
03:38महध्य प्रदेश सरकार ने गौशालाओं में प्रत्य गाय पर प्रति दिन खर्च होने वाली राशी 20 रुपए से बढ़ा कर 40 रुपए कर दी उस रिपोर्ट में यह कहा गया कि एक गाय का पेड़ भरने के लिए 20 रुपए प्रति दिन कम है इसलिए इसे 40 रुपए कर दे