Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 8/3/2025
अनिरुद्धाचार्य जी को पूज्य महाराज जी ने किन-किन बातों को ध्यान में रखने को बोला

Please do not put any copyright strike on the video. If you have any feedback about the video, you can email me. My main goal is to spread my religion to all the people of the world. If you like the video, don't forget to like, share and comment. Be sure to follow our channel. Greetings to all.

Hare Krishna Hare Krishna, Krishna Krishna Hare Hare,
Hare Rama Hare Rama, Rama Rama Hare Hare.
हरे कृष्ण हरे कृष्ण | कृष्ण कृष्ण हरे हरे |
हरे राम हरे राम | राम राम हरे हरे

Category

🎵
Music
Transcript
00:00कि देंडर लाएक आशन भी चाव बेठा आवच्छे बेठा कैसे वाप बैठ जा आशन में बैठ जा इनको चुनरी पहना इनको दुपट्टा लाओ इनको विदुपट्टा लाओ
00:21बैसे घड़कित भगवान अभी भगवान श्री मन्नाराण की प्रांपतिश्था होरी है साथ से दस फरवरयी अग्षा गौरी गोपाल में आओ घैनल जा इसके नावन
00:36कोन श्रीमनाराण भगवान श्री सीता रांचन अच्छे एधागुर्टी विराज़ेगे
00:51कि यह हमारे लिए जीवन को पहले यार्पीत कर देना जाकर किरने में बस इतना अपने जीवन
01:19में ध्यान रखना कि कभी अर्थ की लोलुपता नाने पावे धार्म की प्रधानता रहे और वानी सास्त्र सयम से रहे और अर्थ
01:31यहां कहीं अंदर आर्थ की प्रधानता जाएगी दिमाग अर्थ में हो जाएगा वहां
01:53संसार में अर्थ ही सब कुछ नहीं होता एक प्रतिष्ठा भी होती है तो आप पीछे भीजे से आये थे तो आपको यही कहा था कि बहुत शावधान क्योंकि अगर सो लोग आपको प्रणाम करने वाले हैं तो पांच आपको गिराने वाले भी हैं उन पांच के सामर्थ आप त
02:23तो हमको ग्यान नहीं हमने संतों से सुना है जो सास्त से पढ़ा है वह मापको बता देते हैं जो नहीं पढ़ा हमें नहीं ग्याना है बद भगवत प्राप्ति की चर्चा कीजिए यसे कोई प्रशन करता है तो ऐसे जरूरी नहीं कि हर प्रशन को उत्तर हम दे दे दे निमी
02:53हमें आपके बाले आवस्था थे आप अनाधिकारी थे इसलिए संकादी ने आपको उत्तर नहीं दिया तो जरूरी नहीं कि अनाधिकारी को उत्तर दिया जाए अगर अनाधिकारी अनाधिकारी है तो मौन हम असमर्थ है आपके प्रशन के उत्तर दूसरा प्रशन कीजिए कही
03:23माज इस बात को प्रशन सा करेगी तो हम जाएंगे अंधिता नहीं जाएंगे यह जीवन में आप कोई सायोगी नहीं आपका भगवान किसी वा कोई सायोगी नहीं जिसको तुम सायोगी मानोगे वही तुमारी जड़ काटने की चेश्टा करेगा तुमको अपने पैरों के बल
03:53जहां आपकी प्रतिष्ठा आपके धर्म की प्रतिष्ठा में आचनावे अर्थ उतना भावना कीजिए जितने से शेवा सामाग्री सब्सुरक्षि चलती रहे वह भगवान देते रहते हैं उसके लिए ऐसे करने की जवरत नहीं अगर हमारी सात्विक प्रवत्ती से यस प्
04:23के अनुशार बढ़ता है तो आप गवरोवान मिनिये और धर्म निष्ठ बनिये जो आपके जीवन को आगे और प्रकासित करें कोई सायोगी नहीं पहला सब्दयात कर लो जिसे तुम सायोगी समझ रहे हुए तुम्हें नीचा दिखाने की कोशिस करेगा आपको अगर उन्
04:53लगते हैं दो मिनट में सब चोपट हो जाता है इसलिए जो भगवान ने आपको दिया है यश जो भगवान ने आपको पर मित्रत दी उसका निरवाह
05:04आप किजिए संयम से स्वयम रहे कहीं भी कभी भी जो भगवान ने अर्धांग में विराजमान कर दिया इसके सिवा कभी द्रश्टी नहीं डालने नजर नीची करके बात करो उत्तर दिया खतम खेल कभी किसी से किसी तरह कर लगाओ ना होने पावे तो कभी जीवन में तुम्
05:34कंचन तो अपने आप बर्शेगा जब हम धर्मे में चल रहे हैं जैसे समुद्र में बिना बुलाए नदियां अपने आप जा रहे हैं ऐसे धर्मात्मा पर उसके पास समस्त वैभो अपने आप आ जाता है खुबानन दित रो प्रशन रो और हमारे सनातन धर्म को आगे बढ
06:04जिते ही मख़ई द्वापरी परिचा दियायां कलो तद्धर कीरतना हरी कीरतन की सिवा कुछ नहीं है ना कोई यग्य हो सकती है इस समय अपवित्र घयारा अपवित्र धन धन और जोवादी हो गए कहां से यग्य होगा त्रिकाल संध्या करने वाले कौन है कोई विरला ही को
06:34स्रवाण बस इसी के दोरा भगवत प्रप्ति हो जाएगी खुब भगवत कथा सुनाओ खुब भगवन नाम का प्रिशार करो स्वयम नाम जब करो धर्म से रहो यही मारी प्लाज था अरजी ऐसे स्थानों में भी जाना पड़ता है जहां एक्तम विमुक हैं जो जैसे कोई
07:04से अरथ की बय्वस्ठा की मत सुचो कि इतनी महत हैं इनकी व्यवस्टा भगवान देने वाला हो घर मैठे सबका पूशन करता है सबका हो रहा है कभी किसी से ऐसे नहीं देन हार कोई और है देत रहे हैं बिल्कुल यह थोड़ा से सु शुदार रहो हम अपने घहर की बात कर
07:34जिन्वाहरा जीवन होना चाहिए तो यह बहुत बड़ी चमता है और बहुत बड़ा इयास है दोनों को समाद लो अब ऐसी जगे मत जाना जहाने से थोड़ा
07:43अभी कोई बिक्षेप करें तोड़ा भी कोई तुमारी उपर अगुली उठावे घर बैठे सब होगा हमारी बात मान ले घर बैठे सब होगा अपने आप सब आएगा तू चिंता मत कर तो आगे बड़ भगवान चाहे होगी है हमें यह बहुत अच्छा लगा कि जिसे सैक्लो
08:13में सो भाग मिला बहुत बात है और भगवान ऐसी जगे अर्थ अपने आप बेखते हैं तुम चिंता मत करना कि सैक्णों माता हैं इनका भरन पोशन के लिए हम कहीं जाने ज्यादा परिशान मत हो अपने आप सारी बेवस्था होती है जो धर्म से चलता है परूपकार करता ह
08:43संध्यात करना ही और कुछ मंत्र गहत्री के जरूर जपना क्योंकि उसके द्वारा गुद्धी प्रकासित होती है सास्त्र सम्मर्टज्ञान जो होता है न वहीं लोगों को अकर्षित करता है तो गहत्री माता भगवान श्रीकृष्ण का ही शोरूप है तो श्रीमत भागव
09:13तो गैत्री मुद्रा के साथ गैत्री का जब निश्चित इस्चे आप शुरक्षित बने रहेंगे गैत्री देवी बुद्धी को प्रकास करने वाली है ठीक है बच्चा
09:27कराक्री गुरुजी सुबह स्वापन में बहुत नारण का इस दिनारत वही
09:48बहुत प्रुपा है ऐसा लगता है भगवान जी ने कहा कि हमें खीर और कड़ी खिलाओ ठाकुर जी अभी भगवान जी विराजिएंगे ना तो मैंने बूला कि सबसे पहले ठाकुर जी को ही भुगर रहें पवित्रहदय में भगवान का प्रकाश होता रहता है आप बहुत प
10:18भगवान की शिवा कोई साथ ही नहीं है अपने आपको शुरक्षित रखने के लिए वस्षा उधानी रखो निश्कलंक जीवन बितीत होना चाहिए ठीक हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ

Recommended