00:00इंदोर तक्रीबन चार पहाडियों से पूरी तरीके से सुरक्षित है यह हम नहीं कह रहे हैं बलकि हम आपको वो द्रस दिखाना चाहेंगे इस समय हम इंदोर के एसी ही एक जगह पर मुझूद है जिसे गुमटगरी के नाम से जाना जाता है यदि इस पहाडी से इंदोर की क
00:30देखा और उसके बाद इंदोर की यहां पर बसावट की हमारे साथ यहीं के कुछ बुद्धी जीवी लोग हैं बात करते काफ सालों से इंदोर में रहे हैं किस तरह से इंदोर के आसपास पाडिया मुझी थे पूरा इंदोर चेत्र पाडियों से धिरा है प्राडा मंडल ह�
01:00प्राडियों से गिरा हुआ है पूरू में किस काम आती थी और अभी क्या काम आने पूरूर लोग बताते हैं रक्षा के साथ से बनी थी आता तहीं लोग चाहे मुगल हुए या अन्य डाकू बदमा उस टाइम जो निकलते हैं किसार लोग उनको चोरी करके चीन लेते हैं
01:30यह फ्रक्षा के साथ बनी हुई थी लेकिन अब अर्तमान में पर्यारण वातावन को भी फ्रक्षा परदान करी हम लोगों को अच्छे अक्षीजन दे रही है अच्छे धार्मिक इस्तल बन गया पुरे मद्य परदेफ में पित्र परवत काली का धाम विजाफन मैया इनका
02:00इसके लिए जो यहांके राजा थे जिनोंने सबसे पहले इंदोर की स्तापना की थी उनके द्वारा
02:21बुक्राट अब बीजा थे बयाक्ते ही अब और 8श्य किलिए अटल