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00:00आज दुनिया की अर्थववस्ता कई आशंकाओं से गुजर रही है अस्थिल्ता का महोर है ऐसे में दुनिया के देश अपने अपने हीतों पर फोकस कर रहे हैं
00:22अपने अपने देश के हीतों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं भारत भी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थववस्ता बनने जा रहा है
00:39इसलिए भारत को भी अपने आर्थी घितों को लेकर सजग रहना ही है
00:52हमारे किसान हमारे लगुद्योग हमारे नवजवानों के रोजगार इनका ही हमारे लिए सर्वोपरी है
01:10सरकार इद्धिशा में हर प्रयास कर रही है लेकिन देश के नागरिक के रुप में भी हमारे कुछ दाईत्वा है
01:25और ये बास रम्मोदी नहीं हिंदुस्तान के हर व्यक्तिने दिन में हर पल बोलते रहना चाहिए
01:36दूसरे को कहते रहना चाहिए जो देश का भरा चाहते है जो देश को तीसरे नमर की कड़ा भी बनाना चाहते है
01:48ऐसा कोई भी राज रितिक दल हो कोई भी राज रेता हो उसने अपने संकोच को छोड़ करके
01:58देश हित्व हर पल हर बार हर जगा देश वाशियों के अंदर एक भाव जगाना होगा
02:10और वो है हम स्वदेशी का संकल्प लें
02:15अब हम कौन सी चीजों को खरीदेंगे
02:21कौन से तराजु से तोलेंगे
02:27मेरे भाईयों बेहनों मेरे देश वाशियों
02:32अब हम कुछ भी खरीदें
02:35तो ये की तराजु होना चाहिए
02:39हम उन चीजों को खरीदेंगे
02:43जिसे बनाने में
02:46किसी ने किसी भारतिय का पसीना बहा है
02:51और जो चीज
02:56भारत के लोगों दोरा बनी है
02:59भारत के लोगों के कौशल्य से बनी है
03:03भारत के लोगों के पसीने से बनी है
03:07हमारे लिए वह स्वदेशी है
03:11हमें वोकल फ़र लोकल मंत्र को अपनाना होगा
03:22हम संक्रपले कि हम मेक इन इंडिया प्रोडस को ही बढ़ावा देंगे
03:31हमारे घर में जो कुछ भी नया सामान आएगा
03:37मैं नया सामान की बात कर रहा हूं
03:40हमारे घर में जो भी नया सामान आएगा वो स्वदेशी ही होगा
03:48ये जिम्मेदारी हर देश वासी को लेनी होगी
03:55और मैं आज मेरे ब्यापार जगत के भाई बेनों सो विशेस आगर करना चाहता हूं
04:04मैं मेरे दुकानदार भाई बेनों से आगर करना चाहता हूं
04:08जब दुनिया इस प्रकार से अस्थिर्ता के महौल से गुजर रही है तब हम भी चाहे व्यापार हो छोटी दुकान हो कारोबार करते हो
04:22अब हम हमारे यहां से सिर्फ और सिर्फ स्वदेशी माल ही बेचेंगे
04:32साथियों यह स्वदेशी माल बेचने का संकल्प भी देश की सच्ची सेवा होगा
04:47आने वाले महिने त्योहारों के महिने हैं दिवाली आएगी बाद में शादियों के तु समय आएगा
04:58हर पल अब स्वदेशी ही खरीदेंगे
05:05मैंने जब देशवासियों को कहा था बेडी निनिया
05:11अब विदेशों में जादियों जाकरके शादियां करकरके देश का धन मत लुटाओ
05:17और मुझे खुशी है कई नव जवान मुझे चिठी लिखते थे कि हमारा परिवार तो विदेश में साधी करना तै किया था
05:25लेकिन आपकी बात सुनकरके अब हमने महां का सारा कैंसल कर दिया थोड़ा खर्चा भी हो गया लेकिन अब हम भारत में ही शादी करेंगे
05:35हमारे यहां भी बहुत अथ्यस्ताने जहां शादी व्या हो सकता है हर बात में स्वदेशी का भाव आने वाले दिनों में हमारा भविश्यत ताय कर देवाला है दोस्ते
05:53और यह मात्मा गांदी को अभी बड़ी स्रद्दान ली होगी सांतियों सब के प्रयासे ही विख्षित भारत का सपना पूरा होगा