Sawan Last Somwar 2025: आज बात एक अत्यंत शुभ और पुण्यदायी दिन की — 4 अगस्त 2025, सोमवार — सावन मास का अंतिम सोमवार।
पूरे सावन भर भोलेनाथ के भक्त उपवास रखते हैं, जलाभिषेक करते हैं और शिवलिंग पर तरह-तरह की सामग्री चढ़ाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि शिवलिंग पर क्या चढ़ाना उचित है, और क्या नहीं? क्योंकि सावधानी और श्रद्धा — दोनों ही शिव पूजा में जरूरी हैं।
01:14इन्हें साफ करके चड़ाएं। सफेद फूल जैसे कनेर, आंक या अपराजिता के फूल ये शिव को बेहद प्रिये हैं।
01:22शहद और दही पंचामरत में मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित कर सकते हैं।
01:26भस्म यानी की राख शिव को भस्म बेहद ही प्यारी है। इसे श्रद्धा से शिवलिंग पर चड़ाएं।
01:32इसके लावा ध्यान देने वाली बात यह है कि पूजा हमेशा तामवे के लोटे से करें। इसे सबसे पवित्र धातु माना जाता है।
01:38अब बात आती है कि शिवलिंग पर क्या नहीं चड़ाना चाहिए।
01:41तुलसी के पत्ते। तुलसी माता भगवान विश्नु को समर्पित है शिवलिंग पर तुलसी चड़ाना वर्जित है।
01:46केतकी के फूल एक बार केतकी ने जूट बोलता शिवजी के सामने तब से शिवजी ने इसे नकार दिया।
01:51इसकिलाब आता है नारियल जल। नारियल और उसका पानी शिवजी पूजा में नहीं चड़ाया जाता।
01:56सिंदूर या हल्दी ये देवी पूजा में प्रियुक्त होते हैं शिवलिंग पर नहीं।
02:01लाल फूल जैसे गुलाब या गेंदा ये शिवजी को नहीं चड़ाये जाते हैं।
02:06लोहे या प्लास्टिक के बटन से जल ना चड़ाएं। सिर्फ तांबे चांदी या स्टील का इस्तिमाल करें।
02:12हाँ अगर अग्यानता में गलती हो गई हो तो भोलेनात शमा भी कर सकते हैं।
02:16बस सचे मन से माफी मांग ले।
02:18तो चलिए अब आपको बताते हैं सावन के आखरी सुमवार को पूजा किस तरह करें।
02:21ब्रह्म मुरत में उठें और इस्नान करें।
02:23शिवलिंग पर पहले जल चड़ाएं ओम नमच्शिवाय कहते हुए फिर दूद दही शहद और पंचम्रत चड़ाएं बेल पत्र अर्पित करें उसका मुक नीचे की तरफ रहे।
02:31बस्म भांग धतूरा अर्पित करें सफेद फूल और चावल चड़ाएं दीपक जलाएं और धूप लगाएं आखिर में ओम त्रियंबकम यजा महे महा मरतुंजे मंत्र का जाप करें।
02:41इस विदी से पूजा करने पर मनुकामनाएं पूरी होती हैं और शिव करपा से जीवन के संकट दूर होते हैं। भूले नाथ सिर्फ चड़ावे से नहीं भावना और सच्चे मन से खुश होते हैं तो इस सावन के आखरी सुमवार को शिवलिंग पर अरपन करें श्रद्ध