Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • yesterday
Apradh Ka Janha: हैरान कर देगी अलकायदा के महिला मॉड्यूल की सरगना शमा परवीन की कहानी!

Category

🗞
News
Transcript
00:00वो एक आमसी लड़की थी बहुत ही खामोश बहुत ही गुंसुम रहने वाली लड़की जो हमेशा हिजाब पहनती थी कम लोगों से मिलती थी कम बाते करती थी और उसे अकेले रहना पसंद था
00:14वो अपने घर से काफी दूर बैंगलोर शहर में रहा करती थी जबकि वो मूल रूप से जारखंड की निवासी थी लेकिन जब सुरक्षा एजिंसियों ने उस लड़की की हकीकत उजागर की और उसका सच सामने आया तो हर कोई हैरान रह गया
00:29मैं बात कर रहा हूँ शमा परवीन की नमस्कार मैं हूँ परवेश सागर आप देख रहे हैं आज तक डिजिटल पर अपराद का जहां और मेरे साथ हैं मेरे सयोगी क्राइम तक के एडिटर चिराग गोठी चिराग बहुत बहुत स्वागत आपका चिराग आज हमें एक ऐस
00:59उस लड़की के पकड़ जाने के बाद वो भी उजागर हुई और वो भी सामने आई यह कहानी है शमा परवीन की यो मूल रूप से जारखंड की रहने वाली है और बहुत ही खामोशी के साथ वो पिछले कुछ सालों से एक ऐसा काम कर रही थी जो किसी की नजर में नहीं आय
01:29हत्यार बना करके जिस तरह से एक आतंक का पुरा मोड्यूल उसको हेड कर रही थी तो क्या पूरी कहानी है शमा परवीन की और किस तरह से शमा परवीन का नाम अलकाइदा जैसे कुख्यात आतंकी संगटन के साथ जुड़ा इसके बारें बताई देखे गुजरात ATS ने एक
01:59पॉफ मिली थी जिसके बेसिस पर शमा को अरेस्ट किया है शमा जो है वो बैंगलूरू से इसको अरेस्ट किया गया है और जैसे आपने बताया जहारखन की रहने वाली है वहाँ ये पढ़ाई के लिए गई थी लेकिन आप सोचिए कि उसकी आड में ये जो आरोप लग रह
02:29धरम का ये प्रचार करती थी ये अभी जाच की जाच का विश्य है लेकिन ये पता चला है कि ये अलकाईदा से जुड़ी हुई थी और एक्यू आईएस जिसकी मौजूद की पहले भी भारत में दर्ज हो चुकिए 2015 में जब आतंकी कुछ गिरफतार हुए थे उसके बाद �
02:59अफगानिस्तान पर USSR का कब्जा था और उससे छुड़ाने के लिए अलकाईदा संगठन बनाया गया था अमेरिका ने बैक किया था उसको पाकिस्तान की कुफिय अजंसी ने बैक किया था और एक वक्त ऐसा आया कि इन लोगों ने रश्या को डाउन करने के लिए इन दो सं
03:29नहारा भी अमेरिका ने लेकिन एक जो बड़ी एक तरह से कहा जाए कि ब्रांचिस सब ब्रांचिस जो क्रियेट हुई थे अलकाईदा कि ऐसा नहीं कि अलकाईदा खत्म हो गया था अलजवाहरी उसको चला रहे थे और उसके बाद अलग अलग जगाओ पर इसकी ब्रांचि
03:59की दर्शक की पहले बात मैंने बताई दिया आपको 2015 में तीन आतंक वादियों की गिरफ्तर ही थी दिल्ली से बिल्कुल जिससे पता लगा था जिसमें एक आतंकी था मौलाना अब्दूलरह्मान कासी तब पता लगा था कि अच्छे ये भी कोई संगठन है और ये एक्टि�
04:29में पंदरह में तभी एक्सकोज हो गया था और ये बताते है कि पाकिस्तान मूल का जो आसिम उमर था वो इसका सदस्ता और भारत का ये एक्टिवाई का हैड़ था लेकिन उसको मार गिराए गया था आसिम मामिर इसकी बात हम कर रहे हैं इसके बारे पर ये भी बताय जाता
04:59गया ये बताया जाता कि वो इसकी आसिम मामिर की फैन है इसको फालो करती थी इसके वीडियो सुनती थी इसके बाशन जो थे वो सुनती थी वो इस तरह की बाते सामने आई लेकिन ये भी कहा गया कि आसिम मामिर पाकिस्तान मूल का है ये भी कहा गया कि वो शरुवाती सदस
05:29कि यूएस अफगान मिलिटरी आपरेशन में उमर मारा गया था यानि आसिम उमर इसके बाद 2019 में महमूद को इसकी बागडॉर स्वापी गई थी जो आप जिक्र कर रहे हैं कि 2020 में यूपी पुलिस ने जब अरेस्ट किया था तो अंसार गजवंत अलहिंद के दो आतंक्यों क
05:59और अब जो अरेस्टिंग हुए 2025 में इससे पहले चार आतंक्यों को पकड़ा जो की एक यूएस से जुड़े थे वो मॉडल में आपको बता दू गुजरात ATS ने पकड़ा जिसमें दो आतंकी गुजरात से पकड़े एक दिली से और एक नौइडा से इन पर क्या रोपे न
06:29या शमा कैसे जुड़ी ये सोशल मीडिया के थरूँ जुड़ते हैं और उसके बाद अगर उनको उनकी विचारधार पसंद आ रहे हैं उनकी वीडियो देख रहे हैं देखिए ये सारी आजकल हिस्टरी में पता लग जाता है कि आप गूगल हिस्टरी में आप क्या देख �
06:59अपना प्रचार प्रसार करने के लिए और तभी ये एजनसी के रडार में भी आते हैं कि ये एक ऐसा शक्स है जो जैसे ही इसकी बात करूँ शमा की के जारखंट की रहने वाली बैंगलूरू में जॉब कर रही है वहाँ ये इससे जुड़ गई अचानक तो एजनसी को सप
07:29अरेस्ट किया गया अचा नोड़ा में जो संदिक पकड़ा गया था उसी ने शमा परवीन का नाम सबसे पहले लिया था और उसी के बाद जो है ये मामला ATS की इसमें आया कि शमा परवीन नाम की एक कोई महिला है जो इस पूरे मामले को हेट कर रही है लेकिन तब तक शाय�
07:59परवीन की उने एक नया पैटरन चुरू किया है ये अलकाय से इतना बड़ा आतंकी संगठन है और इंडिया में अगर वो नजरे गड़ा है बैठा या उसकी जो भी मंशाह है तो उसने महिला को आगे बढ़ाया तो महिला को हैड बनाने के पीचे क्या मकसद हो सकता है दे�
08:29अपने परपस के लिए अपने का में दो वो वो आपके पोस्त से पता चल जायेगा आपकी सर्च� से पता चल जाएगा आप जो शेयर करते हैं उन से पता चल जाएगा यही वो चीजिशë थी जो रडार पर लारी थी श्रमा को और आप सचिए आस्म उमर जो मर चुका यू�
08:59आई-एस, आई-एस मॉड्यूल का भंडा फोल से था, वो भी कुछ-कुछ इस से अब ये एक यू आई-एस कुरासान था और और बिक्रोच जबाए तो मतलब विचारधारा, पैटरन और मन्शा से में संगठा ना लगे, वो आई-एस से जुड़े हैं, उनका एक अलग मॉ�
09:29है कि वो दंगा फैराना चाहती थी, रेडिकलाइस करती थी लोगों को, और सोशल मीडिया को पूरी तरह से एक वेपन के तोर पर इस्तमाल कर रही थी वो, तो देखे, जैसे मैंने आपको बताए, एक यूएस की शुरुआत दोज़र चौदा में हुई, जिसमें अलजवा
09:592020 में यूपी पुलिस ने अलकाइदा से जुड़े, अलकाइदा से जुड़ा एक और संगठन था, यानि अनसार गजवत अलहिंद, उसके दो आतंकियों को पकड़ा, एजेंसियों का दावा है कि भारत में अब एक यूएस का कोई बेस नहीं है, इस तरह का दावा एजेंस
10:29ब्लॉगर की हत्या की जिम्मदारी इन्होंने ली थी, एक यूएस जी हाँ, अगस 2015 में एक सेकुलर बंगलादेशी ब्लॉगर की हत्या की जिम्मदारी भी अनसार अल-इसलाम ने ली, जो कि इसका ही एक पैरलल संगठन था, तो यानि बहुत लंबी फैरिस था है, जो इनक
10:59अल-काइदा की ब्रांच को विरोधियों ने खत्म कर दिया है, सीरिया में, वहीं यमन में भी उसकी हालत खराव है, हालकि सुमालिया और माली में अल-काइदा की पकड़ अभी भी मजबूत मानी जाती, यानि कई ऐसे भी देश हैं जहां पर इसकी पकड़ बहुत मजबू
11:29आप सोचिए, वहां अभी भी इसके कई जो बेस कैम से बने हुए हैं, कई रिपोर्ट्स में यहां तक दावा किया गी तालिवान के साथ, अमेरिका और अफगान सरकार के युद्ध में भी अल-काइदा के लड़ाकों ने तालिवान के साथ दिया था, बिल्कुल, बिल्क�
11:59मतब इस कनेक्शन का कैसे है, क्योंकि अल-काइदा का, ये बात तो सही होगी, कि अल-काइदा जो इंडिया सब्कॉंटिनेंटल है, उसको जो शेय मिली, वो अल-काइदा से ही मिली, और उसके बाद ये सब शुरू हुआ, लेकिन पाकिस्तान के थुदा सा इसमें भी चीज
12:29ये टच में थी, और नैचुरली जब ATS ने इन्वेस्टिकेशन की गुजरात ATS ने तो बैंगलूरू से इसको अरेस्ट किया, इसकी गिरफतार के बाद टेरर नेटवर्क की कई परते भी खुली हैं, और ये कहा जा सकता है कि ये कट्टर पंती मॉडियूल युमाओ को उक
12:59तो शक तो जाहर होगा ना, आपके उपर सवाल तो खड़े होंगे ना, उसके जो इलेक्ट्रोनिक गैजट्स और डिवाइसी बगरा में बरामत किये एजन्सियों ने, उनमें काफी कुछ इस तरह का मिला है कि इसमें खासकर आसिम उमर की बात करें अगर हम, जिसे 2019 में य�
13:29उससे जब पूछताच हुई है, ATS ने जब उससे पूछताच की तो उसी ने इसके नाम का खुलासा किया, और उसी के बाद सामने आया कि भाहिया श्रमा परवीन नाम की एक महिला है, जो सारा का सारा ये पूरा नेट्वर्क चला रही है, और बागादा वो सोशल मीडिया �
13:59जो से लाइक करते थे, कि वो इसे आगे अपने अपने ग्रॉप्स में शेयर करें, या अपने जो सोचल मीडिया पेजिस हैं या अपने अकाउंट से, उस पे शेयर करें लोगों को इसके साथ जोड़ा है, तो ये इस तरह का चीज़ नहीं, इसके पांच इंस्टाग्राम �
14:29कई बार ऐसा होता है कि चीज़े सच नहीं होती, हाला कि देखिए, अब एजनसी पर हम डाउट क्यों करें, हम उमीद करते हैं, वो जैसा आरोप लगा रहे हैं, वो ऐसा प्रूव भी करेंगे कोट के अंदर, ताकि जो आरोप लगाया है, इतना बड़ी एजनसी, कोई छो�
14:59पढ़ाई की पढ़ाई करने के लिए अपना करिया बनाने के लिए बैंक लोड़ गई है, और यहां तो उल्टा हो रहा है कि एजनसी के लिए कि वो आतंकवादी बन रही है, यानि महिला आतंकवादियों की भी एक तरह से एंट्री अगर कहा जाया हो गई है, तो इसमें क�
15:29पढ़ाई कर रहे थे, तो उनको भी बुक किया गया था, तो अब यह क्या उसी का कोई ऐसा, मतलब सिर्फ इतना रोल है शमा का कि वो उससे इंस्पाइड है, क्या एक्च्वल में उसने कुछ काम किया है, तो कि देखिए, कि आरोब लगाना अलग चीज होती है, और आरोब
15:59मिला, यह regularist को history में था, प्लस यह कौन लोग radicalize हुए, कैसे radicalize हुए, क्यों कई बार हमने देखा, यह अंधेमों गिरते हैं court में cases, कि जब कोई recovery नहीं है, और आपने सिर्फ एक क्या दिया कि social media पर post लिखते थे, या पढ़ते थे, तो ऐसे तो बहुत लोग है जो लिखते ह
16:29आरोप लगा रही है, तो बहुत सच होने चाहिए, बिल्कुल, तो जैसा कि चिराग बता रहे हैं कि एक बड़ा एहम चिराग ने मुद्दा उठाया last में कि इन्होंने कहा कि court में गुजरात ATS को यह इस तमाम आरोप जिन पर भी हमने चर्चा की है, जिन पर बातचीत की है
16:59इस module की सरगना वही है, उसकी head वही है, और वो बहुत ही शातिराना तरीके से अपने network का विस्तार कर रही थी, लोगों को radicalize कर रही थी, तो यह सारी बाते जो एजिंसियां हैं, गुजरात ATS और तमाम जो गुजरात पुलिस है या और दूसरी एजिंसिया इसमें शामिल है
17:29इस मामले को हम follow करते रहेंगे और इससे जुड़ा हर update आप तक पहुंचाते रहेंगे क्योंकि मामला देश का है, मामला देश की सुरक्षा का है, तब तक आप दीजिए मुझे जादत और देखते रहेंगे आज तक digital नमस्कार

Recommended