Trump's Tariff On India: क्या Trump की Tariff नीति से भारत की GDP खतरे में है? कौन‑कौन से इंडियन प्रोडक्ट्स होंगे सबसे ज़्यादा प्रभावित? क्या ज्वैलरी, टेक्सटाइल और Pharma सेक्टर अब डूबेंगे? जानने के लिए देखें Video...
00:00पिछले कुछ वक्त से भार्तिय बाजार में उम्मीद बनी हुई थी कि अमेरिका भारत के बीच कोई बड़ा ट्रेड डील फाइनल हो जाएगा।
00:30और स्ट्राटेजिक जटका था जिसने भारत की जीडीपी उम्मीदों एक्सपोर्ट सेक्टर और रुपे की स्थिति तक को हिला दिया अगर ये टरिफ पूरी तरह से लागू होती है तो भारती एकॉनमी को लगभग 30 बिलियन डॉलर यानि करीब धाई लाग करोड रुपे �
01:00करीब 10 बिलियन डॉलर की ज्वेलरी एक्सपोर्ट करता है अब 25% ड्यूटी लगने से ये प्रोडक्ट्स अमेरिकी मार्केट में महेंगे हो जाएंगे इसका मतलब इंडियन डाइमंड ज्वेलरी की डिमांड वहां गिर सकती है और कस्टमर्स दूसरे देशों की तरफ शि
01:30का ओर्डर घटा सकती है तीसरा है आटो पार्ट्स भारत अमेरिका को पास से 6 बिलियन डॉलर की आटो कॉम्पोनेंट्स भेशता है जैसे इंजिन पार्ट्स, गियर्स, ब्रिक्स वगेर हैं टैरिफ के बाद अब ये प्रोडक्ट्स वहां के लोकल सप्लायर्स से ज्यादा
02:00कीमते बढ़ने से ये सेग्मेंट भी दवाब में आ सकता है पाच्वा है फार्मसेटिकल्स भले ही अभी फार्मा पर टैरिफ लागू ना हुआ हो लेकिन ट्रॉम्प के बयान से ये भी साफ है कि फ्यूचर में फार्मा सेक्टर को भी निशाना बनाया जा सकता है यानी जे
02:30जहां पहले मेड इन इंडिया टैक किफायती क्वालिटी के लिए पहचाना जाता था अब वही प्रड़क्ट 25% महंगे होकर यूएस के रीटेल कस्टोमर्स के लिए अनक्ट्राक्टिव लग सकते हैं इससे लॉंग टर्म बायर्स भी सप्लाई चेन बदल सकते हैं और जब
03:00पहले ही करीब 2 बिलियन डॉलर की बिक्वाली कर चुके हैं अब इस टैरिफ से इंफ्लोज और घट सकते हैं डॉलर के मुकाबले रुपया भी तूट कर 87.8 रुपय के आस्वास पहुच गया है जिससे इंपोर्ट कोस्ट और इंफलेशन दोनों पर दबाब बढ़ेगा इ
03:30विदेश नीती की कमजोरी का नतीजा है टेकवे ये है कि ट्रम्प की ये टेरिफ नीती भारत के एक्सपोर्ट प्रोडक्ट को कम कॉंपिटिटिव बना रही है जीडिपी ग्रोथ पर दबाब डाल रही है और एकॉनमी के कई लेयर्स को एफेक्ट कर रही है फिलाल ज़र�